कैसे पिता के सपोर्ट ने तवनचाई को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया – ‘वो हमेशा मेरे साथ रहे हैं’
थाई सुपरस्टार तवनचाई पीके साइन्चाई जानते हैं कि कॉम्बैट खेलों में उनकी सफलता में उनके पिता का बहुत बड़ा योगदान रहा है।
इस शनिवार, 5 अगस्त को ONE Fight Night 13: Allazov vs. Grigorian में मौजूदा ONE फेदरवेट मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियन एक नए खेल में एंट्री लेंगे, जहां उनका सामना पूर्व Glory किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन डेविट कीरिया से होगा।
ये मुकाबला थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक के लुम्पिनी बॉक्सिंग स्टेडियम में होगा, जिसे यूएस प्राइमटाइम पर लाइव प्रसारित किया जाएगा। ये वही स्टेडियम है जहां 6 महीने पहले तवनचाई ने पहले राउंड में नॉकआउट स्कोर करते हुए अपने टाइटल को डिफेंड किया था।
वो 24 वर्षीय स्टार की लगातार चौथी जीत रही और इसी विनिंग स्ट्रीक को कायम करते हुए उन्होंने ना केवल फेदरवेट मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियनशिप जीती बल्कि खुद को बेस्ट पाउंड-फोर-पाउंड फाइटर्स में से एक बनाया और खूब नाम भी हासिल किया।
मगर थाई स्टार के लिए परिस्थितियां हमेशा इतनी आसान नहीं थीं। उन्होंने गरीबी के दिनों को याद करते हुए ONEFC.com से कहा:
“मुझे याद है कि मेरे बचपन के समय हम अच्छा जीवन व्यतीत कर रहे थे। मगर अचानक मैंने पाया कि मेरे पिता एक-एक कर संपत्ति बेचते जा रहे थे।”
उन्होंने बचपन में अपने माता-पिता को अलग होते देखा और उसके बाद तवनचाई अपने पिता के साथ रहे हैं।
परिवार में आ रहीं वित्तीय समस्याओं के बावजूद मॉय थाई स्टार को अपने पिता द्वारा किए गए प्रयासों पर गर्व है। वो उसी खराब दौर को प्रेरणा स्रोत मानकर आगे बढ़ते रहे हैं।
उन्होंने कहा:
“मुझे हमेशा अपने पिता का साथ मिलता आया है। उन्होंने पूरी कोशिश की कि मेरे पालन-पोषण में कोई कमी ना रह जाए। मैंने बचपन में जो गरीबी और कठिनाई भरा समय देखा था, उससे मुझे ज्यादा सफलता हासिल करने का प्रोत्साहन मिला है और इसी प्रोत्साहन ने मुझे इस मुकाम तक पहुंचाया है। मैंने खुद से वादा किया था कि मैं कभी दोबारा गरीबी नहीं देखूंगा।”
महत्वपूर्ण बात ये रही कि तवनचाई ने परिवार में आई वित्तीय समस्याओं के आने से पहले ही मॉय थाई की ट्रेनिंग शुरू कर दी थी।
उनके पिता पूर्व मॉय थाई एथलीट रहे, जिन्होंने तवनचाई को सपोर्ट किया और अपने बेटे को सभी संसाधन मुहैया कराए।
तवनचाई ने कहा:
“जब मैंने मॉय थाई सीखने का मन बनाया, तब मैंने अपने पिता से कहा, ‘मैं मॉय थाई सीखना चाहता हूं।’ उन्होंने बिना संकोच किए मेरे फैसले को सपोर्ट किया। उन्होंने मुझे सैंडबैग, ग्लव्स और अन्य मॉय थाई संसाधन लाकर दिए।”
तवनचाई ने कहा कि पिता ही ‘सबकुछ’ हैं
तवनचाई पीके साइन्चाई के पिता ने केवल वित्तीय सहायता ही नहीं बल्कि अपने बेटे को दुनिया का टॉप स्ट्राइकर बनने में भी मदद की है।
मौजूदा फेदरवेट मॉय थाई किंग ने कहा:
“मैं हमेशा अपने पिता के करीब रहा हूं। हमने उतार-चढ़ाव भरा दौर देखा है और वो ही मेरे सबकुछ हैं।”
अपने 162 फाइट्स के करियर में तवनचाई को अपने पिता से इमोशनल सपोर्ट भी मिलता आया है।
वो अब 2-स्पोर्ट वर्ल्ड चैंपियन बनने की चाह में ONE में किकबॉक्सिंग डेब्यू की तैयारी कर रहे हैं और इस बार भी तवनचाई के पिता उनके साथ रहेंगे।
तवनचाई ने कहा:
“मुझे जब भी हार मिली है वो मेरा मनोबल बढ़ाने का काम करते आए हैं। वो मुझे हर रोज उठाकर दौड़ लगाने के लिए कहते हैं। मैं जब भी सुबह और शाम रनिंग सेशन करता हूं, वो भी मेरे साथ दौड़ रहे होते हैं।
“मैं कह सकता हूं कि वो हमेशा मेरे साथ रहे हैं। उन्होंने मेरी सफलता में बहुत अहम योगदान दिया है। काफी समय पहले जब मैंने बैंकॉक के स्टेडियम्स में फाइट करने का फैसला लिया, तब मेरे पिता ने मुझसे कहा, ‘अब समय आ गया है कि तुम अपने सपनों को पूरा करो। अपना सर्वश्रेष्ठ देने पर ध्यान लगाओ।'”