ऋतु फोगाट के एटमवेट वर्ल्ड ग्रां प्री के फाइनल में पहुंचने तक का सफर
ऋतु “द इंडियन टाइग्रेस” फोगाट के मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स करियर को शुरू हुए केवल 2 साल हुए हैं और थोड़े ही समय में वो वर्ल्ड टाइटल के बेहद करीब आ पहुंची हैं।
शुक्रवार, 3 दिसंबर को ONE: WINTER WARRIORS में ONE विमेंस एटमवेट वर्ल्ड ग्रां प्री चैंपियनशिप के फाइनल में फोगाट का सामना स्टैम्प फेयरटेक्स से होगा। इस मैच की विजेता को सिल्वर बेल्ट के साथ एटमवेट क्वीन “अनस्टॉपेबल” एंजेला ली के खिलाफ टाइटल शॉट भी मिलेगा।
टूर्नामेंट की शुरुआत से लेकर अब तक का समय फोगाट के लिए उतार-चढ़ाव भरा रहा है। उनके स्टैम्प के खिलाफ मैच से पहले यहां देखिए “द इंडियन टाइग्रेस” के फाइनल तक के सफर को।
शुरुआत कैसे हुई
ONE के चेयरमैन और CEO चाट्री सिटयोटोंग ने 2020 के अक्टूबर महीने में टूर्नामेंट शुरू होने का ऐलान किया था, उस समय फोगाट का MMA रिकॉर्ड 2-0 का था।
साल के अंत तक “द इंडियन टाइग्रेस” 2 और बड़ी जीत अपने नाम कर चुकी थीं और डिविजन की टॉप कंटेंडर्स को चुनौती देने के लिए तैयार थीं।
2021 के फरवरी महीने में ग्रां प्री के उम्मीदवारों के नाम सामने आए, जिनमें फोगाट भी शामिल थीं, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा हुआ था। वो दुनिया की बेस्ट एटमवेट एथलीट्स को चुनौती देने के लिए बेताब थीं।
टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा
भारतीय रेसलिंग सुपरस्टार टूर्नामेंट के शुरू होने से पहले भी एक मैच का हिस्सा बनना चाहती थीं। उन्होंने ONE: DANGAL में बी “किलर बी” गुयेन की चुनौती को ये जानते हुए भी स्वीकार किया कि एक हार उन्हें टूर्नामेंट से बाहर कर देगी।
उस मुकाबले से पूर्व गुयेन ने कहा था कि उनके खिलाफ मैच को कोई वॉर्मअप फाइट के रूप में ना देखे और उन्होंने अपनी बात को सच भी साबित करके दिखाया। फोगाट को विभाजित निर्णय से हार मिली, जिसके चलते उन्हें टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा।
“द इंडियन टाइग्रेस” निराश थीं, लेकिन टूर्नामेंट में वापस करने को प्रतिबद्ध थीं।
अपने पिता महावीर सिंह फोगाट से मिली प्रेरणा की मदद से ONE: BATTLEGROUND में भारतीय सुपरस्टार ने “MMA सिस्टर” लिन हेचीन को सर्वसम्मत निर्णय से मात दी।
हेचीन के खिलाफ एकतरफा जीत, फोगाट की ग्रां प्री में वापसी करवाने के लिए काफी रही।
टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया
इतिहास के सबसे बड़े विमेंस मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स टूर्नामेंट की शुरुआत ONE: EMPOWER में हुई।
फोगाट को पहले ही राउंड में बहुत कठिन चुनौती का सामना करना था क्योंकि उनके सामने थीं #2 रैंक की कंटेंडर और टूर्नामेंट में जीत की प्रबल दावेदारों में से एक मेंग बो।
उस समय “द इंडियन टाइग्रेस” की जीत की उम्मीद कम हो गई, जब उन्हें मेंग के दमदार राइट हैंड का प्रभाव झेलना पड़ा। इसके बावजूद वो मैच में बनी रहीं और धमाकेदार अंदाज में वापसी की।
27 वर्षीय स्टार ने शुरुआत में मेंग की ओर से आ रहे दबाव को झेला। उसके बाद दूसरे और तीसरे राउंड में चीनी एथलीट को डोमिनेट कर अपने करियर की सबसे बड़ी जीत दर्ज की।
ONE: NEXTGEN में सेमीफाइनल मुकाबले में फोगाट का सामना इत्सुकी “एंड्रॉइड 18” हिराटा से होने वाला था, लेकिन जापानी स्टार को स्वास्थ्य बिगड़ने के कारण मैच से अपना नाम वापस लेना पड़ा।
उनकी जगह फिलीपीना एथलीट जेनेलिन ओलसिम ने ली, लेकिन “द इंडियन टाइग्रेस” का लक्ष्य अभी भी एक ही था।
अपनी युवा प्रतिद्वंदी की ओर से दमदार अटैक के बावजूद फोगाट ने अपनी रेसलिंग और ग्राउंड-एंड-पाउंड गेम की मदद से सर्वसम्मत निर्णय से जीत हासिल की और ONE विमेंस एटमवेट वर्ल्ड ग्रां प्री चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाई।
फाइनल में होगी जबरदस्त टक्कर
ओलसिम को हराने के बाद फोगाट बाहर आईं और स्टैम्प vs जूली मेज़ाबार्बा दूसरे सेमीफाइनल मैच को करीब से देखा, जिसमें थाई स्टार ने सर्वसम्मत निर्णय से जीत हासिल की।
स्टैम्प और फोगाट की भिड़ंत शुक्रवार, 3 दिसंबर को ONE: WINTER WARRIORS में होगी और केवल 3 राउंड्स के एक्शन के बाद हमें टूर्नामेंट की विजेता मिलने वाली है।
टूर्नामेंट के शानदार प्रदर्शन के कारण भारतीय एथलीट का आत्मविश्वास बढ़ा हुआ है। उन्हें भरोसा है कि वो सिल्वर बेल्ट को जीतते हुए डिविजन की नंबर-1 कंटेंडर बन सकती हैं।
फोगाट ने कहा, “मुझे लगता है कि स्टैम्प मुझसे डरी हुई हैं क्योंकि उन्हें मेरी खतरनाक रेसलिंग स्किल्स का अंदाजा हो गया है।”
“वो मेरे गेम को देखने के बाद मुझे कम आंकने की भूल बिल्कुल नहीं करना चाहेंगी। अगले मैच में मेरी विरोधी को मेरा पहले से भी ज्यादा खतरनाक रूप देखने को मिलेगा।”
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