वेरा को नॉकआउट से हराकर भारत में MMA को बढ़ावा देना चाहते हैं भुल्लर
अर्जन “सिंह” भुल्लर रिकॉर्ड बुक में अपना नाम दर्ज करवाने के लिए कमर कस चुके हैं।
शनिवार, 15 मई को ONE: DANGAL में भुल्लर ONE हेवीवेट वर्ल्ड चैंपियन ब्रेंडन “द ट्रुथ” वेरा को हराकर भारत के सबसे पहले मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स वर्ल्ड चैंपियन बनना चाहेंगे।
भुल्लर सिंगापुर इंडोर स्टेडियम से बाहर बेल्ट के साथ जाना चाहते हैं। इस जीत से ना केवल उन्हें खुशी मिलेगी बल्कि उन्हें उम्मीद होगी कि ये जीत भारत में मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स को बढ़ावा दे सकती है।
34 वर्षीय स्टार ने कहा, “इतिहास में अपना नाम दर्ज करवाना हमेशा खास होता है क्योंकि इससे लोग हमेशा आपको याद रखेंगे।”
“वर्ल्ड चैंपियन बनना मेरे और मेरे परिवार के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि होगी, लेकिन भारत से पहला वर्ल्ड चैंपियन बनना मेरे लिए और भी खास लम्हा होगा। साथ ही मेरी ये जीत युवा रेसलर्स और एथलीट्स को इस खेल में आने के लिए प्रोत्साहित करेगी।
“वो भी जान पाएंगे कि इस मुकाम पर पहुंचना असंभव नहीं है, इस तरह का अहसास होते ही ज्यादा लोग इस खेल से जुड़ने लगेंगे और हमारा फैनबेस भी बढ़ेगा।”
जाहिर तौर पर, “द ट्रुथ” को हराकर चैंपियन बनना आसान नहीं होगा।
ONE Championship में अभी तक हेवीवेट डिविजन में कोई भी एथलीट वेरा के खिलाफ मैच के दूसरे राउंड में प्रवेश नहीं कर सका है। फिलीपीनो-अमेरिकी स्टार ने हेवीवेट डिविजन का टाइटल अपने नाम किया और सभी को नॉकआउट किया है।
उनकी मॉय थाई स्किल्स, जबरदस्त नॉकआउट पावर, लंबाई और बेहतरीन रेसलिंग गेम का मिश्रण उन्हें ONE का सबसे बेहतरीन हेवीवेट चैंपियन बनाता है।
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भुल्लर अच्छी तरह वाकिफ हैं कि वेरा किस तरह के एथलीट हैं। चाहे डिफेंडिंग चैंपियन की उम्र 43 साल हो चुकी हो, लेकिन “सिंह” ने हर तरह की स्थिति के लिए खुद को तैयार किया है।
भुल्लर ने कहा, “वो उम्र में मुझसे बड़े हैं और ONE में अपराजित हेवीवेट चैंपियन हैं। वो लंबे समय से चैंपियन बने रहे हैं और हेवीवेट डिविजन में अपने सभी विरोधियों को फिनिश किया है इसलिए वो खतरनाक तो हैं ही और काफी अनुभव भी हासिल है।”
“उनकी सभी स्किल्स अच्छी हैं, अनुभवी हैं, किकबॉक्सिंग, मॉय थाई, उनकी किक्स, नी-स्ट्राइक्स और उनकी एल्बोज़ भी खतरनाक हैं। उनका अनुभव दर्शाता है कि वो हर तरह की चुनौती के लिए तैयार रहेंगे।”
साथ ही भुल्लर का मानना है कि वो हर तरह के गेम में “द ट्रुथ” को टक्कर दे सकते हैं।
भुल्लर पूर्व ओलंपिक रेसलर रहे हैं, अपने ग्रैपलिंग गेम की मदद से मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में सफलता पाई है और उनका प्रोफेशनल रिकॉर्ड 10-1 का है।
American Kickboxing Academy में “सिंह” ने दूसरी स्किल्स में भी सुधार किया है। उनके स्ट्राइकिंग गेम में सुधार हुआ है, जिसकी मदद से उन्हें मॉरो “द हैमर” सेरिली पर जीत मिली थी।
टॉप लेवल की स्किल्स के अलावा वर्ल्ड टाइटल चैलेंजर का मानना है कि उनके पास एक अन्य महत्वपूर्ण चीज भी है जो उन्हें जीत दिला सकती है।
भुल्लर ने कहा, “किसी चीज को अच्छे से समझना मेरी सबसे बड़ी ताकत है, मेरी रोज की ट्रेनिंग इसी बात पर आधारित होती है। मैं हमेशा अनुशासन में रहने की कोशिश करता हूं, चाहे मुझे कोई मैच मिला हो या ना, मगर मेरी नजरें हमेशा वर्ल्ड चैंपियनशिप पर ही टिकी रही हैं।”
“ये सब मेरी जिंदगी का अभिन्न हिस्सा है और इसे मैं बहुत गंभीरता से लेता हूं। ये मेरी सबसे पहली और सबसे बड़ी प्राथमिकता है, इसलिए मेरा इतना प्रतिबद्ध होना मुझे वेरा पर बढ़त दिला सकता है।
“स्किल्स के अलावा, मूव्स में तेजी और ताकतवर होना भी बहुत महत्वपूर्ण है। वहीं किसी फाइट में अपने विरोधो को समझना हमेशा फायदेमंद रहता है और यही चीज इस मैच में बड़ा अंतर पैदा करेगी।”
भुल्लर को भरोसा है कि उनकी स्किल्स और मानसिकता उन्हें जीत दिला सकती है।
उन्हें जजों के स्कोरकार्ड्स से जीत नहीं चाहिए बल्कि वो अपने फिलीपीनो-अमेरिकी प्रतिद्वंदी को फिनिश कर नए चैंपियन बनना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, “इस मैच के अंत में मुझे स्टॉपेज से जीत मिलेगी और मैं नया चैंपियन कहलाऊंगा।”
“फिनिश चाहे स्टैंड-अप गेम में आए या ग्राउंड गेम में, लेकिन फिनिश मेरे ही हाथों होगा। फिनिश इस बात पर निर्भर करेगा कि वो कब तक मेरी स्ट्राइक्स के प्रभाव को झेल पाते हैं। मैं जानता हूं कि मेरा अटैक और गेम प्लान मुझे जीत तक ले जाएगा।”
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