शेनन विराचाई के वनशिन सिस्टम से अपनी स्ट्राइकिंग को सुधारें
ONE Championship के लाइटवेट स्टार शेनन “वनशिन” विराचाई को मार्शल आर्ट्स की अलग-अलग स्टाइल्स का काफी अनुभव है। उन्होंने ब्रूस ली की मानसिकता को अपनाया और जाना कि उनके लिए क्या उपयोगी है और किस चीज़ को वो मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में डाल सकते हैं।
BJJ, मॉय थाई, रेसलिंग और बॉक्सिंग का रुख करने से पहले उन्होंने जूडो और कुंग फू में भी हाथ आजमाया। इसने विराचाई में अनुशासन डाल दिया और वो कॉम्बैट के लिए अपने विश्लेषण के अनुसार तकनीकों को अपनाने लगे।
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उनके पास इतना ज्ञान आ चुका है कि वो इसे ‘वन स्ट्राइकिंग सिस्टम’ कहते हैं। विराचाई ने इसके प्रभावशाली नतीजे अपने प्रोफेशनल करियर में दर्शाए हैं जहां वो कई मुकाबलों को फिनिश करने में कामयाब रहे हैं।
उन्होंने कुछ इस तरह से फैंस के साथ अपना ज्ञान साझा किया।
संतुलन
किसी भी खेल या शारीरिक गतिविधि में संतुलन और बेस-पॉस्चर (शरीर की मुद्रा) में नियंत्रण स्ट्राइकिंग आर्ट को सीखने के लिए जरूरी है। विराचाई ने बताया कि ये आपके भविष्य के लिए नींव की तरह काम करेगा और इसपर आपका भविष्य निर्भर होगा।
उन्होंने कहा, “अगर आप शॉट्स लगाने का प्रयास कर रहे हैं तो ध्यान रखें कि आपको अपने शरीर पर नियंत्रण रखना होगा। इससे कोई मतलब नहीं है कि आपका पंच लंबा या छोटा, चौड़ा या तंग, सीधा या मुड़ा हुआ है। जब तक आपके पास संतुलन है, तब तक आपको मदद मिलेगी।”
“अगर आप पंच लगा रहे हैं और आपके पैर जमीन पर नहीं है या आप अपने सिर को सही पोजिशन पर नहीं ला पा रहे हैं तो आपको उम्मीद करनी है कि आपके शॉट्स सही जगह लैंड करें या आप एक खराब स्थिति में आ जाएंगे।”
सीमा (रेंज)
पहला शब्द जो विराचाई के सिद्धांत R.A.R.E में आता है वो है ‘रेंज’। मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में हर एक रेंज आवश्यक है। स्ट्राइकिंग में अंदर और बाहर की दूरी पर सारी चीज़ें आधारित हैं।
उन्होंने बताया, “अगर अपने रेंज और दूरी के गेम में विशेषज्ञता प्राप्त की है तो आप संतुलन पर नियंत्रण रखना जान गए होंगे। इसके बावजूद भी अगर आपके पंचिंग का शुरुआती ज्ञान अच्छा नहीं है तो भी आप बिना चोट लगे आपके प्रतिद्वंदी पर प्रहार कर सकते हैं। इसका सुधार करने के लिए फुटवर्क का अभ्यास काफी आवश्यक है।”
एंगल
आगे और पीछे की मूवमेंट्स के बेसिक्स के बाद अब ‘A’ से एंगल की बारी आती है। स्ट्राइकिंग रेंज में घुसना और बाहर निकलना आपके प्रतिद्वंदी को धराशाई करने के लिए पर्याप्त नहीं है क्योंकि वो भी ये चीज़ कर सकते हैं। इसलिए आपको अपने गेम में कुछ चीज़ें जोड़नी होंगी।
उन्होंने बताया, “आप पूरा दिन आपके प्रतिद्वंदी के साथ खड़े रहकर अंदर-बाहर का खेल खेल सकते हैं और इसमें किसी को भी चोट नहीं लगेगी। खासकर ऐसा तब होगा जब आपके प्रतिद्वंदी के पास अच्छी गति और रेंज से बाहर आने के लिए अच्छे रिफ्लेक्सेस (चुस्ती-फुर्ती) हो और वो आपके पंच या किक्स को रोक लें। ऐसा ज्यादातर कराटे के मुकाबलों में होता है।”
“इस वजह से एंगल्स सबसे अहम बन जाते हैं। कभी-कभी आपको अपने अनुसार एंगल बनाना होता है जैसे पीछे हटना, अलग तरीके से आपके प्रतिद्वंदी के लक्ष्य को देखना और ‘रेंज’ में आकर फिर हमला करना।
“बहुत मौकों पर जब आप ‘रेंज’ में आकर हमला करने का प्रयास करते हैं तो इस समय अगर आपका प्रतिद्वंदी मुड़ने लगे या अपना स्टांस बदलने की कोशिश करें तो इसका अर्थ है कि उन्होंने आपके लिए एक एंगल बना लिया है।”
रिदम (लय)
हर प्रकार के स्ट्राइकिंग मार्शल आर्ट्स में पूरी दुनिया के हर कोने में स्थित लोगों के लिए एक लक्ष्य को हासिल करने के हमेशा अलग तरीके और तकनीक उपयोग होगी। सबसे सामान्य स्ट्राइक्स में पंच, किक, कोहनी और घुटनों से वार शामिल हैं लेकिन इसे उपयोग करने के कई सारे तरीके हैं और इनके अलग-अलग नतीजे भी रहेंगे।
विराचाई ने कहा, “जब आप हमला करने के लिए एक पोजिशन चुन लेते हैं या आपको पता है कि वो स्थान कहाँ है तो आप सिंगल शॉट से ज्यादा भी हमला कर सकते हो। आप कॉम्बिनेशंस लगाना शुरू कर सकते हैं। कुछ सामान्य कॉम्बिनेशंस में ‘क्रॉस-हुक-क्रॉस’ और ‘अपरकट-हुक-क्रॉस-लो-किक’ आदि शामिल है। आप लय का उपयोग करके अपना अनोखा कॉम्बिनेशन बना सकते हैं।”
थाई स्टार ने इसे संगीत में बदलने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा, “अगर आपके पास एक नोट के साथ एक ही गाना है लेकिन अगर आप लय बदल देंगे तो गाना पूरी तरह बदल जाएगा या आप उसे दूसरे गाने में बदल सकते हैं।
“स्ट्राइकिंग भी ऐसी ही है। आप ज्यादा लोगों द्वारा उपयोग होने वाले कॉम्बिनेशन का उपयोग कर सकते हैं, आप इसे तेज या धीमा करके या इसकी मूवमेंट में बदलाव करके ‘रेंज’ और ‘एंगल’ का उपयोग करके संगीतकार की तरह कई सारे कॉम्बिनेशंस एक ही नोट्स से अलग तरीकों के साथ बना सकते हैं।”
क्रियान्वन (एग्जीक्यूशन)
बहुत सारे लोग शुरुआत से ही अंतिम लक्ष्य के बारे में सोचने लगते हैं और बिना किसी ज्ञान के पंच या किक लगाने की कोशिश करते हैं। विराचाई के अगले नियम ‘E’ एग्जीक्यूशन की मदद से आपको सही नतीजे मिलेंगे।
उन्होंने कहा, “इसमें किसी तकनीक की जरूरत नहीं है लेकिन जब आप R.A.R. को हासिल कर लें तो फिर आपको अपने गेम पर नियंत्रण रखना चाहिए और इससे आप अपने शॉट या तकनीक को सफलता से हासिल कर सकते हैं।”
“एग्जीक्यूशन का सिद्धांत मैंने चीनी मार्शल आर्ट्स से सीखा है और मैंने मॉय थाई सीखने की शुरुआत में ही इस चीज़ को समझ लिया था। ये दोनों अलग-अलग मार्शल आर्ट्स के सिद्धांत एक जैसे ही हैं।”
इस सिद्धांत को 3 आसान चीनी शब्दों में कहा जा सकता है ‘Hua’ जिसका अर्थ निराकरण, ‘Na’ जिसका अर्थ अपने प्रतिद्वंदी पर नियंत्रण और ‘Da’ जिसका मतलब स्ट्राइक्स लगाना है।
थाई स्टार ने कहा, “जब हम स्ट्राइक्स देखते हैं तो हम उसका निराकरण निकालते हैं, इसके बाद हम निशाना देखते हैं और फिर अपनी तकनीक को हासिल करते हैं। बचाव और अटैक के बीच हम प्रतिद्वंदी पर नियंत्रण रखने की परिस्थिति को संतुलित करना भूल जाते हैं जो तय करता है कि हमें कोई सरप्राइज नहीं मिलेगा। इसलिए हमेशा ध्यान रखें कि तकनीक को सही तरह से हासिल करने के पहले आपके पास पूरा नियंत्रण होना चाहिए।”
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