सेमीफाइनल में जीत के बाद ऋतु फोगाट ने स्टैम्प को ललकारा: “वो मुझसे डरी हुई हैं”
ऋतु “द इंडियन टाइग्रेस” फोगाट ने एक बार फिर दिखाया कि वाकई उनकी रेसलिंग का तोड़ एटमवेट डिविजन में किसी के भी पास नहीं है।
बीते शुक्रवार, 29 अक्टूबर को ONE: NEXTGEN में ONE विमेंस एटमवेट वर्ल्ड ग्रां प्री के सेमीफाइनल में उन्होंने जेनेलिन ओलसिम पर शानदार अंदाज में एकतरफा जीत हासिल की।
इस जीत ने उनका स्थान फाइनल में पक्का कर दिया है। अब फाइनल में उनका सामना थाई सुपरस्टार स्टैम्प फेयरटेक्स से होगा, जिन्होंने इसी इवेंट में जूली मेज़ाबार्बा को मात देकर फाइनल में जगह बनाई है।
भारतीय रेसलिंग सुपरस्टार ने फाइट के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए ओलसिम के खिलाफ हुए मुकाबले, फाइनल मैच और कई चीज़ों पर बात की।
ONE Championship: ONE विमेंस एटमवेट वर्ल्ड ग्रां प्री के फाइनल में पहुंचकर कैसा महसूस कर रही हैं?
ऋतु फोगाट: मैं अपने वर्ल्ड चैंपियन बनने के लक्ष्य के करीब पहुंचकर बहुत अच्छा महसूस कर रही हूं। ओलसिम को हराना आसान नहीं था। उन्होंने पहले कहा था कि उन्होंने बी गुयेन को हराया तो वो मुझे भी हरा देंगी। अब उन्हें भी पता चल गया होगा कि ऋतु को हरा पाना कोई आसान काम नहीं है।
ONE: क्या प्रतिद्वंदी के बदलने से आपने अपने गेम प्लान में कोई बदलाव किया?
फोगाट: आखिरी समय पर प्रतिद्वंदी बदलने के बाद भी मैंने अपने प्लान में कोई बदलाव नहीं किया। मुझे फर्क नहीं पड़ता कि मेरी विरोधी कौन है क्योंकि मुझे अपनी मेहनत पर पूरा भरोसा है।
ONE: पहले राउंड में जेनेलिन ने घुटने से वार किया। क्या आपको उससे किसी तरह की चोट लगी थी?
फोगाट: मुझे उस अटैक से किसी तरह की दिक्कत नहीं हुई। मैंने अपनी तकनीक और गेम प्लान पर अमल करते हुए उनके ऊपर ज्यादा दबाव बनाने की कोशिश की।
ONE: जेनेलिन ओलसिम ने अंतिम क्षणों में ट्रायंगल चोक लगाया था, उससे बचने के लिए क्या किया?
फोगाट: उन्होंने आर्मबार, ट्रायंगल चोक और रीयर-नेकेड चोक लगाने की कोशिश भी की। हालांकि उन सबमिशन मूव्स से बाहर निकलना आसान नहीं था, लेकिन मैं जानती थी कि मैं इससे बाहर आ सकती हूं।
ONE: क्या आप जेनेलिन ओलसिम की स्किल्स को देखकर चौंक उठी थीं?
फोगाट: वो अच्छी फाइटर हैं, उनका डिफेंस भी अच्छा है। मैंने उनके गेम को ध्यान में रखकर ही खुद को तैयार किया था और उसी प्लान को फॉलो किया। मैं पहले से जानती थी कि उनकी चुनौती को पार करना आसान नहीं होगा इसलिए मैं उनके अलग-अलग मूव्स के लिए पहले से तैयार थी।
ONE: अब आप फाइनल में हैं, वहीं दूसरे सेमीफाइनल में स्टैम्प फेयरटेक्स ने जूली मेज़ाबार्बा को हराया। उस फाइट के बारे में क्या कहना चाहेंगी?
फोगाट: मैंने उस फाइनल मैच को बहुत करीब से देखा इसलिए मुझे अंदाजा है कि फाइनल में मुझे किन चीज़ों पर ध्यान देना होगा। मैं कड़ी मेहनत करना जारी रखूंगी और मुझे चैंपियनशिप बेल्ट को जीतने से कोई नहीं रोक सकता। वहीं फाइनल को जीतकर मैं दिखाऊंगी कि मैं दुनिया की बेस्ट एटमवेट फाइटर हूं।
ONE: आपका स्टैम्प फेयरटेक्स से स्टेयरडाउन (आमना-सामना) भी हुआ था। क्या आपको उस समय लगा कि वो आपसे डरी हुई महसूस कर रही हैं?
फोगाट: स्टैम्प डरी हुई हैं और मुझे कम आंकने की गलती बिल्कुल भी नहीं करना चाहेंगी। उन्होंने मेरी रेसलिंग को भी देखा होगा और अगले मैचों में दुनिया को “द इंडियन टाइग्रेस” का और भी खतरनाक रूप भी देखने को मिलेगा।
ONE: जब आपके मैच का परिणाम आने वाला था, क्या उस समय आप घबराई हुई थीं या आपको अंदाजा था कि जीत आपको ही मिलने वाली है?
फोगाट: इस बार मुझे खुद पर भरोसा था क्योंकि बी गुयेन के खिलाफ मैच में हार से मैंने काफी सबक सीखा है। मैचों का परिणाम चाहे जजों के स्कोरकार्ड्स से आया हो, लेकिन गुयेन के खिलाफ मैच की गलती को मैं दोबारा नहीं दोहराना चाहती थी। मैं लगातार पंच लगाते हुए स्कोरकार्ड्स में बढ़त बनाने की कोशिश कर रही थी और भरोसा था कि परिणाम मेरे पक्ष में ही आने वाला है।
ONE: आप इस बात को लेकर कितनी आश्वस्त हैं कि आपको फाइनल में स्टैम्प फेयरटेक्स पर जीत मिलेगी?
फोगाट: मैं जानती हूं कि स्टैम्प की चुनौती बहुत कठिन रहने वाली है, लेकिन मैं फाइनल के लिए बहुत कड़ी मेहनत करूंगी और दिखाऊंगी कि मैं ही एटमवेट डिविजन की सर्वश्रेष्ठ फाइटर हूं।
ONE: भारतीय फैंस को क्या संदेश देना चाहेंगी?
फोगाट: भारत और दुनिया में जहां भी मेरे फैंस हैं, मैं उनसे यही कहना चाहूंगी कि उन्हीं के प्यार और सपोर्ट ने मुझे यहां तक पहुंचाया है। अपना प्यार ऐसे ही बनाए रखें और जल्द ही भारत के लिए वर्ल्ड चैंपियनशिप बेल्ट जीतूंगी।
ONE: आप जेनेलिन ओलसिम के साथ हुई फाइट को दोबारा देखेंगी?
फोगाट: मैं अपनी और ओलसिम की फाइट को दोबारा देखूंगी, जिससे अपनी गलतियों के बारे में जान सकूं और आगे चलकर उनमें सुधार भी करूं।
ONE: आपने एक बार हेड बट (सिर मारना) भी लगाया, उसके बारे में क्या बताना चाहेंगी?
फोगाट: मैं नहीं जानती थी कि फाइट में हेड बट लगाने पर रोक है। मगर जब रेफरी ने मुझे रोका तो मैंने दोबारा उसका इस्तेमाल नहीं किया।
ONE: अंतिम राउंड में ओलसिम ने आपको बहुत जोर से जकड़ा हुआ था, उस समय आप कैसा महसूस कर रही थीं?
फोगाट: मेरा फोकस मैच पर अपनी बढ़त कायम रखते हुए ओलसिम को फिनिश करने पर था, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। इस बात पर भी ध्यान दे रही थी कि मुझे साइड कंट्रोल प्राप्त कर स्कोरकार्ड्स में ज्यादा से ज्यादा बढ़त बनानी है।
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