शानदार डेब्यू के बाद क्रीकलिआ पहले वर्ल्ड टाइटल डिफेंस के लिए हैं तैयार

रोमन क्रीकलिआ ने अपने प्रोमोशनल डेब्यू मैच में तकनीकी नॉकआउट से पहला ONE लाइट हेवीवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन बनकर सभी को चौंका दिया था और अब खुद को डिविजन का सबसे बेहतर चैंपियन भी साबित करने को बेताब हैं।
शुक्रवार, 4 दिसंबर को सिंगापुर इंडोर स्टेडियम में होने वाले ONE: BIG BANG में उनका सामना डच-टर्किश एथलीट मुरात “द बुचर” आयगुन से होगा।
यूक्रेन के एथलीट अपने पुराने प्रतिद्वंदी तारिक “द टैंक” खबाबेज़ को हराकर चैंपियन बनने के बाद पहली बार टाइटल को डिफेंड करते हुए नजर आएंगे।
क्रीकलिआ ने कहा, “वर्ल्ड चैंपियन बनना मेरे लिए किसी बड़ी जिम्मेदारी के समान है इसलिए अगले मैच में मुझे खुद को सबसे बेस्ट साबित करना है।”
“हेवीवेट डिविजन में #1 बने रहना ही मेरे लिए सबसे बड़ी प्रेरणा का स्त्रोत है।”
Gridin Gym के 29 वर्षीय स्टार ने पिछले साल नवंबर में हुए ONE: AGE OF DRAGONS में खबाबेज़ के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया था। “द टैंक” उस समय तक ONE Super Series में लगातार 4 जीत दर्ज कर चुके थे, लेकिन जैसे ही डेब्यू कर रहे क्रीकलिआ ने उन्हें हराया तो फैंस चौंक उठे।
लेकिन इस बार स्थिति उलट हो चुकी है, इस बार क्रीकलिआ नहीं बल्कि उनके प्रतिद्वंदी डेब्यू कर रहे हैं।
मौजूदा चैंपियन को आयगुन को कम नहीं आंकना चाहिए क्योंकि परिस्थितियां एक ही क्षण में बदल सकती हैं।
क्रीकलिआ ने कहा, “मुझे लगता है कि लाइट हेवीवेट डिविजन के हर मैच में खतरा बना होता है क्योंकि एक ही पंच मैच को फिनिश कर सकता है।”
“इस डिविजन में पहले ही ताकतवर एथलीट्स मौजूद हैं और वो खुद को सबसे ताकतवर समझते हैं, लेकिन मेरे कोच ने मुझे चतुराई से काम लेना सिखाया है। इस मैच में भी मैं सावधानी बरतते हुए मूव्स का इस्तेमाल करूंगा।”
आयगुन ISKA सुपर हेवीवेट वर्ल्ड चैंपियन रहे हैं, काफी आक्रामक हैं और फ्रंटफुट पर रहकर अटैक करना पसंद करते हैं। उनका रिकॉर्ड 16-1 का है, जिनमें उनकी “द टैंक”, इरोल ज़िमरमैन और फैबियो क्वासी जैसे बड़े स्ट्राइकिंग सुपरस्टार्स के खिलाफ जीत भी शामिल हैं।
क्रीकलिआ अपने अगले प्रतिद्वंदी से अच्छी तरह वाकिफ हैं, लेकिन उनका निडरता का भाव ही उन्हें पिछले मैचों में जीत दिलाता आया है।
यूक्रेन के एथलीट ने कहा, “मेरा मानना है कि मुरात और तारिक खबाबेज़ में काफी समानताएं हैं, जिनका सामना मैंने पिछले मैच में किया था।”
“उनके हाथों में गज़ब की ताकत है और मुरात जरूर मेरे करीब आकर पंच लगाने की कोशिश करेंगे। वो पंच के साथ किक्स भी काफी लगाते हैं।”
क्रीकलिआ का मानना है कि वो “द बुचर” को हराने में सक्षम हैं।
उनके कोच आंद्रेई ग्रिडिन ने अपने शिष्य को तकनीकी रूप से बेहतर बनाया है और हर तरह की परिस्थिति के लिए तैयार किया है।
उन्होंने कहा, “मेरे कोच ने इस मैच के लिए अच्छा गेम प्लान तैयार किया है।”
“मैं अपने प्रतिद्वंदी की पहुंच से दूर रहने की कोशिश करूंगा और उनके मूव्स को परखने के बाद ही अपने मूव्स का इस्तेमाल करूंगा।
“गेम प्लान यही रहने वाला है, लेकिन मैं अपने सभी सीक्रेट्स को उजागर नहीं कर सकता क्योंकि उनका मैं मैच में उपयोग करने वाला हूं।”
क्रीकलिआ पहले वर्ल्ड टाइटल डिफेंस में मैच को फिनिश करना चाहेंगे, ठीक उसी तरह जिस तरह वो वर्ल्ड चैंपियन बने थे। वो ये भी जानते हैं कि दोनों कुल मिलाकर 70 मैचों में नॉकआउट नहीं हुए हैं और आयगुन का स्टॉपेज से खत्म हुआ एकमात्र मैच भी चोट लगने के कारण समाप्त हुआ था।
इसलिए ONE लाइट हेवीवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन इस बार अपने प्रतिद्वंदी को फिनिश करना चाहेंगे।
क्रीकलिआ ने कहा, “मैं बाहरी रूप से ही नहीं बल्कि अंदर से भी बहुत मजबूत हूं।”
“किसी एथलीट की मानसिकता ही उसे मैच में जीत दर्ज करने में मदद करती है और उन्हें उस तरीके का गेम प्लान तैयार करना होता है जिससे वो 5 राउंड तक चलने वाले मुकाबले के लिए भी तैयार रह सकें।
“मैं उस मौके का भी इंतज़ार कर रहा हूं, जब मैं उन्हें एक ही पंच लगाकर फिनिश करूंगा, लेकिन मैं 5 राउंड के मैच के लिए भी तैयार हूं।”
ये भी पढ़ें: ऐसा रहा रोमन क्रीकलिआ का ग्लोबल स्टेज तक का सफर