इन 3 कारणों से स्ट्रेंथ ट्रेनिंग आपके मार्शल आर्ट्स गेम के लिए फायदेमंद हो सकती है
ONE Championship के कई सारे सुपरस्टार्स सर्कल में सफलता पाने के लिए अपनी मार्शल आर्ट्स स्किल्स पर निर्भर रहते हैं, लेकिन इसके साथ स्ट्रेंथ ट्रेनिंग जैसे कई अन्य अभ्यासों को भी वो इसमें शामिल करते हैं।
तवनचाई पीके.साइन्चाई को देखें तो वो 26 फरवरी को ONE Fight Night 7: Lineker vs. Andrade II के को-मेन इवेंट में #2 रैंक के कंटेंडर जमाल युसुपोव के खिलाफ अपना ONE फेदरवेट मॉय थाई वर्ल्ड टाइटल डिफेंड करने वाले हैं।
23 साल के फाइटर अपनी ताकत के लिए पहचाने जाते हैं और इसमें कोई संदेह नहीं है कि वो अपनी स्टेंथ ट्रेनिंग के तरीकों की वजह से ही ऐसा कर पाते हैं।
थाइलैंड के बैंकॉक के लुम्पिनी स्टेडियम में तवनचाई के पहले वर्ल्ड टाइटल डिफेंस से पहले उन 3 कारणों को जान लेते हैं कि आखिर क्यों सभी मार्शल आर्टिस्ट्स के लिए स्ट्रेंथ ट्रेनिंग इतनी महत्वपूर्ण होती है।
फिजिकल कंडीशनिंग बढ़ाने के लिए
ज्यादा इंटेंसिटी के साथ लंबे वक्त तक मार्शल आर्ट्स की तकनीकों का प्रदर्शन करने में स्ट्रेंथ ट्रेनिंग शरीर को सक्षम बनाती है। इसकी वजह से ONE एथलीट्स आमतौर पर 3 से 5 राउंड तक चलने वाले मुकाबलों में सक्रिय रह पाते हैं। इस दौरान आवश्यक गति, चालाकी और ताकत को बनाए रखने में स्ट्रेंथ ट्रेनिंग एक खास भूमिका निभाती है।
मार्शल आर्ट्स तकनीकों में इस्तेमाल की जाने वाली स्ट्रेंथ ट्रेनिंग मसल्स को मजबूत बनाती है और पंचों, किक्स और अन्य मूव्स के पीछे की ताकत को बढ़ाती है। ये एक एथलीट के प्रदर्शन में सुधार करती है और उसे पूरी क्षमता के साथ सर्कल में मुकाबला करने में मदद करती है।
उदाहरण के तौर पर, 17 बार के BJJ वर्ल्ड चैंपियन मार्कस “बुशेशा” अल्मेडा जैसे फाइटर को ही ले लेते हैं, जो पहले ही राउंड में विरोधियों को फिनिश करके अपनी स्ट्रेंथ ट्रेनिंग की ताकत का नमूना पेश करते रहते हैं। ये उनकी एथलेटिक कंडीशनिंग से मिलने वाला एक और लाभ है। ये बाउट को जल्दी और निर्णायक रूप से खत्म करने के लिए जरूरी ताकत भी दे सकता है।
संतुलन, तालमेल और एकाग्रता में सुधार
स्ट्रेंथ ट्रेनिंग आपके समग्र संतुलन और तालमेल में सुधार लाती है, जो मार्शल आर्ट्स की तकनीकों का सही तरीके से प्रदर्शन करने के लिए सबसे जरूरी है।
फिर चाहे आप सबमिशन ग्रैपलिंग मैच में जीत हासिल करना चाहते हों या किकबॉक्सिंग बाउट में अपनी स्किल्स को बेहतर ढंग से दिखाना चाहते हों, ऐसे में शरीर और उसकी गतिविधियों को नियंत्रित करने की क्षमता प्रमुख होती है। स्ट्रेंथ ट्रेनिंग आपकी एकाग्रता और चतुराई को और भी धारदार बना सकती है, जो जिंदगी और रिंग दोनों में सफलता हासिल करने का सबसे जरूरी आधार है।
ज्यादतर एथलीट ONE विमेंस एटमवेट किकबॉक्सिंग और अंतरिम मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियन जेनेट टॉड के प्रभावशाली शारीरिक ताकत और मानसिक दृढ़ता की बराबरी नहीं कर सकते हैं। फिर भी ये स्पष्ट है कि इन दोनों स्पोर्ट्स में “JT” की इंटेंसिव स्ट्रेंथ ट्रेनिंग ने उनकी सफलता में एक खास भूमिका निभाई है।
जोड़ों की चोट से बचाव
स्ट्रेंथ ट्रेनिंग मार्शल आर्ट्स में उपयोग की जाने वाली मसल्स, टेंडन्स और लिगामेंट्स की सुरक्षा करती है और इन्हें चोटिल होने से रोक सकती है। ये जोड़ों के आसपास की मसल्स को मजबूत करके उनमें लचीलापन भी लाती है, जिसकी मदद से आप अपनी गति बढ़ा सकते हैं।
इन प्रमुख घटकों को मजबूत करके जॉइंट पर लगाया जाने वाला बल कम हो जाता है। इससे हर रोज होने वाली ट्रेनिंग के दौरान चोटिल होने की संभावना भी कम हो जाती है। इसके अतिरिक्त, मांसपेशियों को ताकतवर बनाकर आप लचीलापन बढ़ा सकते हैं क्योंकि यही मजबूत मसल्स मुकाबले के दौरान आपको लचीला बनाने में कारगर होती हैं।
ONE लाइट हेवीवेट और अंतरिम हेवीवेट वर्ल्ड चैंपियन एनातोली मालिकिन जैसे एथलीट अपनी ताकतवर मसल्स के लिए पहचाने जाते हैं। हालांकि, स्ट्रेंथ ट्रेनिंग ने “स्लेदकी” को चुस्त बना दिया है, जिसकी वजह से वो लगातार सफलतापूर्वक फिनिश करने की अपनी लय को बरकरार रख सके हैं।