आशा रोका को है स्टाम्प फेयरटेक्स को नॉकआउट या सबमिट करने की उम्मीद
ONE: ड्रीम्स ऑफ गोल्ड पर इस शुक्रवार, 16 अगस्त को सबसे हॉट अपेक्षित प्रमोशन डेब्यू में से होगा, जब आशा “नॉकआउट क्वीन” रोका वैश्विक मंच पर कदम रखेगी।
उभरती हुए भारतीय स्टार मिक्स्ड मार्शल आर्ट में अपनी वापसी कर रही दो-स्पोर्ट ONE वर्ल्ड चैंपियन स्टाम्प फेयरटेक्स से मुकाबला करेगी, लेकिन हर कोई थाई स्टार से बैंकॉक में अपने घरेलू दर्शकों के बीच एक आसान जीत की उम्मीद कर रहा है।
रोका पिछली दो फाइटों में अपराजित हैं और अपने देश की पहली मार्शल आर्ट स्टार है। ऐसे में इस बाउट के बेहद रोमांचक होने की उम्मीद है। भोपाल की 20 वर्षीय रोका ने सनसनीखेज तेजी से शुरुआत करने की प्रतिष्ठा बना रखी है, क्योंकि उन्होंने अपने पिछले चार पेशेवर विरोधियों को पहले ही राउंड में धराशाही कर दिया था।
रोका की पहली शुरुआता प्रसिद्घ रूप से महज 9 सैकंड में नॉकआउट के साथ हुई थी। ऐसे में यदि वह वैश्विक मंच पर अपनी पहली प्रतियोगिता को उसी तरह समाप्त करती है, तो उसे कोई आश्चर्य नहीं होगा।
रोका ने कहा कि जब वह रिंग में जाती है तो ऐसा लगता है कि जैसे वह अपने विरोधी को मार रही है। उनके पंच इतने ताकतवर होते हैं कि फाइट के शुरू होने के साथ ही विरोधी पर बरसना शुरू हो जाते हैं। उन्हें लगता है कि उनके ताकतवर पंचों के कारण ही उन्हें ज्यादातर परिणाम नॉकआउट के रूप में ही मिलते हैं।
यह “स्वीट साइंस” में उनका इतिहास रहा है, जिसने सबसे पहले रोका को लाइमटाइम में पहुंचाया था। वह एक राष्ट्रीय चैंपियन और महिला जूनियर विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में कांस्य पदक विजेता भी रही है।
प्रो रैंकों में उसका 7-0 का रिकॉर्ड उसके हाथों के कौशल को दर्शाता है और एक खतरनाक पावर पंचर के रूप में उसकी स्थिति को मजबूत करता है। उन्होंने अपनी एक बाउट तो महज 7 सैकंड में ही खत्म कर दी थी।
पॉज़िट्रॉन जिम के प्रतिनिधि को अपने स्टैंड-अप कौशल की एक गंभीर परीक्षा का सामना करना पड़ेगा जब वह महिलाओं के एटमॉवेट थ्री-राउंडर में स्टाम्प से मुकाबला करेगी। स्टाम्प ने मुवा थाई में अपना नाम बनाया और “द आर्ट ऑफ एट लिम्ब्स” में स्वर्ण जीतने के साथ-साथ किकबॉक्सिंग भी की है।
जैसा कि वह अपने संग्रह में एक तीसरा विश्व खिताब जोड़ने के लिए अपनी खोज को फिर से शुरू कर रही है। उनके कई हथियार तो रिंग में बेहद खतरनाक है, रोका अपने प्रतिद्वंद्वी के फुकेट में टाइगर मुवा थाई का प्रशिक्षण शिविर के लिए प्रशंसा नहीं करती है।
उन्होंने कहा कि वह भारत से थाईलैंड के घुटने और कोहनी के साथ लड़ना सीखने व दांव पेचों का उपयोग को जानने के लिए आई है। स्टाम्प वास्तव में एक अच्छी एथलीट है। वह स्टैंड-अप में बहुत अच्छी है क्योंकि वह एक मुवा थाई और किकबॉक्सिंग चैंपियन है। उसकी गति भी अच्छी है, लेकिन उन्हें लगता है कि स्टाम्प पास उतनी शक्ति नहीं है जितनी उनमें है। एक बार जब वह उन्हें अपना करार पंच मारेगी तो वह उसे लम्बे समय तक याद रखेगी।
यदि वह एक क्लासिकल प्रशिक्षित स्ट्राइकर है तो यह न सोचें कि “नॉकआउट क्वीन” में बेहतर मिक्स्ड मिश्रित मार्शल स्टार बनाने के लिए जूरूरी गंभीर कौशल का अभाव है।
उसका जमीनी खेल पहले से ही खतरनाक है और उसने 16 अगस्त की तैयारी के माध्यम से विकसित करना जारी रखा है, इसलिए वह आश्वस्त है कि या तो बाउट कांटे की होगी या फिर कैनवास पर जाएगी।
उन्होंने कहा कि उनकी बॉक्सिंग पृष्ठभूमि का मतलब यह नहीं है कि उन्होंने ग्राउंड गेम के आधार पर बाउट खत्म नहीं की है। वह ग्राउंड गेम में भी काफी अच्छी है, क्योंकि उन्होंने सबमिशन के साथ भी दो फाइटें अपने नाम की है।
यह उनके प्रतिद्वंद्वी पर निर्भर करता है। यदि उनका प्रतिद्वंद्वी ब्राज़ीलियाई जिउ-जित्सू में विशेषज्ञ है, तो वह उन्हें कांटे की टक्कर देने का प्रयास करेगी। इसी प्रकार उनकी प्रतिद्वंद्वी ग्राउंड पर कमजोर है तो वह उसे नीचे ले जाने की कोशिश करेगी।
रोका जानती है कि स्टाम्प उनकी अब तक की सबसे कड़ी प्रतिद्वंद्वी होगी, लेकिन इसके बाद भी उन्हें विश्वास है कि उसे मात दी जा सकती है। थाई स्टार को 82 मुवा थाई और किकबॉक्सिंग मुकाबलों का अनुभव हो सकता है, लेकिन वह अभी भी मिक्स्ड मार्शल आर्ट में एक नौसिखिया है और उनकी भारतीय प्रतिद्वंद्वी इसका फायदा उठाने के लिए उत्सुक है।
वो कहती हैं कि उन्होंने अपने सभी पुराने विरोधियों की जमकर धुनाई की है। ऐसे में उन्हें लगता है कि आगे आने वाले विरोधियों को भी उनके पंचों से डर लगता है, लेकिन स्टाम्प एक अच्छी फाइटर है और वह जानती है कि वह आसानी से हार नहीं मानेगी।
हालांकि वह उनके ग्राउंड गेम के बारे में निश्चिंत नहीं है, लेकिन वह अपने ग्राउंड गेम को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त है। यदि वह उसे मैदान में उतारने में सक्षम रहती है तो फाइट का खत्म होना सुनिश्चित है।