मार्शल आर्ट्स किस तरह आपको सोशल एंजाइटी से दूर रखता है
कई अध्ययनों से पता चला है कि केवल संयुक्त राज्य अमेरिका में डेढ़ करोड़ से अधिक लोग सोशल एंजाइटी (सामाजिक डर) से जूझ रहे हैं, लेकिन उनमें से कुछ ने मार्शल आर्ट्स की ट्रेनिंग करते हुए इस डर से निजात पाई है।
ब्राजीलियन जिउ-जित्सु, मॉय थाई, किकबॉक्सिंग, मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स या अन्य तरीकों के मार्शल आर्ट्स लोगों को सिखा सकते हैं कि सामाजिक डर से कैसे दूर रहा जा सकता है।
इसलिए आइए जानते हैं उन तरीकों के बारे में जिनसे मार्शल आर्ट्स आपको सामाजिक डर से दूर रख सकता है।
मार्शल आर्ट्स तनाव और चिंता को कम करता है
जब आप मार्शल आर्ट्स की बहुत कड़ी ट्रेनिंग करते हैं, तब आपकी बॉडी हैप्पी हार्मोन्स का उत्पादन करती है, जिन्हें एंडोर्फिन कहा जाता है।
एंडोर्फिन नेचुरल पेनकिलर की तरह होते हैं जो आपको तनाव और चिंतामुक्त रहने में मदद करते हैं। ऐसे में ट्रेनिंग से आप पहले के मुकाबले अच्छा महसूस करने लगेंगे और खासतौर पर सामाजिक परिस्थितियों में डर, तनाव व चिंता आपसे दूर रहेगी।
ONE की विमेंस एटमवेट स्टार अलीस “लिल सैवेज” एंडरसन ने भी बताया था कि वो खुद सोशल एंजाइटी से जूझ रही थीं, मगर मार्शल आर्ट्स ने उन्हें इसे दूर करने में बहुत मदद की है।
चिंता और तनाव कम होने से आप मार्शल आर्ट्स में भी अच्छे ढंग से ट्रेनिंग कर पाएंगे।
मार्शल आर्ट्स से आत्मविश्वास बढ़ता है
जो लोग मार्शल आर्ट्स से लंबे समय से जुड़े हुए हैं, वो जानते होंगे कि इसकी ट्रेनिंग से आत्मविश्वास बढ़ता है और सामाजिक डर से जूझ रहे लोगों में आत्मविश्वास का वापस आना बहुत जरूरी होता है।
आत्मविश्वास आपको कठिन परिस्थितियों का सामना करने में मदद करता है। जैसे किसी अनजान व्यक्ति से आप बिना डर के बात कर पाएंगे या फिर हजारों लोगों के सामने स्पीच देने के समय भी आत्मविश्वास जरूरी होता है।
इस तरह की स्थिति में सामाजिक डर आप पर हावी होने लगता है, लेकिन कुछ महीनों तक मार्शल आर्ट्स की ट्रेनिंग से आपका आत्मविश्वास काफी हद तक बढ़ जाता है।
मगर कभी-कभी किसी जिम को जॉइन करने को लेकर भी आप बहुत परेशान महसूस करने लगते हैं, इसका समाधान आगे है।
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मार्शल आर्ट शुरू करने से पहले कैसे सोशल एंजाइटी से निजात पाएं
अगर आप सामाजिक डर को साथ लिए मार्शल आर्ट्स की ट्रेनिंग शुरू करने वाले हैं, तो आपको इन चीज़ों पर खास ध्यान देना चाहिए।
जिम में कोच के साथ ट्रेनिंग शुरू करने और वातावरण में ढलने से पहले आप प्राइवेट क्लास ले सकते हैं। इस तरह से आप ग्रुप में ट्रेनिंग करने से पहले अच्छा महसूस कर पाएंगे।
दूसरा पहलू ये है कि आप सीधे तौर पर एक क्लास को जॉइन कर सकते हैं और अगर क्लास में ज्यादा लोग हैं, उस स्थिति में आप उस क्लास को जॉइन कर सकते हैं जिसमें कम लोग हों। जैसे लंच के समय होने वाली क्लास में बहुत कम लोग ट्रेनिंग करते हैं।
तीसरी बात ये कि अगर आपका कोई दोस्त मार्शल आर्ट्स की ट्रेनिंग करता हो तो आप उनके साथ अभ्यास कर सामाजिक डर से निजात पा सकते हैं क्योंकि अपने करीबियों के साथ रहने से आपको अच्छा करने का प्रोत्साहन मिलता है।
मार्शल आर्ट्स और बच्चों में सोशल एंजाइटी
अगर आपका बेटा या बेटी सामाजिक डर से जूझ रहे हैं तो उन्हें भी मार्शल आर्ट्स की ट्रेनिंग फायदा पहुंचा सकती है।
मार्शल आर्ट्स केवल शारीरिक नहीं बल्कि मानसिक रूप से भी बच्चों को स्वस्थ रखता है। वयस्कों की तरह मार्शल आर्ट्स बच्चों के आत्मविश्वास को भी बढ़ाता है।
इसलिए अगर आपके बच्चे सामाजिक डर से जूझ रहे हैं तो उन्हें मार्शल आर्ट्स क्लास में भेजिए। इससे वो ना केवल हमेशा एक मार्शल आर्टिस्ट कहलाएंगे बल्कि ये उन्हें जीवनभर सामाजिक डर से दूर रहने में मदद करेगा।
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