सबमिशन ग्रैपलिंग में वापसी की कल्पना कर रहे हैं 17 बार के BJJ वर्ल्ड चैंपियन ‘बुशेशा’
अपराजित हेवीवेट MMA सुपरस्टार मार्कस “बुशेशा” अल्मेडा सबमिशन ग्रैपलिंग के बारे में काफी कुछ जानते हैं।
17 ब्राजीलियन जिउ-जित्सु वर्ल्ड चैंपियनशिप अपने नाम करने और 4 MMA बाउट्स में से 3 सबमिशन जीत दर्ज करने वाले अल्मेडा को आसानी से दुनिया के सबसे बेहतरीन ग्रैपलर्स में से एक कहा जा सकता है।
भले ही वर्तमान में 33 साल के ब्राजीलियाई एथलीट पूरा ध्यान MMA में ONE वर्ल्ड टाइटल जीतने पर लगाए हों, लेकिन वो ONE Championship में होने वाले सभी सबमिशन ग्रैपलिंग मुकाबले देखते हैं और उन्हें कभी मिस भी नहीं करते हैं।
ऐसे में जब पिछले महीने ONE Fight Night 6 में मौजूदा ONE फ्लाइवेट सबमिशन ग्रैपलिंग वर्ल्ड चैंपियन माइकी मुसुमेची ने कॉम्बैट सैम्बो वर्ल्ड चैंपियन गंतुमूर बायनदुरेन के खिलाफ अपने खिताब का बचाव किया था, तब “बुशेशा” उन्हें देख रहे थे।
उस रात “डार्थ रिगाटोनी” मंगोलियाई सैम्बो एथलीट पर शुरू से अंत तक हावी रहे थे। यहां तक कि अमेरिकी टाइटल होल्डर ने आखिर के कुछ मिनटों में अपने प्रतिद्वंदी के पैर को बुरी तरह फंसाकर मोड़ दिया था। फिर भी वो विरोधी को टैप करवाने में सक्षम नहीं हो सके।
मुसुमेची की बेहतरीन तकनीक का अल्मेडा पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ा, जिसके बारे में उन्होंने ONEFC.com से कहा:
“मैं माइकी मुसुमेची की फाइट मिस नहीं करूंगा।
“माइकी मुसुमेची ने दिखा दिया था कि वो क्यों चैंपियन हैं और क्यों कोई भी उनसे उनका खिताब नहीं छीन सकता है। उन्होंने बेहतरीन जिउ-जित्सु का प्रदर्शन किया, जो बहुत शानदार और तकनीक से परिपूर्ण था। यहां तक कि अगर एथलीट तगड़ा और हार नहीं मानने वाला है तो माइकी को हराने के लिए उसे कुछ और जरूरी तरकीबें निकालनी होंगी।”
हेवीवेट सुपरस्टार ने पैर में गंभीर चोट लगने के बावजूद टैप ना करने के बायनदुरेन के निर्णय पर भी अपने विचार रखे।
हालांकि, “बुशेशा” ने अपनी छवि BJJ के तगड़े प्रतिद्वंदियों में से एक के रूप में बनाई है, जो अपने मजबूत सबमिशन डिफेंस के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने खुद स्वीकार किया कि टैप आउट करना इस खेल का एक हिस्सा है और अगर वो मुसुमेची के लेग लॉक में फंसे होते तो उन्होंने ऐसा ही किया होता।
अल्मेडा ने कहाः
“गंतुमूर एक मजबूत एथलीट हैं। कुछ ही ऐसे फाइटर हैं, जो पैर टूटने, लिगामेंट के बुरी तरह से क्षतिग्रस्त होने के बावजूद टैप करने को तैयार नहीं होते। उन्होंने दिखा दिया कि वो एक असली फाइटर हैं।
“मैं उनकी जगह पर होता तो टैप कर देता क्योंकि उस वक्त स्थिति ही ऐसी बन गई थी। मैं ऐसी स्थिति में डिफेंड नहीं करता। मैं उससे निकलना ही पसंद करता और अगले दिन ट्रेनिंग में अपनी कमी को दूर करने लग जाता। अगर मैं ऐसा ना करूं तो ये मेरे लिए महंगा साबित होगा क्योंकि इसके बाद आपको एक इंजरी से गुजरना पड़ेगा। आपको सर्जरी करवानी पड़ेगी और महीनों तक हर चीज से दूर रहना पड़ेगा।”
‘बुशेशा‘ का ONE में ओपनवेट सबमिशन ग्रैपलिंग ग्रां प्री का सपना
मार्कस “बुशेशा” अल्मेडा ने 2019 से सबमिशन ग्रैपलिंग में प्रतिस्पर्धा नहीं की है। इसकी बजाय उन्होंने अपना पूरा ध्यान MMA करियर को बेहतर बनाने में लगा दिया है।
हालांकि, ONE Championship के सबमिशन ग्रैपलिंग स्टार्स माइकी मुसुमेची, केड रुओटोलो और डेनियल केली को सर्कल के अंदर मुकाबला करते देखने के बाद वो इस खेल में वापसी करने के लिए प्रोत्साहित हैं।
अल्मेडा कहते हैंः
“मैं हर सबमिशन ग्रैपलिंग फाइट देखकर बहुत उत्साहित होता हूं। मुझे लगता है कि मैं भी एक दिन ONE के सबमिशन ग्रैपलिंग डिविजन में फाइट करूं।”
खासतौर पर “बुशेशा” बड़ी BJJ प्रतियोगिताओं में मुकाबला करना पसंद करेंगे, जो ओपनवेट टूर्नामेंट हो।
इन सबके बावजूद वो ओपनवेट कैटेगरी के लिए अजनबी नहीं हैं। असलियत में उनकी 8 BJJ वर्ल्ड चैंपियनशिप्स में जीत अनकैप्ड वेट क्लास में आई हैं।
इस साल होने वाली ONE ओपनवेट मॉय थाई वर्ल्ड ग्रां प्री के साथ ही अल्मेडा सर्कल के अंदर सबमिशन ग्रैपलिंग के लिए इसे भी देखना पसंद करेंगे।
“बुशेशा” ने कहाः
“सबमिशन ग्रैपलिंग का ओपनवेट कुछ ऐसा है, जो बहुत कुछ मायने रखता है। मैं एक ऐसा फाइटर हूं, जो हमेशा वेट और ओपनवेट में फाइट करता आया हूं। मुझे हमेशा से ओपनवेट का विचार पसंद आया है। इसमें अन्य डिविजंस के चैंपियंस को एक-दूसरे का सामना करने का मौका मिलता है। इसमें से निकलने वाला ही उस साल का सबसे बड़ा चैंपियन बनता है।”