एनातोली मालिकिन के अनुसार मंसूर मलाचिएव और इल्या फ्रेमानोव बहुत जल्द वर्ल्ड चैंपियन बन सकते हैं
रूसी सुपरस्टार एनातोली “स्लेदकी” मालिकिन जानते हैं कि ONE वर्ल्ड चैंपियन बनने में कितनी मेहनत लगती है। अब उन्हें ONE Fight Night 11: Eersel vs. Menshikov के बाद अपने 2 हमवतन एथलीट्स में प्रतिभा दिखाई दी है।
मौजूदा ONE लाइट हेवीवेट और अंतरिम हेवीवेट वर्ल्ड चैंपियन ने बीते शनिवार मंसूर मलाचिएव और इल्या फ्रेमानोव को बड़ी जीत दर्ज करते देखा। उन्हें उम्मीद है कि ये दोनों एथलीट्स भविष्य में वर्ल्ड टाइटल के लिए चैलेंज कर सकते हैं।
लुम्पिनी बॉक्सिंग स्टेडियम में मलाचिएव ने अपने प्रोमोशनल डेब्यू में टॉप स्ट्राइकर जेरेमी मिआडो को पहले राउंड में सबमिशन से हराते हुए अपने प्रोफेशनल रिकॉर्ड को 11-0 पर पहुंचाया।
“स्लेदकी” ने उनके प्रदर्शन की तारीफ की और बताया कि इस शानदार जीत ने उन्हें वर्ल्ड चैंपियनशिप की रेस में शामिल कर दिया है।
उन्होंने ONEFC.com से कहा:
“ये एक शानदार फाइट रही। मलाचिएव ने दिखाया कि दागेस्तानी रेसलिंग कितनी खतरनाक है और सबको इसे गंभीरता से लेना चाहिए। उनका डेब्यू शानदार रहा। इससे ज्यादा अभी भला उन्हें क्या चाहिए?
“मुझे लगता है कि वो बहुत जल्द बेल्ट के लिए चैलेंज करेंगे। उन्होंने स्ट्रॉवेट डिविजन को सावधान कर दिया है। एक जीत हमेशा आपको नई पहचान दिलाती है।”
उसी इवेंट में फ्रेमानोव ने पूर्व 2-डिविजन किंग मार्टिन गुयेन पर आई नॉकआउट जीत के बाद शिनीचग्टा जोल्टसेट्सेग को पहले राउंड में सबमिशन से हराया।
#3 रैंक के फेदरवेट कंटेंडर शुरुआत में मंगोलियाई एथलीट के राइट हैंड के प्रभाव से नॉकडाउन हो गए थे, लेकिन उन्होंने शानदार वापसी करते हुए बड़ी जीत दर्ज की।
मालिकिन ने फ्रेमानोव के मुकाबले पर चर्चा करते हुए कहा:
“इल्या अगले चैंपियन हैं। वो मैच के पहले मिनट के दौरान लापरवाह दिखाई दिए, लेकिन उन्होंने वापसी करते हुए फाइट को जीता और 50 हजार डॉलर्स का बोनस भी हासिल किया।
“मैच की शुरुआत में उनके विरोधी ने उन्हें नॉकडाउन कर दिया था। वो बहुत खतरनाक लम्हा रहा। उनका इस खेल के प्रति ज्ञान उनकी ताकत है और वो बहुत शातिर फाइटर हैं।
“उन्हें कुछ मामूली चोट आई हैं, लेकिन मेरे ख्याल से वो जल्द वापसी करेंगे। वो एक या 2 मैच जीतकर बेल्ट के लिए चैलेंज कर सकते हैं।”
दिमित्री मेन्शिकोव पर नॉकआउट जीत के लिए मालिकिन ने रेगिअन इरसल को सलाम किया
ONE Fight Night 11 में सभी रूसी एथलीट्स जीत दर्ज नहीं कर पाए क्योंकि दिमित्री मेन्शिकोव और आर्टेम बेलाख को हार झेलनी पड़ी।
एनातोली मालिकिन को मेन्शिकोव के लिए बुरा महसूस हुआ क्योंकि वो रेगिअन इरसल को ONE लाइटवेट मॉय थाई वर्ल्ड टाइटल के लिए चैलेंज करते हुए केवल 46 सेकंड में फिनिश हो गए थे। उन्होंने इरसल की तारीफ की और मानते हैं कि वो अपने डिविजन के सबसे अनोखे फाइटर हैं।
“स्लेदकी” ने कहा:
“रेगिअन इरस्ल ने साबित किया कि ONE दुनिया का सबसे बड़ा मार्शल आर्ट्स प्रोमोशन है। यहां फर्क नहीं पड़ता कि आप कौन हैं, कहां से आते हैं, यहां कोई भी चैंपियन अपनी बेल्ट को आसानी से नहीं छोड़ना चाहता। उन्होंने साबित किया है कि वो दूसरों से कहीं बेहतर हैं।”
मालिकिन का सोचना है कि मेन्शिकोव को ज्यादा नहीं सोचना चाहिए क्योंकि किसी शो के मेन इवेंट में वर्ल्ड चैंपियन को चैलेंज करने का दबाव झेलना आसान नहीं है।
उनके अनुसार मेन्शिकोव को मानसिक क्षति पहुंची होगी, लेकिन मालिकिन ने उनसे निरंतर आगे बढ़ते रहने का आग्रह किया है।
उन्होंने कहा:
“किसी मैच में मानसिक स्थिति बहुत अहम भूमिका निभाती है। मानसिक मजबूती एक फाइटर को चैंपियन बनने में मदद करती है। मेन इवेंट फाइट के कारण फाइटर्स के कंधों पर बहुत दबाव आ जाता है क्योंकि लोग आपसे धमाकेदार प्रदर्शन की उम्मीद करते हैं, प्रोमोशन आप पर नजर बनाए रखता है। इसलिए काफी लोग इस दबाव को झेल नहीं पाते।
“मेन्शिकोव को अनुभव प्राप्त करने की जरूरत थी। उन्हें कम रैंकिंग वाले एथलीट्स के खिलाफ फाइट करनी चाहिए थी और उसके बाद बेल्ट के बारे में सोचना चाहिए था। वो घबराए हुए थे और साफ पता चल रहा था कि वो घबराहट को झेल नहीं पा रहे।
“मगर हार मानना हमारे लिए कोई विकल्प नहीं है। कोई एथलीट कितना ही डरावना मास्क क्यों ना पहनता हो, अंत में हम सब इंसान ही हैं।”