अर्जन भुल्लर “सिंह” ने साल 2020 के लिए तैयार किया मास्टरप्लान
जब अर्जन भुल्लर “सिंह” के मन में मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में करियर बनाने की चाह उठी तो उन्हें ONE चैंपियनशिप से बेहतर रास्ता कोई नजर नहीं आया।
इसी राह पर चलते हुए उन्होंने इस साल जुलाई में ONE चैंपियनशिप के साथ कॉन्ट्रैक्ट साइन किया और इस कॉन्ट्रैक्ट के साथ ही उनकी खुद को बड़ा स्टार बनाने की चाह भी बढ़ने लगी थी।
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Posted by ONE Championship on Sunday, October 13, 2019
अपना डेब्यू करने से पहले उन्हें यह सोचकर अच्छा महसूस हो रहा था कि किस तरह ONE अपने एथलीट्स के साथ व्यवहार करती है और एथलीट्स को ना केवल अपने देश का बल्कि खुद ONE चैंपियनशिप का भी प्रतिनिधित्व करना होता है।
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“चाहे कोई वर्ल्ड चैंपियन हो या कोई डेब्यू करने वाले एथलीट, ONE सभी के साथ एक सा व्यवहार करती है।
“मैंने काफी संख्या में फाइटर्स से बात की है और उन सभी का यही कहना है कि इस तरह के व्यवहार से उन्हें यहाँ घर जैसा आनंद मिलता है।
“व्यक्तिगत तौर पर मुझे यहाँ आकर बहुत अच्छा महसूस हो रहा है। यहाँ किसी पर कोई दबाव नहीं बनाया जाता और यही सबसे बड़ा कारण है कि मुझे इस कंपनी का हिस्सा बनकर काफी अच्छा महसूस हो रहा है।“
भुल्लर राष्ट्रमंडल खेलों में रैसलिंग में स्वर्ण पदक विजेता रह चुके हैं और इसी साल अक्टूबर में आयोजित हुए ONE: CENTURY Part II में उन्होंने अपना डेब्यू किया था।
33 साल के हो चुके भुल्लर का सामना पूर्व ONE हैवीवेट वर्ल्ड टाइटल चैलेंजर मॉरो सेरिली”द हैमर” से हुआ था और 3 राउंड के संघर्ष के बाद उन्हें सर्वसम्मत निर्णय से जीत भी मिली थी।
जैसा कि हम कह चुके हैं कि वो राष्ट्रमंडल खेलों में रैसलिंग के स्वर्ण पदक विजेता रह चुके हैं इसलिए उन्हें अपनी ग्रैपलिंग स्किल्स के लिए ज्यादा जाना जाता है। इसके साथ ही उनकी बॉक्सिंग भी काफी अच्छी कर लेते हैं और इसी कारण अक्टूबर में उन्हें इटली के योद्धा पर जीत हासिल हुई थी।
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“मैं ऐसा एथलीट नहीं बनना चाहता जो केवल एक ही स्किल के आधार पर जीत की चाह रखते हैं। मैं खुद को लगभग सभी स्किल्स में अच्छा साबित करना चाहता हूँ।
“मॉरो सेरिली मेरे लिए आदर्श प्रतिद्वंदी थे, वो उम्मीद कर रहे थे कि मैं ग्रैपलिंग पर ज्यादा ध्यान देने वाला हूँ लेकिन इसके साथ-साथ मैंने स्ट्राइकिंग पर भी ध्यान दिया था और इसी कारण मुझे जीत मिली।“
इस जीत के साथ ही भुल्लर ONE हैवीवेट वर्ल्ड चैंपियन बनने का सपना देखने लगे थे और यह टाइटल फिलहाल ब्रेंडन वेरा “द ट्रुथ” के पास है।
अभी भुल्लर को नहीं पता कि साल 2020 में उनका सामना ब्रेंडन से होगा या नहीं लेकिन वो उसके लिए तैयारी ज़रूर कर रहे हैं।
“मैं ब्रेंडन वेरा का बहुत सम्मान करता हूँ और साथ ही वो चैंपियन भी हैं। जबसे ONE हैवीवेट टाइटल का इजात हुआ है तभी से ब्रेंडन इस भारवर्ग के वर्ल्ड चैंपियन रहे हैं जो अपने आप में एक बड़ा कीर्तिमान है। मैं भी एक दिन उन्हीं की तरह सफल होना चाहता हूँ।
“ब्रेंडन आसानी से हार मानने वालों में से नहीं हैं इसलिए अगर मेरा सामना उनसे होता भी है तो वो काफी मुश्किल भरा होगा। लेकिन मैं यह भी जानता हूँ कि अगर मुझे कुछ हासिल करना है तो मैं आग पर चलने के लिए भी तैयार हूँ और वह सब करूंगा जो मुझे वर्ल्ड चैंपियन बना सकता है।
यही उनका मास्टरप्लान है और इसी पर वो काम भी कर रहे हैं। इसके साथ-साथ भुल्लर का यह भी सपना है कि ONE भारत में भी इवेंट्स का आयोजन करे।
“अगले साल के अंत तक मैं वर्ल्ड चैंपियन बनना चाहता हूँ जिससे मैं भारत के लोगों को इस खेल से जुड़ने की प्रेरणा दे सकूं।
“2020 के लिए यही मेरा लक्ष्य है, अगर मैं वर्ल्ड चैंपियन बना तो ज़रूर भारत के लोग इस खेल को गंभीरता से लेने लगेंगे।
“मुझे अपने परिवार का साथ चाहिए, खुद पर भरोसा चाहिए और मेरे सहयोगियों का समर्थन ही मुझे वहाँ ले जा सकता है जहाँ मैं जाना चाहता हूँ।
“ONE में आने का मेरा यही लक्ष्य था कि मैं अपने परिवार, देश के लोगों के लिए कुछ कर सकूं और शायद उसी दिशा में मैं धीरे-धीरे बढ़ भी रहा हूँ।“
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