40 साल की उम्र में BJJ सीखने की चाह रखने वालों के लिए 5 टिप्स
ब्राजीलियन जिउ-जित्सु एक-जाना पहचाना मार्शल आर्ट है, जिसमें ग्रैपलिंग और ग्राउंड फाइटिंग पर जोर दिया जाता है।
इस कला में ताकत और शरीर के आकार से ज्यादा तकनीक को प्राथमिकता दी जाती है, जो इसे 40 साल की उम्र में भी किसी के सीखने के लिए सबसे अच्छा खेल बना देता है। इसके अलावा, ये दूसरे स्पोर्ट्स में इस्तेमाल होने के साथ सेल्फ डिफेंस के लिए भी उपयुक्त रहता है। यही वजह है कि दुनिया भर के लोग इसका अभ्यास करते हैं।
ऐसा कहा जाता है कि अगर आप 40 साल या इससे अधिक उम्र के हैं और जिउ-जित्सु सीखने की शुरुआत करने जा रहे हैं तो लंबे समय तक इस गेम में टिके रहने के लिए हम कुछ उपयोगी टिप्स आपको बताने जा रहे हैं।
धीमी शुरुआत करें
अगर आप ONE मिडलवेट वर्ल्ड चैंपियन रीनियर डी रिडर की तरह तकनीकों के माहिर बनना चाहते हैं तो रातोंरात ऐसा कर पाने की उम्मीद करना सही नहीं है।
इसकी जगह पर आप अपनी स्किल्स को धीरे-धीरे बढ़ाने में अपना पूरा समय लीजिए। धीमी शुरुआत करके ये सुनिश्चित कीजिए कि आप इस स्पोर्ट की बुनियादी चीजों को अच्छी तरह से सीखें और फिर उनमें महारथ हासिल करते हुए एडवांस तकनीक की ओर बढ़ें।
इस तरह से आप खुद को चोट से बचा सकेंगे। साथ ही एडवांस तकनीक की ओर तेज गति और बेहतर तरीके से प्रगति कर पाएंगे।
सही तरह से करें वॉर्मअप
हर ट्रेनिंग सेशन से पहले जिन तकनीकों और मूवमेंट्स को आप सीखने जा रहे हैं, उनके लिए सही से बॉडी को वॉर्मअप जरूर कर लें। अपने शरीर का ध्यान रखकर आप अपने अंदर छिपी मेई यामागुची को जगा सकते हैं, जो काफी तेज और निडर एथलीट हैं।
सही तरह से वॉर्मआप करने पर आपकी मसल्स और नसों में खून का बहाव तेज हो जाएगा। इससे आप खुद का चोटों से बचा पाएंगे, फ्लैक्सिबिलिटी बढ़ जाएगी, रेंज ऑफ मोशन व कॉर्डिनेशन बेहतर हो जाएगा।
इसके अतिरिक्त, सही तरह से वॉर्मअप करने से जो काम आप करने जा रहे हैं, उसके लिए ध्यान केंद्रित करने और सजग रहने की क्षमता बढ़ती है।
मजबूत नींव रखें
जिउ-जित्सु की स्किल्स को परफेक्ट करने से पहले ये जरूरी है कि आप बुनियादी चीजों से अपनी नींव को मजबूत बनाएं। अपने इस सफर के दौरान ऐसा करने के लिए आप मौजूदा समय के सबसे महान ब्राजीलियाई जिउ-जित्सु के माहिर एथलीट मार्कस “बुशेशा” अल्मेडा से प्रेरणा ले सकते हैं।
17 बार के BJJ वर्ल्ड चैंपियन ने कई बार अपने सही पॉश्चर, असरदार पकड़ और ताकतवर आधार का प्रदर्शन अपने मैचों में किया है, जिसके चलते वो MMA में सफलतापूर्वक शामिल हो पाए।
ऐसे में जरूरी हो जाता है कि आप जरूरी मूवमेंट्स सीखकर उनका अभ्यास करें, जिसमें गार्ड पास, स्वीप और एस्केप्स के साथ ही बेसिक सबमिशन्स जैसे कि आर्म बार्स, चोक्स और लेग लॉक्स शामिल हैं।
अपने शरीर को समझें
जब उम्र बढ़ती है, तब आपका शरीर किसी युवा BJJ एथलीट जितना शारीरिक परिश्रम कर पाने में सक्षम नहीं होता है। यहां तक कि दुनिया के जाने-पहचाने फाइटर शिन्या एओकी को भी अपनी ड्रिल्स के दौरान काफी सावधानी बरतनी पड़ती है।
ऐसे में ध्यान देना होता है कि ट्रेनिंग के दौरान आपकी बॉडी किस तरह की प्रतिक्रिया दे रही है। अगर शरीर में कहीं दर्द या असहजता महसूस हो तो डॉक्टर के पास जाने से जरा भी ना हिचकें।
अपनी बॉडी को समझकर आप चोटिल होने से बच सकते हैं। ऐसे में आपको इस बात का भी ध्यान रखना है कि आप थक जाने के बाद ब्रेक जरूर लें, ताकि ज्यादा ट्रेनिंग और जबरदस्ती मेहनत करने से बचे रहें।
खेल का मजा लें
हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि जिउ-जित्सु सीखने के दौरान इसका मजा जरूर लें। यहां तक कि पिछले कई साल से MMA के सबसे महान एथलीट और ONE फ्लाइवेट वर्ल्ड चैंपियन डिमिट्रियस जॉनसन अब भी इस खेल की प्रैक्टिस करने के लिए उत्साहित रहते हैं और मैट्स पर जाना उन्हें बहुत अच्छा लगता है।
खेल का मजा लेते रहने से आप इसकी ट्रेनिंग करने के लिए प्रोत्साहित और केंद्रित बने रहेंगे। इस तरह से आपका मन नई स्किल्स सीखने के दौरान आने वाली परेशानियों से नहीं भटकेगा और मार्शल आर्ट्स सीखने की यात्रा का आप खुलकर लुत्फ उठा पाएंगे।