धमाकेदार डेब्यू फाइट के बाद अपने आदर्श के खिलाफ उतरने को लेकर उत्साहित हैं विलियम्स
“मिनी टी” डेनियल विलियम्स ने ग्लोबल फैन बेस के बीच अपना नाम ONE फ्लाइवेट मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियन रोडटंग “द आयरन मैन” जित्मुआंगनोन के खिलाफ एक शानदार डेब्यू प्रदर्शन करके कमाया था।
तीन राउंड तक चले उनके मॉय थाई मुकाबले को साल 2021 ONE Super Series फाइट ऑफ द ईयर से नवाजा गया था। इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया के उभरते हुए सितारे अब अपने दूसरे प्रोमोशनल मुकाबले को वैसा ही यादगार बनाना चाहते हैं।
इस शुक्रवार, 11 फरवरी को ONE: BAD BLOOD में “मिनी टी” स्ट्रॉवेट मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स डिविजन में शामिल हो जाएंगे और उनका मुकाबला पूर्व डिविजन किंग डेडामरोंग सोर अम्नोयसिरीचोक से होगा।
उनकी योजना अपने आदर्शों में से एक एथलीट के खिलाफ पूरा जोर लगा देने की है और उन्हें उम्मीद है कि वो दुनिया भर के दर्शकों पर एक और यादगार प्रदर्शन की छाप छोड़ने में कामयाब रहेंगे।
28 वर्षीय एथलीट ने बताया, “ONE Championship में शामिल होना वो चीज थी, जो मैं हमेशा से करना चाहता था। मैं इस मुकाबले में जबरदस्त उत्साह लाने के साथ बेस्ट शॉट्स लगाना चाहता हूं ताकि दर्शक बाउट का भरपूर आनंद उठाएं।”
“मैं जब भी मुकाबला करता हूं तो दर्शकों के बारे में भी सोचता हूं। मैं मुकाबले को उनके लिए दिलचस्प बनाना चाहता हूं। मैं उन्हें हमेशा कुर्सी छोड़कर एथलीट्स को सपोर्ट करते हुए देखना चाहता हूं।
“मैं चाहता हूं कि मुझे भी लोग एक प्रेरणास्रोत की तरह स्वीकार करें जैसे कि मैं डेडामरोंग, रोडटंग और दूसरे एथलीट्स से प्रेरित होता आया हूं। ऐसे ही एथलीट मुकाबले में सबसे ज्यादा धमाकेदार प्रदर्शन करके रोमांच पैदा करते हैं और मैं भी अपना मुकाबला हमेशा ऐसा ही चाहता हूं।”
एक के बाद एक मुकाबलों में एक मेगास्टार और एक दिग्गज का सामना करने से “मिनी टी” को जरा भी भटकाव महसूस नहीं होगा।
हालांकि, रोडटंग के खिलाफ शानदार प्रदर्शन के चलते उनका करियर एक नए ही मुकाम पर पहुंच गया, लेकिन मुकाबले के अंत में उन्हें नतीजे के कारण से हार का सामना करना पड़ा था।
इस बार पूर्व WMC मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियन सिंगापुर इंडोर स्टेडियम में होने वाले मुकाबले में एक कदम और आगे जाकर ये महत्वपूर्ण जीत हासिल करना चाहते हैं।
विलियम्स ने कहा, “उस मुकाबले (रोडटंग के खिलाफ) से मुझे जो बड़ी बात पता चली थी, वो ये कि मैं भी सबसे अच्छे एथलीट्स का सामना कर सकता हूं। ऐसे में मैं अपने इस जुनून को आगे बढ़ाना चाहूंगा क्योंकि अगर मैं रोडटंग का मुकाबला कर सकता हूं तो मैं किसी का भी मुकाबला कर सकता हूं।”
“उस बाउट के बाद स्ट्रॉवेट डिविजन की ओर बढ़ने के लिए मुझमें जरूरी आत्मविश्वास भर चुका था और मुझे ये कदम सही लगा।”
“हालांकि, मेरा अब भी यही मानना है कि हार, हार ही होती है। इस वजह से अब मैं अपनी वापसी को लेकर काफी उत्साहित हूं। सच कहूं तो मैं ये उम्मीद करता हूं कि स्ट्रॉवेट डिविजन में अपनी गहरी छाप छोड़ने में कामयाब रहूंगा।”
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विलिसम्स ने बताया कि डेडामरोंग के मॉय थाई से MMA में जाने के बदलाव ने उनके करियर पर गहरा प्रभाव डाला और इसलिए वो 43 साल के Evolve एथलीट से काफी अच्छी तरह से परिचित हैं।
पर्थ में रहने वाले इस एथलीट का मुकाबला ये दिखाने का अच्छा मौका है कि वो ONE के मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स डिविजन वाले एथलीट्स में से एक प्रमुख एथलीट हैं और उन्होंने यहां किसी भी चीज को हल्के में नहीं लिया है।
उन्हें पता है कि इस थाई दिग्गज के पास वर्ल्ड क्लास स्ट्राइकिंग है और चोटी तक पहुंचने के दौरान उन्होंने काफी सारी ग्राउंड स्किल्स भी सीखे हैं।
विलियम्स ने कहा, “वो (डेडामरोंग) पहले ऐसे जाने-माने मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियन हैं, जिन्होंने असल में बड़े लेवल के प्रोमोशन में MMA वर्ल्ड टाइटल भी जीता है। इस वजह से वो सच में मेरी प्रेरणा के स्रोत रहे हैं और सच कहूं तो मैं भी उनके नक्श-ए-कदम पर चलना चाहता हूं।”
“उनकी किक्स (सबसे घातक हथियार है), जिसमें लेग किक और फास्ट स्विच किक्स लाजवाब हैं। इसके अलावा उनका लेफ्ट हुक और जिस ताकत व काबिलियत से वो मारते हैं, वो कमाल का है। ऐसा लगता ही नहीं है कि वो किसी चीज के लिए माहौल बना रहे हैं बल्कि उनकी हर चीज तेज और धमाकेदार तरीके से होती है।
“मैं उनकी ग्रैपलिंग से भी काफी प्रभावित हूं। उनके कैम्प में कई सारे बेहतरीन लोग हैं, जिनके साथ वो ट्रेनिंग करते हैं। वो काफी ताकतवर भी हैं और इसलिए मुझे उनकी ग्रैपलिंग को लेकर थोड़ी उलझन हो रही है।”
इन तारीफों के बावजूद “मिनी टी” अपने अगले विरोधी से डरकर पीछे हटने वालों में से नहीं हैं।
वो किसी भी अन्य बाउट की तरह ही इस मुकाबले में भी जीत हासिल करने का सही रास्ता तलाश रहे हैं और उनका मानना है कि डेडामरोंग के गेम में कुछ खामियां भी हैं।
विलियम्स ने कहा, “मुझे कुछ कमजोरियां दिख रही हैं। मैं इस तरह का एथलीट हूं कि मुझे पता है कि उनके साथ मुकाबला कैसा होने वाला है। मैंने अभी तक कुछ भी ऐसा खतरनाक नहीं देखा है, जिससे इस मुकाबले में मुझे किसी चीज को लेकर चिंता करनी पड़े। इस वजह से मुझे पता है कि मेरा मुकाबला किस तरह के एथलीट के साथ होने जा रहा है।”
“हालांकि, ये बात जरूर है कि वो अपने करियर के पूरा होने के करीब हैं इसलिए मुझे लगता है कि उम्र के साथ उनका शरीर कमजोर हो रहा है। ऐसे में अगर मुकाबला बाद के राउंड्स में जाता है तो मुझे जरूर इसका फायदा मिलना चाहिए।
“मुझे उन पर दबाव बनाना होगा (जो कि अहम रहेगा)। मैं इसे उनके किसी भी अन्य प्रतिद्वंदी की तरह ही देखता हूं, जो उनकी स्ट्राइकिंग से जरूर घबराए हुए रहते होंगे इसलिए वो मुकाबले में उनसे दूसरी बनाकर रखते हैं, लेकिन मैं उनसे बीचों-बीच मुकाबला करने से नहीं डरता हूं।”
अपने उभरते हुए मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स करियर की सबसे बड़ी जीत हासिल करने वाले मौके के साथ “मिनी टी” एक बार फिर से सर्कल में सब कुछ दांव पर लगा देने को तैयार हैं।
अपने आदर्शों में से एक के खिलाफ मुकाबले में खड़े होने का मतलब ये है कि उन्हें पूरी ताकत लगानी होगी। खासकर तब, जब वो और डेडामरोंग लंबे समय तक याद रखे जाने वाले मुकाबले में आमने-सामने होने वाले हैं।
विलियम्स ने कहा, “जीत से मुझे बहुत ज्यादा खुशी मिलेगी।”
“मुझे अभी पूरी तरह से ये समझ नहीं आ रहा है कि मुकाबला कैसा होने वाला है क्योंकि अगर सच कहूं तो मैं जल्दी नॉकआउट नहीं करना चाहता हूं। मैं पूरा मुकाबला लड़ना चाहता हूं। मैं उनके साथ इस तरह का सर्कल शेयर करना चाहता हूं, जिसमें हम दोनों लाजवाब मुकाबला कर सकें।
“अगर सब कुछ सही रहा तो मैं तीसरे राउंड में उनको फिनिश करना चाहता हूं और ये बहुत शानदार रहेगा।”
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