मार्टिन गुयेन की नॉकआउट टिप्स के साथ अपनी पंचिंग पावर को बढ़ाएं
ONE फेदरवेट वर्ल्ड चैंपियन मार्टिन “द सीटू-एशियन” गुयेन पूरे डिविज़न के सबसे ताकतवर स्ट्राइकर्स में से एक है।
इस 31 वर्षीय सुपरस्टार ने अपने करियर में ढेर सारी प्रतिद्वंदियों को धूल चटाई है और अपनी जबरदस्त स्ट्राइकिंग के दम पर मुकाबले जीते हैं।
आइए नॉकआउट पावर बढ़ाने के लिए मार्टिन गुयेन द्वारा दी गई टिप्स के बारे में जानते हैं।
#1 भारी बैग पर मुक्के चलाएं
गुयेन का जिम में सबसे अच्छा साथी जरूर एक भारी बैग होगा। चैंपियन हर दिन कुछ समय ये काम करते हैं। 5 मिनट के कई राउंड के लिए वो सही तरह से सिंगल शॉट लगाते हैं और इस दौरान अपनी सांस पर नियंत्रण रखते हैं। इस तकनीक को सही तरह से सीखकर वो हर पंच के साथ बाउट में ज्यादा ताकत लगा सकते हैं।
उन्होंने सलाह देते हुए कहा, “जब भी आप मैच के लिए तैयारी कर रहे हैं या भारी बैग से ट्रेनिंग सेशन में तैयारी कर रहे हैं तो खुदपर और सांस पर नियंत्रण रखें। ये जरूरी चीज़ है। आपको एक शॉट की जरूरत है और जीत के लिए एक शॉट अहम है इसलिए ओवरहैंड, हुक और अपरकट पर काम करें।”
“सिर्फ सिंगल शॉट के साथ सही से सांस लेने की कोशिश करें और इसमें अपनी पूरी जान झोंक दें। टाइमर सेट करें और हर 10 सेकंड में इस पर काम करें।”
#2 रेजिस्टेंस बैंड के साथ शैडोबॉक्सिंग करें
बहुत सारे बॉक्सर्स और मॉय थाई का अभ्यास करने वाले एथलीट ट्रेनिंग रूटीन के दौरान रेजिस्टेंस बैंड्स का उपयोग करते हैं। इससे पंच और किक ज्यादा प्रभावशाली हो जाती हैं। ये एक ऐसी चीज़ है जिसमें “द सीटू-एशियन” काफी भरोसा रखते हैं।
सही प्रकार की स्ट्राइकिंग सीखने के लिए चैंपियन रेजिस्टेंस बैंड्स के साथ शैडोबॉक्सिंग को अपने ट्रेनिंग रूटीन में जोड़ते हैं। बैंड्स की रोधक शक्ति एथलीट को असली शक्ति बाहर लाने में मदद करती है।
चैंपियन ने बताया, “प्लायोमेट्रिक रबर बैंड्स की मदद से पंच थोड़ी रुकावट के साथ आते हैं। ये अपनी चाल को कम करने में मदद करता है और रोकने के लिए भी। जब आप पंच लगाएंगे तो ये आपको पीछे खींच लेगा।”
“लेकिन जब असल मैच की बात आती है तो आपको कुछ भी पीछे नहीं खींचेगा। इसलिए पंच लगाने के दौरान शरीर आगे की ओर जाएगा और प्रतिद्वंदी पर पंच सीधा लगेगा।”
#3 वजन उठाएं
ताकत जोड़ने का सबसे अच्छा तरीका मसल्स बनाना है और वजन उठाकर मसल्स अच्छे से बनाए जा सकते हैं।
हर एक सुबह खासकर ट्रेनिंग कैम्प में गुयेन 90 मिनट ताकत और कंडिशनिंग को देते हैं। हालांकि, ज्यादातर वर्कआउट कार्डियो से संबंधित रहता है। वो वजन उठाते हैं और मसल्स पर ध्यान देते हैं जो नॉकआउट पंच के दौरान उन्हें शक्ति देता है। इसके अलावा एक और राज ये है कि पंच के दौरान पैर ताकत प्रदान करते हैं और इसलिए ये पंचिंग का अहम हिस्सा है।
“वजन उठाने से मसल्स बनते हैं और मसल्स के वर्कआउट से ताकत आती है। मैं शरीर के 4 अहम हिस्सों पर ध्यान देता हूँ जिसमें कंधे, पीठ, चेस्ट और पैर शामिल हैं। मैं कम रिपीट के साथ ज्यादा वजन उठता हूँ और इससे ताकत बढ़ती है।”
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