कुन खमेर मार्शल आर्ट: कंबोडिया का शौक और गौरव
कंबोडिया के मार्शल आर्ट कुन खमेर ने प्राचीन सभ्यता की गहराइयों से लेकर ग्लोबल स्टेज तक की यात्रा शानदार तरीके से की है।
आज दुनिया भर में मार्शल आर्ट्स फैंस ONE Championship की बाउट के दौरान कुन खमेर के एथलीट्स के रिंग में कदम रखते ही उन्हें पहचान जाते हैं।
आइए जानते हैं कि दक्षिण-पूर्वी एशियाई मार्शल आर्ट्स से कुन खमेर किस तरह से अलग है।
शानदार मार्शल आर्ट्स का वंश
उत्तरी कंबोडिया में 900 साल पुराने अंगकोर वट मंदिर में युताखुन खोम का चित्रण दीवारों पर किया गया है। इसी पुराने मार्शल आर्ट से आधुनिक कुन खमेर का जन्म हुआ।
कई तरह की किक, पंच, नी (घुटना) और अब काफी खतरनाक माने जानी वाली एल्बो (कोहनी) के कारण युताखुन खोम ने विशाल अंगकोर साम्राज्य का दबदबा बनाने में अहम किरदार निभाया है।
उस समय उत्तर-पूर्वी एशिया के मुख्य भू-भाग पर इसी का दबदबा था। अंगकोर साम्राज्य अपने समय का सबसे बड़ा शहरी केंद्र और कंबोडिया के पुराने मार्शल आर्ट्स के फलने-फूलने की जगह साबित हुआ।
फ्लाइवेट डिविजन के सबसे प्रतिभाशाली एथलीट चान रोथना ने युताखुन खोम अपने पिता से सीखा और नए जमाने के मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स के साथ उसे शामिल करके पुरानी परंपरा जिंदा रखी। इस तरह से खमेर कॉम्बैट परंपरा का बढ़ना शुरू हुआ।
लेकिन पुराने मार्शल आर्ट्स का बदलाव होकर, जिसे आज हम कुन खमेर के नाम से जानते हैं, उसके बारे में खेल के नजरिये से भी जानना दिलचस्प होगा।
राष्ट्रीय गौरव और शौक
कंबोडिया में कुन खमेर एक कॉम्बैट स्पोर्ट्स की सीमाओं से आगे जा चुका है। प्रतियोगिता करने वालों और इस खेल के जोशीले फैंस, दोनों के लिए ये खेल जुनून और लाइफ स्टाइल बन चुका है।
इस खेल का प्रसारण जब भी टीवी पर होता है तो लोगों की भीड़ जमा होकर इसे देखती है। इस बात से आपको कुन खमेर की जबरदस्त लोकप्रियता का अंदाजा लग जाएगा। साथ ही ये प्रशंसकों के उत्साह को भी दर्शाता है।
इस बात से सोक थय अच्छी तरह वाकिफ हैं। वो बेयॉन और पीएनएन स्टेडियम फ्लाइवेट चैंपियन हैं, जो अब कंबोडिया का प्रतिनिधित्व ONE Super Series में कर रहे हैं।
कुन खमेर में ऐसी क्षमता है, जो पुरुष, महिला, जवान और बुजुर्ग हर तरह के फैंस को अपनी ओर आकर्षित कर सकता है।
हालांकि, अब कंबोडिया का ये खेल देश की सीमाओं के पार जा चुका है और कुन खमेर वर्ल्ड चैंपियन नू श्रे पोव जैसे नए चेहरे इस खेल को और गति दे रहे हैं।
साल 2019 की शुरुआत में ONE: CLASH OF LEGENDS में अपने ONE Championship डेब्यू में इस युवा स्ट्राइकर ने थाई हीरो रिका “टाइनी डॉल” इशिगे को हराकर बड़ा दावा पेश किया था। अब वो इस नए प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल अपने समुदाय को धन्यवाद वापस करने के तौर पर कर रही हैं।
श्रे पोव ने बताया, “मैं ये दिखाना चाहती थी कि कंबोडिया की महिलाएं भी ताकतवर होती हैं। साथ ही, ये भी बताना चाहती थी कि महिलाएं भी अपने लक्ष्य को पा सकती हैं।”
कंबोडियाई अमेरिकी सोवनाह्री “द स्वीट सैवेज” एम भी इस बात की गवाह हैं कि लोकल फैंस से उन्हें आगे बढ़ने का प्रोत्साहन मिलता है।
हालांकि, वो अमेरिका में ही पैदा हुईं और पली-बढ़ीं लेकिन उन्हें अपने पूर्वजों के देश के लोगों से मिलने वाला समर्थन अच्छा एहसास कराता है।
एम बताती हैं, “मुझे लगता था कि मैं बस यहां आकर बाउट करूंगी लेकिन मुझे कंबोडिया में फैंस से मिलने वाले जबरदस्त समर्थन की कोई उम्मीद नहीं थी। मैं उनके प्यार और समर्थन के लिए उनका धन्यवाद करती हूं।”
कुन खमेर में कोहनी के अटैक का इस्तेमाल
जून 2018 में ONE: PINNACLE OF POWER के दौरान लंबे समय से मार्शल आर्ट्स से जुड़े रहने वाले एथलीट रिन सरोथ ने मारियो सत्य विरावन के खिलाफ कंबोडिया के इस जाने-पहचाने घातक दांव का असर दिखाया और स्टॉपेज से जीत हासिल की।
हालांकि, कई लोगों का ये मानना भी है कि इस कला का बेहतरीन वर्जन अभी आना बाकी है।
साथ में ONE Championship में कंबोडिया के सबसे सक्रिय एथलीट खॉन सिचान का मानना है कि कुन खमेर का एल्बो (कोहनी) स्टाइल काफी अलग और दिलचस्प है।
सिचान ने बताया, “मुझे लगता है कि हम सब अलग तरीके से एल्बो मारते हैं। हम इसे तेजी से मारते हैं और इंसाइड एल्बोज से क्लिंच से बचते हैं। ये देखने में दिलचस्प होगा, जब फाइटर्स किक मारकर एल्बोज से स्कोर करेंगे।”
एथलीट्स का वॉरियर्स वाला जज्बा
कई साल बाद कुन खमेर ने कंबोडियाई मार्शल आर्ट्स में तगड़ी वापसी की है।
इस पुराने मार्शल आर्ट की प्रैक्टिस कराने वाले कुछ ग्रैंड मास्टर्स हीं बचे हैं, ऐसे में इस पीढ़ी को इसकी ट्रेनिंग देकर मुकाबला करवाना बेकार बात नहीं हो सकती है।
कंबोडिया के प्रमुख मिक्स्ड मार्शल आर्टिस्ट रोथना की नजर में ये काफी बेहतर है। वो अभी अपने तगड़े विरोधियों के खिलाफ लगातार तीन बाउट की जीत की राह पर हैं।
अगस्त 2019 में ONE: DREAMS OF GOLD में रोथना ने अपनी वॉरियर मानसिकता का परिचय गुस्तावो “एल ग्लैडीएडर” बलार्ट के खिलाफ मिली जीत में दिया था।
इस तरह के प्रदर्शन से कुन खमेर का 2020 में नई ऊंचाइयों पर पहुंचना तय माना जा रहा है।
रोथना ने सर्कल में कुन खमेर का प्रतिनिधित्व करने के बारे में बताया, “मैं अपनी भावनाओं को ठेस पहुंचाने की जगह अपने शरीर को चोट पहुंचाना चाहूंगा।”
“फैंस मेरे लिए सबसे ज्यादा अहम हैं। वो चाहते हैं कि मैं हर फाइट जीतूं। इससे मुझे बहुत खुशी मिलती है और मैं हर मुकाबले को जीतने के लिए और ज्यादा मेहनत करता हूं।”
ये भी पढ़ें: शेनन विराचाई की 10 सबसे बेहतरीन कॉस्ट्यूम