Woman Crush Wednesday: अल्मा जुनिकु
अल्मा जुनिकु ने जून 2019 में हुए ONE: LEGENDARY QUEST में ग्लोबल स्टेज पर अपना डेब्यू किया था, उनका डेब्यू इसलिए शानदार साबित हुआ क्योंकि उन्होंने ONE एटमवेट मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियन स्टैम्प फेयरटेक्स को अपना बेस्ट प्रदर्शन करने के लिए पुश किया था। साथ ही अपने मॉय थाई स्टाइल से उन्होंने दुनिया के करोड़ों फैंस का दिल भी जीता है।
केवल 19 साल की उम्र होने के बावजूद ऑस्ट्रेलियाई स्टार जब भी सर्कल में उतरती हैं तो धैर्य उनका सबसे बड़ा हथियार होता है। जैसे ही मैच शुरू होता है वो अपने मॉय थाई स्टाइल से स्ट्राइक्स लगाने में भी संकोच नहीं करती हैं।
ये कोई चौंकाने वाली बात नहीं है कि जुनिकु ने इतने थोड़े समय में कैसे अपना फैनबेस इस कदर बढ़ा लिया है। #WomanCrushWednesday के इस एडिशन में हम ऐसी 3 चीजें आपके सामने रख रहे हैं जो जुनिकु को ONE की सबसे उभरती हुई स्टार्स में से एक बनाने में सफल रही हैं।
एक वर्ल्ड चैंपियन
अपने 18वें जन्मदिन के कुछ ही हफ्ते बाद यानी दिसंबर 2018 में जुनिकु ने पहला वर्ल्ड टाइटल अपने नाम किया था।
लोगन शहर से आने वाली एथलीट ने थाईलैंड की ज़ाज़ा सोर अरी को हराकर WMC और IPCC मॉय थाई वर्ल्ड टाइटल अपने नाम किए और उसके कुछ ही समय बाद उन्हें इस स्पोर्ट के एलीट लेवल के एथलीट्स के साथ जोड़ा जाने लगा।
जुनिकु के पास शानदार तकनीक है, आक्रामक फाइटिंग स्टाइल है और पंच, किक्स, नी स्ट्राइक्स और एल्बो भी वो अच्छे से लगाना जानती हैं। इन्हीं स्किल्स ने उन्हें ONE Super Series में जगह दिलाई थी।
अपने सपने को पूरा करने के लिए कुछ भी कर गुजरने की चाह
https://www.instagram.com/p/B-ZdtoCDV1x/
जुनिकु का टॉप पर पहुंचने तक का सफर आसान नहीं रहा है।
पहले उन्होंने अपने पिता की इच्छा से उलट सॉकर छोड़कर कॉम्बैट स्पोर्ट्स में आने का निर्णय लिया, उनके पिता खुद एक प्रोफेशनल खिलाड़ी हुआ करते थे।
उसके बाद उनकी मॉय थाई के लिए प्रतिबद्धता के लिए मज़ाक उड़ाया जाता था। उनके साथी ये नहीं सोचते थे कि इस स्पोर्ट में लड़कियां भी सफल हो सकती हैं और उन्होंने कहा कि वो दूसरों की बातों पर ध्यान नहीं देंगी।
व्याकुलता से भरी हुई जुनिकु ने मॉय थाई में आगे बढ़ना जारी रखा और दूसरे लोगों द्वारा कही गई बातों को वो एक प्रेरणा मानती थीं और इसी कारण वो सफल हो पाई हैं।
दूसरों के लिए एक प्रेरणा
युवावस्था में मार्शल आर्ट्स के कारण ही उनका मज़ाक उड़ाया जाता था और अब जुनिकु चाहती हैं कि वो इतनी सफलता हासिल करें जिससे वो आने वाली जनरेशन के लिए एक उदाहरण स्थापित कर पाएं।
हालांकि, मॉय थाई जिम में अभी भी पुरुषों को ही ज्यादा तवज्जो दी जाती है, विमेंस एथलीट्स को ज्यादा गंभीरता से नहीं लिया जाता। लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि एक लड़की होने के कारण वो अपने सपनों को त्याग दें।
जुनिकु एक जीता-जागता उदाहरण हैं कि कोई भी इस स्पोर्ट में सफलता प्राप्त कर सकता है।
जुनिकु के कुछ शानदार पल
आखिर में आप यहाँ जुनिकु के ONE Super Series के सबसे बेहतरीन एक्शन शॉट्स को देख सकते हैं।
ये भी पढ़ें: Woman Crush Wednesday: बी गुयेन