नई और बेहतर इत्सुकी हिराटा ने विक्टोरिया सूज़ा के खिलाफ वापसी करने का संकल्प लिया – ‘फिनिश हासिल कर सकती हूं’
इत्सुकी “एंड्रॉइड 18” हिराटा इस शनिवार, 8 जून को होने वाले ONE 167: Tawanchai vs. Nattawut II में जीत की पटरी पर वापस आने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
जापानी फैन फेवरेट फाइटर एक अहम एटमवेट MMA मुकाबले में ब्राजीलियाई ग्रैपलर विक्टोरिया “विक” सूज़ा से मुकाबला करेंगी, जो उनके पास प्रशंसकों को अपनी चैंपियन वाली प्रतिभा की याद दिलाने का मौका देगा।
संगठन में अपने पहले छह MMA मुकाबलों में 5-1 का रिकॉर्ड बनाने के बाद 24 वर्षीय स्टार फाइटर अब एक प्रतिकूल स्थिति में हैं। उन्हें अपने पिछले दो मुकाबलों में पूर्व ONE वर्ल्ड टाइटल चैलेंजर्स से हार का सामना करना पड़ा है।
उन हार के बाद “एंड्रॉइड 18” ने संयुक्त राज्य अमेरिका से जापान वापस स्थानांतरित होकर चीजों को बदला, जहां वो अब Wajutsu Keishukai HEARTS में कोच केंजी ओसावा से ट्रेनिंग ले रही हैं।
उन्होंने बैंकॉक के इम्पैक्ट एरीना में अपने निर्णायक मैच के बारे में onefc.com से बात की:
“मैं अपनी ताकत और किसी भी तरह जीतने के जज्बे को दिखाना चाहती हूं। इंतजार करने के बजाय, मैं पहले हमला करूंगी। अगर मैं उस तरह से जीत जाती हूं तो मुझे पूरे 15 मिनट तक फाइट की जरूरत नहीं है।
“जितनी जल्दी ये मुकाबला खत्म होगा, उतना अच्छा होगा। मैं शुरू से ही आक्रामक हो जाऊंगी ताकि मुझे 15 मिनट तक फाइट न करनी पड़े।”
बेशक, अयाका मियूरा और हैम सिओ ही के खिलाफ हिराटा में आत्मविश्वास की कमी दिखी, लेकिन अब उन्होंने उससे पार पा लिया है।
जापानी स्टार का कहना है कि चाहे फाइट स्टैंड-अप में हो या ग्राउंड पर, उन्हें “विक” पर बढ़त मिलेगी:
“चूंकि मैं आकार में थोड़ी बड़ी हूं, मेरी रीच (पहुंच) अलग होगी और अगर मैं चतुराई से हमला कर सकी तो मुझे लगता है कि मेरे पास स्टैंड-अप में अवसर होंगे।
“और ग्रैपलिंग में अगर मैं उन्हें नीचे ले जाती हूं तो मुझे लगता है कि मैं ऊपर से ग्राउंड-एंड-पाउंड से हमला कर सकती हूं इसलिए मैं एक सेकंड के लिए भी अपना ध्यान खोए बिना फाइट करूंगी।”
खतरनाक सबमिशन स्किल्स वाली एक अत्यंत प्रतिभाशाली जूडो एथलीट हिराटा जानती हैं कि सूज़ा अपने आप में एक कुशल ग्रैपलर हैं।
लेकिन अपने नए आत्मविश्वास के साथ “एंड्रॉइड 18” हार के क्रम को तोड़ने और ब्राजीलियाई फाइटर को उनके ही खेल में हराने की योजना बना रही हैं:
“मुझे विश्वास है कि मैं फिनिश हासिल कर सकती हूं और मैं फिनिश हासिल करना चाहती हूं। मैं ग्रैपलिंग में एक मजबूत ग्रैपलर को हराना चाहती हूं।
“मैं किसी एक चीज पर बहुत ज्यादा अटके बिना अलग-अलग दांव आजमाऊंगी। लेकिन अगर मुझे सबमिशन मिल जाए, उन्हें मैं टैप आउट करवा दूं, वो बहुत अच्छा लगेगा।”
हिराटा ने अपनी हार के सिलसिले से मिले सबक पर विचार किया
इत्सुकी हिराटा के लिए लगातार हार से उबरना कठिन रहा है, लेकिन उन हार ने उनकी वर्तमान मानसिकता को भी प्रेरित किया है।
“एंड्रॉइड 18” ने बताया:
“पहले मैं हमले भी नहीं सहना चाहती थी। मैं ट्रेनिंग में हारना या असफल होना नहीं चाहती थी। लेकिन हारने के बाद, मुझे अहसास हुआ कि ट्रेनिंग विफल होने की ही जगह है।
“मैं बहुत बार असफल होती हूं। मुझे महिला और एमेच्योर फाइटर्स से भी मार पड़ती है। पहले मैं जिद्दी थी, लेकिन मैंने अब अपनी मानसिकता बदल दी है और ये आसान हो गया।”
हिराटा अपनी मानसिकता में बदलाव का श्रेय कोच ओसावा के साथ अपने ट्रेनिंग सेशंस को देती हैं।
अब सफलता पर अति-केंद्रित होने के बजाय, वो ये स्वीकार करने में सक्षम है कि हार हो सकती है, जिससे वो अधिक शांत और खुले दिमाग की ओर अग्रसर हो चुकी हैं।
और अंततः, वो मानती हैं कि रवैये का ऐसा समायोजन उन्हें और अधिक खतरनाक फाइटर बनाता है:
“कोच ओसावा के कारण अब मैं केवल तनावग्रस्त होने के बजाय आराम से इसे कर सकती हूं। मेरी सोच उस समय से बिल्कुल अलग है, जब मैं अकेले जीतने के बारे में सोचती थी। जैसे कि ‘हारना ठीक है, बस वही करो जो मैं कर सकती हूं।”