क्यों राहुल राजू भारत के अगले मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स सुपरस्टार बन सकते हैं
सफल 2019 के बाद राहुल “द केरल क्रशर” राजू ने खुद को एक बेहतर एथलीट के रूप में स्थापित कर लिया है, जो अब अपने करियर में और भी अधिक सफलता हासिल करने में सक्षम हैं। उनकी टीम का भी मानना है कि वो भारत के अगले सुपरस्टार बन सकते हैं।
सिंगापुर में रह रहे भारतीय स्टार Juggernaut Fight Club में ट्रेनिंग ले रहे हैं और जिम के हेड कोच अरविंद ललवानी को भरोसा है कि उनका ये शिष्य ONE Championship में बड़ा स्टार बनने का सामर्थ्य रखता है।
वो इस बात से हैरान नहीं हैं कि 7 साल पहले एकसाथ ट्रेनिंग शुरू करने के बाद आज राजू लाइटवेट डिविजन के खतरनाक एथलीट्स में से एक बनने में सफल रहे हैं।
ललवानी ने कहा, “मुझे पता था कि उनकी फ़िजिक काफी अच्छी थी और वो आसानी से हार मानने वालों में से नहीं हैं।”
“उस समय वो इस स्पोर्ट में नए थे और वो केवल अपने साथियों के साथ ट्रेनिंग पर ध्यान दिया करते थे। दूसरों के सामने कमजोर पड़ने के बाद भी उनका दोबारा उठ खड़ा होना मुझे हमेशा से पसंद रहा है।
“हमने उन्हें तकनीकी स्तर पर बेहतर बनाने पर काम किया और ट्रेनिंग शुरू करने के बाद आज वो इस मुकाम पर पहुंच चुके हैं, वो किसी भी चीज को बहुत जल्दी सीख लेते हैं। वो आज भी एक बेहतर मिक्स्ड मार्शल आर्टिस्ट बनने के लिए खुद में सुधार कर रहे हैं लेकिन फिलहाल उनकी प्रगति को देख हमें बहुत खुशी हो रही है। मुझे लगता है कि एक साल बाद वो ऐसे एथलीट बन चुके होंगे जिन्हें हराना बिल्कुल भी आसान नहीं होगा।”
सर्कल में अपने हर मैच के साथ राजू बेहतर साबित होते रहे हैं।
हालांकि, उनका डेब्यू कुछ ज्यादा खास नहीं रहा था, लेकिन ब्राजीलियन जिउ-जित्सु के अनुभवी स्टार गैरी टोनन को बेहतर प्रदर्शन करने के लिए पुश कर उन्होंने दर्शाया कि उनकी ग्रैपलिंग स्किल्स कितनी शानदार हैं। उसके बाद एक हफ्ते से भी कम के नोटिस पर उन्हें पूर्व ONE वर्ल्ड चैंपियन होनोरियो “द रॉक” बानारियो का सामना करना पड़ा और राजू ने बानारियो को भी अपना बेस्ट प्रदर्शन करने के लिए पुश किया था।
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उसके बाद 28 वर्षीय स्टार ने रिचर्ड “द नोटोरियस” कोर्मिनल और फुरकान चीमा को सबमिशन से हराकर दिखा चुके हैं कि फुल ट्रेनिंग कैंप का हिस्सा बनकर वो क्या सब करने में सक्षम हैं।
ये परिणाम उन लोगों के लिए कोई चौंकाने वाली बात नहीं रही जो राजू को करीब से जानते हैं। हालांकि, उन्होंने कुछ ही सालों के लिए जिउ-जित्सु की ट्रेनिंग ली है लेकिन लगातार कुछ नया सीखने की चाह ने उन्हें बड़ा स्टार बनने की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित किया है।
ललवानी ने बताया, “टोनन के खिलाफ मुकाबले से पहले ही वो BJJ पर्पल बेल्ट होल्डर बने थे और अब वो ब्राउन बेल्ट होल्डर बन चुके हैं, इसलिए आज भी वो चीजों पर बहुत जल्दी पकड़ बनाना जानते हैं।”
“सच कहूँ तो मुझे लगता है कि अगले 2 साल में राहुल ब्लैक बेल्ट होल्डर बन सकते हैं। वो अभी भी ब्लैक बेल्ट होल्डर्स के सामने बड़ी मुसीबत बने हुए हैं और उन्हें सबमिशन के जरिए हरा पाना बेहद मुश्किल है।”
उन्होंने कहा कि राजू के पास नेचुरल स्ट्राइकिंग पावर भी है और जल्दी ही वो नॉकआउट से भी मैच जीतना शुरू कर देंगे क्योंकि वो ऐसी जिम से जुड़े हुए हैं जिसे स्ट्राइकिंग के लिए ज्यादा जाना जाता है।
बॉक्सिंग स्किल्स में सुधार करने के बाद, “द केरल क्रशर” के कोचों का मानना है कि जब उनकी बॉक्सिंग और कुंग फू स्किल्स का मेल होगा तो उन्हें स्टैंड-अप गेम में भी हरा पाना मुश्किल हो जाएगा।
राजू की जीतने की चाह उन्हें दूसरों से अलग बनाती है, इसलिए वो कड़ी चुनौतियों को स्वीकार करने से पहले एक बार भी नहीं सोचते।
ललवानी ने आगे कहा, “वो दिल से बहुत अच्छे इंसान हैं और उनका रवैया हमेशा ऐसा रहता है कि जब तक उन्हें हार नहीं मिलती वो अपना बेस्ट प्रदर्शन करने के लिए प्रतिबद्ध होते हैं।”
“जीत की चाह आपके अंदर होनी चाहिए क्योंकि ये चीज आपको किसी कोच से सीखने को नहीं मिलेगी, खास बात ये है कि राजू के अंदर अपने करियर की शुरुआत से ही जीत की चाह रही है। जैसे ही वो जिम में आए थे हमें पता था कि वो एक अच्छा एथलीट बनने का दमखम रखते हैं और समय के साथ उनके आत्मविश्वास में भी बढ़ोतरी हुई है। जब तक मैच समाप्त नहीं हो जाता, उन्हें पता होता है कि कम या ज्यादा ही सही उनके पास जीतने का चांस जरूर होता है।”
ये मानसिकता केरल से आने वाले एथलीट को ग्लोबल स्टेज पर बेस्ट एथलीट्स का सामना करने के लिए प्रेरित कर रही है और उनके कोचों का मानना है कि राहुल बड़े से बड़े स्टार को कड़ी चुनौती देने में सक्षम हैं। खासतौर पर जब बात उस देश की आती है जहां फिलहाल वो रह रहे हैं जिनके नाम ONE में सबसे ज्यादा नॉकआउट फिनिश हैं।
ललवानी ने आगे कहा, “एक ऐसा नाम जिसके साथ हम मैच चाहते हैं वो अमीर खान हैं। संभव ही वो एक अच्छा मैच होगा।”
“खान एक अच्छे इंसान हैं और उनका स्किलसेट काफी अच्छा है। उन्हें एक स्ट्राइकर के रूप में देखा जाता है इसलिए ये स्ट्राइकर और ग्रैपलर के बीच की कांटेदार टक्कर साबित हो सकती है।”
Juggernaut की पूरी टीम इस बात पर भी ध्यान दे रही है कि राहुल को आने वाले समय में अपने देश में फाइट करने का मौका मिले।
ग्लोबल स्टेज पर ऋतु “द इंडियन टाइग्रेस” फोगाट और अर्जन “सिंह” भुल्लर जैसे उभरते हुए सितारों के होने से भारत में मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स को बढ़ावा मिलना शुरू हो गया है और जब भी ONE की भारत में एंट्री होगी तो राजू जरूर खुद को बड़ा स्टार साबित करना चाहेंगे।
वो जानते हैं कि ऐसा करने के लिए उन्हें अभी थोड़ा और इंतज़ार करना पड़ सकता है लेकिन ललवानी का मानना है कि जब भी ऐसा होगा, उनके स्टूडेंट उस मौके का भरपूर फायदा उठाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
उन्होंने बताया, “वैसे तो ये हमारा सपना है कि हम राहुल को भारत में फाइट करते देखें लेकिन इन दिनों कोरोनावायरस का प्रकोप इतना है कि इससे हमें अपने सपने को पूरा करने के लिए थोड़ा इंतज़ार करना पड़ सकता है।”
“ये अभी भी हमारा सपना है क्योंकि हम दिखाना चाहते हैं कि राहुल कैसा प्रदर्शन करने में सक्षम हैं। हम किसी अन्य भारतीय एथलीट को नीचा नहीं दिखाना चाहते लेकिन मुझे लगता है कि फिलहाल राहुल भारत के बेस्ट प्रोफेशनल मिक्स्ड मार्शल आर्टिस्ट हैं।”
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