चिंगिज़ अलाज़ोव ने किकबॉक्सिंग बेल्ट को किया डिफेंड, मरात ग्रिगोरियन से हिसाब बराबर
ONE फेदरवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन चिंगिज़ अलाज़ोव पिछले 10 साल से #2 रैंक के कंटेंडर मरात ग्रिगोरियन से हिसाब बराबर करने का इंतजार कर रहे थे।
दोनों के बीच पहला मुकाबला अप्रैल 2013 में नो कॉन्टेस्ट के रूप में खत्म हुआ और फिर ग्रिगोरियन ने 8 महीने के बाद हुए रीमैच में जीत हासिल की।
लेकिन शनिवार, 5 अगस्त को हुए ONE Fight Night 13: Allazov vs. Grigorian के मेन इवेंट में अलाज़ोव ने लुम्पिनी बॉक्सिंग स्टेडियम में शानदार जीत हासिल कर साबित कर दिया कि क्यों वो दुनिया के सर्वश्रेष्ठ पाउंड-फोर-पाउंड किकबॉक्सर हैं।
अलाज़ोव ने शुरुआती अटैक्स किए और स्वीपिंग किक्स के दम पर प्रतिद्वंदी की लय बिगाड़ी। लेकिन इससे बेफिक्र होकर ग्रिगोरियन ने अपना गार्ड मजबूत रखते हुए विरोधी पर ताकतवर पंच लगाए।
हालांकि, “चिंगा” ने बेहतरीन फुटवर्क से अपनी तरफ आ रहे अटैक को धीमा कर दिया। वो अच्छी मूवमेंट करते हुए लेग अटैक करते रहे और मौका मिलने पर दूसरी पोजिशन में जाकर फिर प्रहार किए।
तीसरे राउंड में ग्रिगोरियन के अटैक थोड़े ज्यादा प्रभावी नजर आए, लेकिन अलाज़ोव की हेड मूवमेंट, लगातार स्टांस में बदलाव और अच्छे काउंटर अटैक्स ने उनको बेकार कर दिया।
चौथे और पांचवे राउंड में अलाज़ोव की टीप्स, किक्स, लेफ्ट जैब और राइट हैंड ने अर्मेनियाई स्टार को हताश कर दिया। इसके अलावा अज़रबैजानी-बेलारूसी स्ट्राइकर ने पहले तीन राउंड्स की तरह ही दबाव बनाना जारी रखा।
ग्रिगोरियन ने मैच अपने हाथ से फिसलता देख सटीकता के साथ पंच लगाने के प्रयास काफी तेज कर दिए। दुर्भाग्यवश, अलाज़ोव के खिलाफ वो कम ही पड़े।
30 वर्षीय मौजूदा चैंपियन ने अपने अटैक और डिफेंस में किसी तरह की कमी नहीं आने दी और लगातार अटैक के चलते आखिर में सर्वसम्मत निर्णय से जीत हासिल की।
इस जीत के साथ अलाज़ोव का रिकॉर्ड 61-5-1 का हो गया है और वो ग्रिगोरियन के खिलाफ हिसाब बराबर करने में भी कामयाब रहे।खिताबी मैच मे शानदार प्रदर्शन के दम पर उन्होंने पाउंड-फोर-पाउंड किकबॉक्सर के रूप में अपनी स्थिति को और मजबूत कर लिया है।