ONE फेदरवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड ग्रां प्री की मौजूदा स्थिति पर एक नजर
ONE फेदरवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड ग्रां प्री का दूसरा पार्ट 15 अक्टूबर को ONE: FIRST STRIKE में शुरू हुआ था और अब सभी की नजरें सेमीफाइनल मैचों पर होंगी।
4 क्वार्टरफाइनल मैचों में 3 नॉकआउट से समाप्त हुए और टूर्नामेंट में बचे सभी फाइटर्स क्षण भर में किसी भी फाइट को फिनिश कर सकते हैं इसलिए अगले मैचों में तगड़े एक्शन का देखा जाना तय है।
सेमीफाइनल मुकाबले जबरदस्त नजर आ रहे हैं इसलिए सेमीफाइनल्स से पूर्व आइए डालते हैं नजर उन बातों पर जो टूर्नामेंट के अगले 3 किकबॉक्सिंग मैचों में हो सकती हैं।
सेमीफाइनल: मरात ग्रिगोरियन vs. चिंगिज़ अलाज़ोव
पहले सेमीफाइनल में #1 रैंक के कंटेंडर मरात ग्रिगोरियन और #4 रैंक के कंटेंडर चिंगिज़ “चिंगा” अलाज़ोव आमने-सामने होंगे।
ग्रिगोरियन ने दूसरे राउंड में एंडी “सावर पावर” सावर को अपनी जबरदस्त पंचिंग पावर की मदद से फिनिश और उन्हें रिटायर भी किया।
दूसरी ओर, अलाज़ोव ने सैमी “AK47” सना को पहले राउंड में फिनिश किया। बेलारूसी स्टार ने सना को पहले राउंड में 39 सेकंड के समय पर खतरनाक लेफ्ट हुक लगाकर फिनिश किया।
दोनों एथलीट्स के शानदार प्रदर्शन के बाद फैंस उन्हें सेमीफाइनल में भिड़ते देखने को बहुत उत्साहित हैं।
दोनों 8 साल पहले आमने-सामने आए थे, जहां उनका एक मैच नो-कॉन्टेस्ट करार दिया गया, वहीं एक में ग्रिगोरियन विजयी रहे। मगर पिछले 8 सालों में दोनों ने बहुत सुधार किया है।
मगर उनका फ्रंट-फुट पर रहकर अटैक करने का स्टाइल और मैचों को जल्द से जल्द फिनिश करने की चाह अभी भी खत्म नहीं हुई है। ग्रिगोरियन और अलाज़ोव ने अपने करियर में मिलकर 73 नॉकआउट जीत अपने नाम की हैं और अगले मैच में भी ऐसा ही कुछ देखने को मिल सकता है।
सेमीफाइनल: सिटीचाई vs. डेविट कीरिया
दूसरे सेमीफाइनल में #3 रैंक के कंटेंडर सिटीचाई “किलर किड” सिटसोंगपीनोंग का सामना डेविट कीरिया से होगा।
कीरिया ने शुरुआत में एनरिको “द हरिकेन” केह्ल को पहले राउंड में 3 बार नॉकडाउन करते हुए स्टॉपेज से जीत हासिल की।
दूसरी ओर, “किलर किड” अकेले सेमीफाइनलिस्ट हैं जिन्हें क्वार्टरफाइनल राउंड में स्टॉपेज से जीत नहीं मिल पाई, लेकिन उनकी जीत भी बेहद दिलचस्प रही। उनका टायफुन “टरबाइन” ओज़्कान के खिलाफ मैच करीबी रहा, जिसमें उन्हें विभाजित निर्णय से जीत मिली।
सिटीचाई को अपनी तकनीक, लॉन्ग-रेंज अटैक के लिए जाना जाता है, वहीं कीरिया की पंचिंग और किकिंग स्किल्स बहुत खतरनाक हैं।
इन दोनों एथलीट्स का पहले भी 2 बार आमना-सामना हो चुका है। 2015 में थाई स्टार को तकनीकी नॉकआउट और 2016 में सर्वसम्मत निर्णय से जीत मिली। कीरिया उसके बाद कई टॉप लेवल के फाइटर्स को हरा चुके हैं और उन्हें एक अंडरडॉग के रूप में देखा जा रहा है इसलिए यहां उनके पास पाने और खोने के लिए कुछ नहीं है।
कीरिया ये भी कई बार साबित कर चुके हैं कि उनका एक पंच किसी भी फाइट को क्षण भर में समाप्त कर सकता है। हालांकि सिटीचाई दबाव की स्थिति में सब्र से काम लेते हैं, लेकिन ये भी देखना दिलचस्प होगा कि वो कीरिया के स्टाइल के खिलाफ किस तरह की रणनीति अपनाते हैं।
फाइनल में क्या हो सकता है?
यहां फाइनल में 4 अलग-अलग एथलीट्स आमने-सामने आ सकते हैं और हर एक मैच में जबरदस्त एक्शन का देखा जाना तय है।
ग्रिगोरियन का सामना अपने पुराने प्रतिद्वंदी सिटीचाई से छठी बार हो सकता है या फिर वो कीरिया से भिड़ सकते हैं।
अलाज़ोव को 7 साल बाद “किलर किड” के खिलाफ दूसरा मैच मिल सकता है या फिर पहली बार ग्रिगोरियन के खिलाफ सर्कल में उतर सकते हैं।
सेमीफाइनल्स का परिणाम जो भी हो, लेकिन सबसे बड़े किकबॉक्सिंग टूर्नामेंट के फाइनल में 2 एलीट लेवल के स्ट्राइकर्स एक यादगार घमासान के लिए तैयार रहेंगे।
क्या कोई चौंकाने वाली चीज़ देखने को मिलेगी?
फाइटिंग में हमेशा एथलीट्स के चोटिल होने की संभावना बनी रहती है, जिससे टूर्नामेंट के आगे बढ़ने में दिक्कत आती है।
उसके लिए 12 नवंबर को ONE: NEXTGEN II में 2 ग्रां प्री अल्टरनेट बाउट्स होंगी, जिनमें “बैम्बू स्वॉर्ड” झांग चुन्यू vs दोवीदास “रिमकेन्ज़ो” रिमकुस और स्मोकिन’ जो नाटावट vs यूरिक डवट्यान मैच होंगे। ये एथलीट्स टूर्नामेंट में शामिल होने के किसी भी मौके को मिस नहीं करना चाहेंगे।
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