बैंकॉक में करियर की सबसे बड़ी जीत के बाद चान रोथना ने किया नई योजनाओं का खुलासा
चान रोथना ONE: ड्रीम्स ऑफ गोल्ड पर कंबोडियन मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स इतिहास की यकीनन सबसे बड़ी जीत का जश्न मना रहे हैं। थाईलैंड के बैंकॉक में 16 अगस्त को गत शुक्रवार तीन राउंड के बेहतरीन एक्शन के बाद क्यूबा के ओलंपिक एथलीट गुस्तावो “एल ग्लैडीएटर” बलार्ट को हराया।
33 वर्षीय सेलापैक और एफएफजी प्रतिनिधि को सर्वसम्मत निर्णय हासिल हुआ था, लेकिन इससे भी एक बैक-एंड-फोर्थ मैच की पूरी कहानी नहीं बताई जा सकती है।
रोथना को फाइट के पहले चरण में गुस्तावों के ताकतवर हमलों के कारण बचाव पर उतरना पड़ा था। हालांकि, ONE कंबोडिया फेदरवेट ग्रांड
प्रिक्स फाइनलिस्ट को पता था कि उसे अपने प्रतिद्वंद्वी के ताकतवर हमलों को झेलना होगा। ऐसे में वह भी इस तूफान का सामना करने के लिए तैयार थे।
रोथना ने कहा कि उन्होंने पिछले सप्ताह मिली अपनी जीत से पहले गुस्तावो की फाइटों के कई वीडियो देखे थे। उनके कोच और टीम ने उन्हें अपने विरोधी की ताकत और कमजोरियों के बारे में बताया था, तो उन्हें पता था कि उनके हमलों से कैसे निपटना है।
उन्हें लगता है कि गुस्तावों ने उन्हें कई बार नीचे गिराने की कोशिक की थी। पहले व दूसरे राउंड में उनके टेकडाउन के बाद उन्होंने गुस्तावो की ताकत का पता लगा लिया था कि वह इतने भी ज्यादा खतरनाक नहीं है।
जब फाइनल राउंड शुरू हुआ, तो बलार्ट काफी थक चुके थे। ऐसे में उन्होंने राउंड के अंतिम पांच मिनट में वापसी के लिए अपने पैरों का भरपूर उपयोग किया।
उन्होंने सामने के हमले से नीचे गिरने के डर को दूर छोड़ते हुए बलार्ट पर लगतार किक्स से हमले शुरू कर दिए। इस दौरान रस्सियों पर “एल ग्लेडिएटर” जैसे शक्तिशाली पंचों के साथ एक फिनिश की तलाश में ऑल-आउट कर दिया।
रोथना ने कहा कि वह अपनी किकबॉक्सिंग की स्थापना करके तीसरे राउंड में स्थिति को बदलते हैं और अपने विरोधी पर किक, पंच व घुटनों से हमला करते हैं। यदि वह फाइट में ऐसा नहीं करते तो उनका जीतना मुश्किल था।
हालांकि रोथना को वह मुकाम नहीं मिला, जो वह चाहते थे। उन्हें ज्यादातर एक तरफा हमला किया और बलार्ट ने प्रतिक्रिया में बहुत कम हमले किए। इसका कारण था कि उन्होंने फाइट के आखिरी राउंड में अपने पूरे कौशल को बाहर निकाल लिया था।
तीसरा राउंड खत्म होने के बाद दोनो एथलीट रैफरी के निर्णय का इंतजार कर रहे थे। इस दौरान तीनों रैफरियों ने माना कि सेलापाक के पूर्ण दिवंगत वर्चस्व ने उन्हें एक सर्वसम्मत निर्णय के लिए अपने प्रतिद्वंद्वी से आगे खींच लिया।
जब विजेता के रूप में रोथना का नाम पढ़ा गया तो वह खुशी से झूम उठे और उन्होंने अपनी टीम के साथ जीत का जश्न मनाया। अब, उनकी सफलता के कुछ ही दिन बाद उनकी मानसिकता पूरी तरह से बदल गई है।
मिक्स्ड मार्शल हीरो के रूप में वह अब 7-3 और लगतार तीन-बाउट जीतने के रिकॉर्ड पर सवार है तथा वह अपने डिविजन में जीतने वाले सर्वश्रेष्ठ एथलीटों में से एक है। इस जीत के बाद फ्लाईवेट दावेदार ने पहले से कहीं अधिक लक्ष्य निर्धारित कर लिए हैं।
अब जीत के बाद रोथना कहते हैं कि वह पहले मा हाओ बिन से मुकाबला करना चाहते थे, जिनसे वह वर्ष 2016 में हार गए थे, लेकिन अब उन्हें इस बात से कोई आपत्ति नहीं है कि वह अपने अगले मुकाबले में किसके सामने होंगे। वह किसी से भी मुकाबला करने को तैयार हैं।
वह जीतते या हारते, लेकिन अब इस मुकाम पर पहुंचकर वह बहुत खुश है। हालांकि वह अभी बेल्ट के लिए चुनौती देने के लिए उत्सुक हूं।रोथाना यथार्थवादी है और जानते हैं कि उन्हें जो वह चाहते हैं वह करने तथा भार वर्ग के श्रेष्ठ एथलीटों के बीच जाकर उन्हें हराने के लिए अपने कौशल को तेज करने की आवश्यकता होगी।
वह यह भी जानते हैं कि वह अभी थोड़े दबाव में हैं, लेकिन अपने विश्वास, अथक प्रयास, नैतिकता और अपने देश के प्यार से प्रेरित होकर शीर्ष पर पहुंचने के लिए कुछ भी करने को तैयार है। चाहे वह सफल हो या विफल, लेकिन जब तक वह कर सकते हैं तब तक अपना सब कुछ देने को तत्पर है।
रोथना का कहना है कि इस स्तर पर उनका मेहनत को बढ़ाना सबसे महत्वपूर्ण काम है। वह आने वाले मुकाबलों के लिए कठिन विरोधियों से मुकाबला करेंगे तो उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि उनसे मुकाबले के लिए उनकी तैयार बेहद मजबूत होनी चाहिए।
उन्होंने अभी अपनी मेहतन के चलते ही अच्दे परिणाम हासिल किए हैं।चाहे वह अपनी अगली फाइट में हारे या जीते, कोई फर्क नहीं पड़ता है, लेकिन उन्हें कम्बोडिया का प्रतिनिधित्व करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा।