नाटावट के लिए डवट्यान एक खतरनाक प्रतिद्वंदी क्यों हैं
यूरिक “मी खाओ जोम्हॉट” डवट्यान को चाहे अभी ONE Championship में एक ही मैच का अनुभव हो, लेकिन उसमें भी उन्होंने नॉकआउट से जीत हासिल की थी। इससे पहले वो थाईलैंड और यूरोप में एक खतरनाक मॉय थाई फाइटर का दर्जा प्राप्त कर चुके हैं।
अब शुक्रवार, 12 नवंबर को ONE: NEXTGEN II में उनका सामना ONE फेदरवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड ग्रां प्री अल्टरनेट बाउट में थाई स्टार स्मोकिन’ जो नाटावट से होगा और वो ONE में अपने कद को और भी बढ़ाना चाहेंगे।
एक तरफ फैंस नाटावट से अच्छी तरह वाकिफ हैं, लेकिन उनके 28 वर्षीय प्रतिद्वंदी भी कम खतरनाक नहीं हैं। यहां आप जान सकते हैं कि डवट्यान ने किस तरह खुद को एक खतरनाक स्ट्राइकर बनाया है।
थाईलैंड में कई एलीट लेवल के फाइटर्स का सामना किया
ONE के साथ साइन करने से पहले “मी खाओ जोम्हॉट” ने कई साल थाईलैंड में Thai Fight और MAX Muay Thai जैसे प्रोमोशंस में कई सालों तक फाइट की। इस दौरान उनका सामना कई एलीट लेवल के फाइटर्स से हुआ।
उन्हें काफी अनुभव हासिल है और इस बीच उनका सामना एक ऐसे एथलीट से हुआ, जो सबसे खतरनाक थाई स्ट्राइकर्स को भी हरा चुके हैं और यही अनुभव डवट्यान को भी एक खतरनाक एथलीट साबित कर रहा है।
ONE: A NEW BREED में उन्होंने बांगपलीनोई पेटयिंडी एकेडमी के खिलाफ अपना ONE डेब्यू किया। बांगप्लीनोई उससे पहले लियाम नोलन और ब्राउन पिनास को लगातार 2 मैचों में हरा चुके थे और तीसरी जीत दर्ज कर फेदरवेट डिविजन में नई पहचान कायम करना चाहते थे।
लेकिन उनका सामना डवट्यान से हुआ, जिन्हें अभी तक ग्लोबल स्टेज पर कोई नहीं जानता था, मगर उनमें टैलेंट की कोई कमी नहीं थी। उन्होंने ONE Super Series फैंस को अपने जबरदस्त बॉक्सिंग गेम से चौंकाते हुए दूसरे राउंड में नॉकआउट से जीत हासिल की।
अब वो इसी मोमेंटम को नाटावट के खिलाफ इस्तेमाल करेंगे, जो डवट्यान के लिए अभी तक के सबसे खतरनाक प्रतिद्वंदी होंगे।
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हमेशा अंडरडॉग माना गया है
कॉम्बैट स्पोर्ट्स में अक्सर देखा जाता है कि जो एथलीट कम अनुभवी, कम ताकतवर हो, उसे अंडरडॉग की संज्ञा दी जाती है और बहुत कम लोगों को उनसे जीत की उम्मीद होती है।
डवट्यान इस तरह की परिस्थिति से अच्छी तरह वाकिफ हैं और हमेशा लोगों को गलत साबित करते आए हैं।
उन्हें कम आंकना किसी के लिए भी बड़ी भूल साबित हो सकती है, फिर चाहे उनका सामना खुद से ताकतवर एथलीट से ही क्यों ना हो रहा हो। उन्होंने इस बात को बांगप्लीनोई के खिलाफ साबित करके दिखाया। बांगप्लीनोई को उनसे 3 गुना ज्यादा अनुभव हासिल था। अब वो नाटावट के खिलाफ भी कुछ ऐसा ही करना चाहेंगे और उनके नाम डवट्यान की 40 जीतों के मुकाबले 70 जीत हैं।
2018 में ONE को जॉइन करने के बाद नाटावट केवल जियोर्जियो “द डॉक्टर” पेट्रोसियन के खिलाफ 2 मैच हारे हैं। मगर उनके अलावा फेदरवेट के कई टॉप कंटेंडर्स को मात दे चुके हैं।
नाटावट के रिकॉर्ड को देखते हुए डवट्यान को एक बार फिर अंडरडॉग माना जाएगा।
हमेशा दृढ़ रहे हैं
कोई फाइटर कितना ही प्रतिभा का धनी क्यों ना हो, लेकिन वो किसी चीज़ को लेकर दृढ़ नहीं हैं तो उन्हें सफलता नहीं मिल पाएगी। मगर डवट्यान हमेशा दृढ़ रहे हैं।
“मी खाओ जोम्हॉट” का फाइटिंग स्टाइल बहुत खतरनाक है। जब उनके प्रतिद्वंदी आक्रामक रुख अपनाते हैं, तब उन्हें अपने विरोधियों को अटैक करने का लालच देना बहुत पसंद है।
अपने करियर में वो फ्रंट-फुट पर अटैक की रणनीति अपनाते आए हैं। उनके पंच दमदार हैं, जिनकी मदद से उन्होंने बांगप्लीनोई को मात दी थी। उनकी चिन (ठोड़ी) बहुत मजबूत है और प्रभावशाली पंचों को प्रभाव झेलते आए हैं।
नाटावट के खिलाफ मैच में मजबूत चिन उन्हें बढ़त दिलाने में मदद कर सकती है क्योंकि नाटावट ने अपनी 4 में से 2 जीत अपने विरोधी को फिनिश कर हासिल की हैं।
डवट्यान कभी हार ना मानने की मानसिकता के साथ आगे बढ़ते हैं इसलिए फैंस को ग्रां प्री अल्टरनेट बाउट में एक खतरनाक फाइटर की ओर से धमाकेदार एक्शन देखने को मिलेगा।
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