डेनियल विलियम्स ने डिमिट्रियस जॉनसन और नोंग-ओ को MMA और मॉय थाई का महानतम फाइटर बताया
डेनियल विलियम्स का मानना है कि फैंस ने हाल ही में हुए ONE Fight Night 1: Moraes Vs. Johnson II के फाइट कार्ड में कॉम्बैट स्पोर्ट्स के दो ऐसे बेहतरीन एथलीट्स के मुकाबलों को देखा, जिन्होंने अपने एक्शन से सबको रोमांचित कर दिया।
स्ट्रॉवेट MMA और मॉय थाई डिविजंस के #5 रैंक के कंटेंडर के रूप में “मिनी टी” दोनों ही विधाओं को समझकर बेहतर तरीके से उसका न्याय करने में सक्षम हैं और वो पूरे यकीन के साथ कहते हैं कि 27 अगस्त को हुए मुकाबलों के दौरान ये चीजें बड़े स्तर पर दिखाई दी थीं।
यूएस प्राइमटाइम पर अमेरिकी MMA दिग्गज डिमिट्रियस जॉनसन ने एड्रियानो मोरेस के साथ ONE फ्लाइवेट वर्ल्ड टाइटल रीमैच को हेडलाइन किया था।
उन्होंने नॉकआउट परफॉर्मेंस का बेहतरीन नमूना पेश करते हुए इतिहास में सबसे बेहतर एथलीट होने की अपनी प्रतिष्ठा को फिर से कायम कर दिया। साथ ही विलियम्स ने अपने बेहतरीन मूव्स से पूरी तरह से प्रशंसकों का मनोरंजन किया।
ऑस्ट्रेलियाई-थाई फाइटर ने ONEFC.com से कहाः
“सच में, कार्ड के मुख्य आकर्षण के तौर पर जॉनसन ने अपने रुतबे को पूरी तरह से बनाए रखा और दुनिया को दिखा दिया था कि असल में MMA का GOAT (ग्रेटेस्ट ऑफ ऑल टाइम) कौन है।”
पिछले साल मोरेस के हाथों करियर के पहले नॉकआउट का सामना करने के बाद जॉनसन चैलेंजर के रूप में मुकाबले में शामिल हुए थे। वो रीमैच की शुरुआत में स्कोरकार्ड्स पर पिछड़ते हुए नजर आए थे।
हालांकि, “माइटी माउस” बाद के राउंड में ज्यादा मजबूत चैलेंजर बनकर उभरे और आखिरकार उन्होंने चौथे राउंड में विरोधी पर एक फ्लाइंग नी जड़ते हुए हाइलाइट-रील नॉकआउट के साथ मुकाबला अपने नाम कर लिया था।
विलियम्स के लिहाज से देखें तो उनकी वापसी करने की क्षमता, मैच के दौरान दिखती उनकी दृढ़ मानसिकता और चौंका देने वाले फिनिश ने जॉनसन के वर्ल्ड टाइटल जीतने को और भी प्रभावशाली बना दिया था।
उन्होंने कहाः
“शुरुआती दो राउंड्स के बाद और शायद तीसरे राउंड में मोरेस बाउट को नियंत्रित करते दिखे। वो देखने में बहुत बड़े नजर आ रहे थे और जो कुछ भी कर रहे थे, वो सारी चीजें जॉनसन के खिलाफ काम कर रही थीं। वो बहुत ज्यादा मजबूत दिखाई दे रहे थे।
“इसको लेकर मैं डीजे के लिए थोड़ा चिंतित भी हुआ, लेकिन वहीं पर डीजे का का अनुभव, स्किल सेट और वो आज उस मुकाम पर क्यों हैं, ये नजर आने लगा। एक स्ट्राइकर के रूप में सच में वो फिनिश बहुत ही शानदार था। वो अद्भुत था।”
नोंग-ओ को मॉय थाई का सबसे बेहतरीन फाइटर मानते हैं डेनियल विलियम्स
डेनियल विलियम्स को लगता है कि MMA में डिमिट्रियस जॉनसन की तरह ही नोंग-ओ-गैयानघादाओ भी मॉय थाई में अब तक के सबसे महान फाइटर हैं।
ONE Fight Night 1 में नोंग-ओ ने लियाम हैरिसन को जोरदार लेग किक्स के जरिए तकनीकी नॉकआउट से रोकते हुए 6वीं बार अपना ONE बेंटमवेट मॉय थाई वर्ल्ड टाइटल डिफेंड कर लिया था।
ये थाई दिग्गज की लगातार चौथी स्टॉपेज जीत थी और दुनिया भर के प्रशंसकों की तरह “मिनी टी” भी उनकी प्रतिभा के बहुत ज्यादा कायल हो गए थे।
उन्होंने कहाः
“वो सच में ONE Super Series या किसी अन्य मॉय थाई प्रोमोशंस में अब तक के सर्वश्रेष्ठ स्ट्राइकर हैं। एक बार देखें तो पता चलेगा वो किसके साथ फाइट कर रहे थे। उन्होंने सभी पर अपना दबदबा बनाकर छोड़ा है। उन्होंने शीर्ष स्तर के थाई एथलीट्स और टॉप विदेशी फाइटर्स से मुकाबला किया है।
“मुझे नहीं लगता है कि इस समय उनसे बेहतर फाइटर कोई और भी है। वो बहुत ही चालाकी से और अच्छे फाइट आईक्यू के साथ सर्कल में मुकाबला करते हैं। यही वो वजह है, जिसके कारण वो लंबे समय से टॉप पर बने हुए हैं। इस बात को लेकर किसी तरह का तर्क नहीं किया जा सकता है। वो सच में ग्रेटेस्ट ऑफ ऑल टाइम हैं।”
हालांकि, नोंग-ओ में सबकुछ बेहतर है लेकिन विलियम्स कुछ ऐसी चीजें देखते हैं, जो उन्हें बाकियों से अलग बनाती हैं और ये चीजें बहुत ज्यादा आकर्षित भी नहीं करती हैं।
ऑस्ट्रेलियाई-थाई एथलीट का मानना है कि 35 साल के एथलीट दबाव के दौरान और भी ज्यादा सहज दिखाई देते हैं। वो पूरी स्पष्टता और सटीकता के साथ स्ट्राइक कर सकते हैं और ये गुण अन्य किसी भी एथलीट में उन्हें नहीं दिखता है।
विलियम्स ने आगे कहाः
“ईमानदारी से कहूं तो वो खुद को इतना शांत कैसे रख लेते हैं और यही वो चीज है, जो मुझे सबसे ज्यादा प्रभावित करती है। उनका वॉकआउट और सबकुछ बहुत संतुलित है। वो इसी अंदाज में रिंग के अंदर भी आते हैं।
“वो कुछ भी अतिरिक्त नहीं करते हैं। वो बस वही करते हैं, जिसकी आवश्यकता होती है। अगर वो किक मारते हैं तो पहले ही ये तय कर लेते हैं कि वो जोरदार होगी। अगर वो पंच मारते हैं तो वो भी पहले ही पक्का कर लेते हैं कि दमदार और तेज होना चाहिए। हर समय उनका परफेक्शन नजर आता है। उनकी सटीकता, संयम, शांत स्वभाव और उनकी ताकत ही शायद उन्हें सबसे बेहतर बनाती है।”