डैनी किंगैड ने रीस मक्लारेन को हराकर किया ONE फ्लाईवेट वर्ल्ड ग्रैंड प्रिक्स फाइनल में प्रवेश
फिलिपिनो स्टार डैनी “द किंग” किंगड ने अपने करियर के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शनों में से एक देते हुए शुक्रवार को मनीला में ऑस्ट्रेलियाई रीस “लाइटनिंग” मक्लारेन के साथ कठिन संघर्ष करते हुए उन्हें हरा दिया और ONE फ्लाईवेट वर्ल्ड ग्रैंड प्रिक्स फाइनल में प्रवेश कर लिया।
23 साल के किंगड ने ONE: डॉन ऑफ हीरोज पर आयोजित सेमीफाइनल मुकाबले में प्रतिस्पर्धी एक विभाजन-निर्णय के साथ शानदार जीत दर्ज की। इस फाइट को देखने के लिए मॉल ऑफ एशिया एरीना में जमा हुए दर्शकों ने अपने हीरों को शानदार प्रदर्शन के लिए जोश दिलाया। इससे उनकी बांहें तन गई।
बाउट का पहला धमाका पहले राउंट की शुरुआत होने के कुछ सैकंड बाद ही आ गया जब “द किंग” ने मक्लारेन के घुटने से हमला करने के प्रयास को विफल कर दिया और तेजी से बाएं हाथ के काउंटर से ऑस्ट्रेलियाई को शानदार टक्कर दी। इसने पह ने बाउट का माहौल बता दिया था कि वह बहुत संघर्षशील होने वाली है। “लाइटनिंग” ने बाउट को आसानी से लिया, जबकि किंगड अपने पैरों से आक्रामक हमला करने का प्रयास करते रहे।
लेकिन यह भी नहीं कहा जा सकता है कि रिंग में फिलिपिनो भी खतरनाक नहीं था। उन्होंने मक्लारेन को मजबूत बख्तरबंद प्रयास के साथ आश्चर्यचकित किया कि XFC और इंटरनल MMA चैंपियन टीम लाकी के सदस्य को रोकने से पहले बच गए।
यह स्थिति ज़मीन पर तेज़ और घातक थी, क्योंकि दोनों फाइटरों ने स्थिति बदल दी और कैनवास पर आगे और पीछे की लड़ाई लड़ी। इस दौरान किंगड ने रियर नेक चौक के प्रयास बचते हुए आखिरी सैकंड में स्थिति को पलट दिया और दर्शकों ने उनके इस प्रयास की जमकर सराहना भी की।
कैनवास पर शुरुआती दौर का अधिकांश समय बिताने के बाद किंगड ने अपने सभी हथियारों को आक्रामक अंदाज ने उपयोग करना शुरू कर दिया। उन्होंने दूसरे दौर के शुरुआती हमले करने व झेलने में ऑस्ट्रेलियाई को पीछे के पैर पर मजबूर कर दिया।
मक्लारेन ने अपने फायदे के लिए फिलिपिनो के अति उत्साही दृष्टिकोण का उपयोग किया। उन्होंने स्थानीय हीरो की गति को रोकने के लिए हवा में झूलते हुए अपने घुटने से हमला करने का प्रयास करते हुए मुकाबला किया, लेकिन “लाइटनिंग” के गंभीर दबाव के बावजूद किंगड की जमीनी रक्षा ने मजबूती प्रदान की।
दोनों हीरों ने एक-दूसरे के ग्लव्ज छूने के साथ तीसरे राउंट की शुरुआत की। जिसमें मक्लारेन ने “द किंग” को उलझाते हुए हमला करने का प्रयास किया, लेकिन वह उन पर अपना पंच जड़ने से चूक गए। यह केवल फिलिपिनो को गुस्सा दिलाने के लिए किया गया था, जिसने बाउट में अपने सबसे खतरनाक हमलों से वार किए।
जैसे ही अंतिम दौर आगे बढ़ा तो “लाइटनिंग” के लम्बी सांस लेते हुए इसकी शुरुआत की। किंगड ने उन्हें मैट पर गिराकर दबाव डालने का प्रयास किया और बाद में साइड कंट्रोल करते हुए मक्लारेन के चेहरे पर अपनी कोहनी से तगड़ा वार कर दिया।
अंतिम बेल बजने के साथ ही दोनों योद्घा एक दूसरे के सामने झुक जाते हैं और पूरी तरह से थमकर अपने घुटनों के बल झुक जाते हैं। एक रोमांचक बैक-एंड-कॉन्टेस्ट बाउट के बाद दोनों ने एक-दूसरे के प्रयासों का सम्मान भी किया।
इसके बाद आई जजो की बारी, जिन्हें यह तय करना था कि ONE फ्लाइवेट वर्ल्ड ग्रांड प्रिक्स के फाइनल में कौनसा हीरो अपनी जगह बनाएगा और आखिरकार जजो ने अपना फैसला किंगड के पक्ष में दे दिया।
“द किंग” ने अपने मिश्रित मार्शल आर्ट करियर का रिकॉर्ड 14-1 कर लिया और अब वह 13 अक्टूबर को जापान के टोक्यो में ONE: सेंचुरी में होने वाले फाइनल में आज रात के दूसरे फाइनलिस्ट डेमेट्रियस “माइटी माउस” जॉनसन से खिताब के लिए मुकाबला करेंगे।