क्यों आपको लंच ब्रेक के दौरान मार्शल आर्ट्स की ट्रेनिंग करनी चाहिए
लोग अपने लंच ब्रेक का इस्तेमाल कई तरह से करते हैं। कुछ लोग पिज्जा खाने के लिए बाहर जाते हैं, जबकि दूसरे लोग दोपहर में कुछ देर सोकर सुस्ता लेते हैं।
अगर आप अपने वर्कप्लेस पर आगे निकलना चाहते हैं तो आपको ब्रेक के दौरान मार्शल आर्ट्स की ट्रेनिंग के बारे सोचना चाहिए।
अगर आप इस विचार पर अपना मन नहीं बना पाए हैं तो ये रहीं वो वजह जिनके चलते आपको ऐसा करना चाहिए।
रवैया
जब आप लंच टाइम में मार्शल आर्ट्स की ट्रेनिंग करते हैं तो दिन के बीच में ही आपके एंडोरफिंस बढ़ते हैं। ऐसा करने से आप ज्यादा खुश रहते हैं और आपका बाकी का दिन आसानी से बीतता है।
इसका मतलब ये हुआ कि जब काम के दौरान आपके सामने तनाव वाले हालात आते हैं तो आप उसे उतने ही सकारात्मक रवैये से हैंडल करते हैं, जिस तरह से ONE विमेंस एटमवेट वर्ल्ड चैंपियन “अनस्टॉपेबल” एंजेला ली सर्कल में करती हैं।
हाल ही के कुछ सालों में कोई भी चीज़ ली को रोक नहीं पाई है- सिर्फ बेबीज और पपीज को छोड़कर।
लक्ष्य तय करना
जिस तरह की रणनीति आप मार्शल आर्ट्स में किक्स और पंचों में अपनाते हैं, ठीक उसी तरह से आप अपने ऑफिस में किए जाने वाले कामों की एक लिस्ट बना सकते हैं।
इस तरह से वर्कप्लेस में अपने लक्ष्य को पाने के लिए आप ज्यादा मेहनत करेंगे, ताकि लंच के समय ट्रेनिंग के लिए समय निकाल सकें।
इससे पहले कि आपको पता चले, आप भी ONE फ्लाइवेट वर्ल्ड ग्रां प्री चैंपियन डिमिट्रियस “माइटी माउस” जॉनसन की तरह गोल सेटिंग मशीन बन चुके होंगे।
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अनुशासन
केवल लक्ष्य तय करने से काम नहीं बनने वाला। आपके पास अपने लक्ष्य को पाने की तगड़ी इच्छा भी होनी चाहिए। ऐसे में अनुशासन से काम लेना पड़ता है।
अनुशासन मार्शल आर्ट्स की नींव है। जब आप हर दोपहर को जिम जाएंगे तो आपको खुद पर नियंत्रण रखने की खुराक रोजाना मिलेगी। इस तरह से आप वापस ऑफिस जाएंगे, बैठेंगे और जो चाहेंगे उस पर जीत हासिल करेंगे।
हो सकता है कि आप ONE बेंटमवेट मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियन नोंग-ओ गैयानघादाओ जितने अनुशासित हों, जो कि ONE Championship में सबसे अनुशासित एथलीट्स में से एक हैं लेकिन थोड़े से सेल्फ कंट्रोल से आप अपने डिपार्टमेंट में काफी तरक्की कर सकते हैं।
जुनून
मार्शल आर्ट्स आपको जुनूनी बनाता है। आपको जब कोई ऐसी चीज मिलती है, जिससे आपको प्यार होता है तो आप उसके दीवाने बनते चले जाते हैं। ऐसा ही आपके वर्कप्लेस पर भी हो सकता है।
हो सकता है कि आपको जितना जुनून ग्रैपलिंग से है, उतना ही स्प्रेडशीट से भी हो जाए। एक सॉलिड ट्रेनिंग सेशन के बाद जिस ऊर्जा के साथ आप अपने ऑफिस जाएंगे तो सच में वहां जगमगा जाएंगे।
ONE के चेयरमैन और सीईओ चाट्री सिटयोटोंग अपने जुनून के चलते ही प्रोमोशन को बेहतरी की ओर प्रमुखता से ले जा रहे हैं।
खुशियां
खुशी ऊपर बताई गई हर चीज का नतीजा है। आपके पास जब सकारात्मक रवैया, अनुशासन से लक्ष्य पाने की चाहत और जीवन के हर पहलू के प्रति जुनून होगा तो आप अपने बारे में भी बेहतर सोच पाएंगे।
जब ये आपको जरूरी लगेगा तो दूसरों को भी लगेगा। हो सकता है कि आप अपने सहयोगियों को भी लंच के समय चिप्स का पैकेट लेने की जगह मार्शल आर्ट्स की ट्रेनिंग लेने के लिए प्रोत्साहित करें।
ONE एटमवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन जेनेट “JT” टॉड इस बात की प्रमुख उदाहरण हैं कि ऊपर बताई गईं सभी खूबियों को मिलाकर इस स्पोर्ट्स में अपनी विरासत बनाना चाहती हैं, जिसे वो बहुत प्यार करती हैं।
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