पिछली बार वर्ल्ड टाइटल मैच में हार के बाद टॉमी लेंगाकर ONE 165 में केड रुओटोलो से बदला लेने को तैयार
ONE 165 में 2023 की सर्वश्रेष्ठ ग्रैपलिंग फाइट रीमैच में देखने को मिलेगी, जहां यूरोप के टॉप BJJ (ब्राजीलियन जिउ-जित्सु) ब्लैक बेल्ट टॉमी लेंगाकर केड रुओटोलो को उनके ONE लाइटवेट सबमिशन ग्रैपलिंग वर्ल्ड टाइटल के लिए चैलेंज करेंगे।
28 जनवरी को जापान की राजधानी टोक्यो के एरियाके एरीना में होने वाले को-मेन इवेंट मैच में लेंगाकर पिछली हार का हिसाब बराबर करना चाहेंगे।
नॉर्वे के स्टार का मानना है कि पिछली बार हुए मैच में उन्हें जीत मिलनी चाहिए थी।
लेंगाकर का कहना है कि उन्होंने मैच में शुरु से लेकर अंत तक ओपन गार्ड से अटैक किया था और अंत में उन्हें निर्णय से जरिए हार का सामना करना पड़ा था।
उन्होंने कहा:
“मुझे लगता है कि जीत मेरे हिस्से आनी चाहिए थी। जब मैं गार्ड पोजिशन में था और वो टॉप पोजिशन में थे, तब (गार्ड) पासिंग के दौरान ऐसा प्रतीत हो सकता है कि वो ज्यादा तेज गति दिखा रहे हों और ये जजों के स्कोर कार्ड पर निर्भर करता है। वो जो कुछ भी कर रहे थे, मैं उसको काउंटर कर रहा था।
“मुझे ऐसा लगा था कि मैं ज्यादा आक्रामक था।”
पिछले साल जून में लेंगाकर ने टाइटल विजेता को शुरुआत में हील हुक का प्रयास कर चौंका दिया था।
उसके बाद रुओटोलो ने फुट लॉक लगाने का प्रयास कर हिसाब बराबर किया और शायद इस गार्ड पासिंग की आक्रामकता की वजह से जजों ने उनके पक्ष में फैसला सुनाया।
भले ही चैलेंजर इस बात से सहमत ना हों, लेकिन वो मानते हैं कि जीत के लिए फिनिश की आवश्यकता होती है:
“मैं इस बारे में शिकायत नहीं कर रहा। मैं कभी शिकायत करता भी नहीं। मेरा काम सिर्फ सबमिशन हासिल करना है।”
उनके पास रुओटोलो के खिलाफ किए गए प्रदर्शन का विश्लेषण करने के लिए छह महीने का समय था और अब 29 वर्षीय स्टार रीमैच में जीत को लेकर आश्वस्त हैं।
BJJ ब्लैक बेल्ट के तौर पर 150 मैचों में शामिल हो चुके स्टार जानते हैं कि हार के बाद किस तरह से वापसी की जाती है:
“बहुत बुरा लगता है और वो अच्छा पल नहीं था। लेकिन मुझे करियर में कई सारी हार मिली है तो मैं इस बारे में ज्यादा नहीं सोचता।
“मुझे पता है कि उन्हें कैसा महसूस हुआ होगा और मैं उनके स्टाइल से वाकिफ हूं। खुशी है कि मुझे हिसाब बराबर करने का मौका मिला है।”
टॉमी लेंगाकर ने मैच के लिए ट्रेनिंग में किया बदलाव
केड रुओटोलो के खिलाफ मिली हार के बाद टॉमी लेंगाकर चैन से नहीं बैठे।
इसके विपरीत उन्होंने दिसंबर में IBJJF नो गी वर्ल्ड चैंपियनशिप जीतकर दुनिया के सबसे बेहतरीन ग्रैपलर्स में से एक के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत किया।
लेंगाकर ट्रेनिंग में किए गए बदलाव को अपनी सफलता का क्रेडिट देते हैं:
“मैं तैयारी के दौरान जरूरत से ज्यादा ट्रेनिंग करता था, जिससे खुद पर काफी दबाव बना लेता था। इस कारण मैंने अपने ट्रेनिंग के घंटों में थोड़ी कटौती की है।”
अब उसका नतीजा उनके सामने है क्योंकि लेंगाकर ने अपने करियर की शानदार फॉर्म हासिल कर ली है।
उनका कहना है कि यही रवैया उन्हें अब ONE 165 के अहम रीमैच में जीत दिलाने में मदद करेगा। इस पर Wulfing Academy के प्रतिनिधि ने कहा:
“मुझे लगता है कि मुझे काफी मदद मिलने वाली है। मैं उम्र में 30 की तरफ बढ़ रहा हूं और मैं अपने करियर में काफी लंबे समय से एक तरह की ट्रेनिंग कर रहा था। अब मैंने उसमें बदलाव किया है और मैं इस मैच में जाने को लेकर काफी आश्वस्त हूं।
“यकीनन, मैं थोड़ा घबराया हुआ हूं, लेकिन इसे मैनेज किया जा सकता है। मैंने जिस तरह की तैयारी की है, उसे लेकर आश्वस्त हूं और मैं जिस तरह की जिंदगी जीता हूं वही मुझे जीत में मदद करेगी।”