डैनी किंगड की अख्मेतोव को चेतावनी: ‘मुझे उनसे कोई डर नहीं है’
काफी लंबे इंतज़ार के बाद शुक्रवार, 17 दिसंबर को ONE: WINTER WARRIORS II में #2 रैंक के फ्लाइवेट कंटेंडर डैनी “द किंग” किंगड और #4 रैंक के कंटेंडर काइरत “द कज़ाख” अख्मेतोव आमने-सामने आने को तैयार हैं।
उनका मैच असल में 2019 ONE फ्लाइवेट वर्ल्ड ग्रां प्री के सेमीफाइनल में होने वाला था, लेकिन चोट के कारण अख्मेतोव को मैच से बाहर होना पड़ा। वहीं दिसंबर 2020 में किंगड की COVID-19 रिपोर्ट पॉज़िटिव आने के कारण ये फाइट नहीं हो पाई।
मगर अब फिलीपीनो एथलीट पूर्व ONE फ्लाइवेट किंग का सामना करने के लिए उत्साहित हैं।
किंगड ने कहा, “मैं बहुत सालों से उनके खिलाफ फाइट की उम्मीद कर रहा था।”
“दुर्भाग्यवश हमारा मैच 2 बार कैंसिल हुआ, मगर अब मैं इस मैच को लेकर उत्साहित हूं, जिसके लिए मैंने बहुत लंबा इंतज़ार किया है।”
किंगड के उत्साह का भी एक कारण है।
Team Lakay के स्टार अभी तक सभी टॉप-5 फ्लाइवेट कंटेंडर्स के खिलाफ फाइट कर चुके हैं, जिनमें उन्हें किसी में जीत तो किसी में हार भी मिली।
उन्होंने #3 रैंक के कंटेंडर युया “लिटल पिरान्हा” वाकामत्सु और #5 रैंक पर मौजूद रीस “लाइटनिंग” मैकलेरन को भी हराया है। मगर उन्हें #1 रैंक के कंटेंडर डिमिट्रियस “माइटी माउस” जॉनसन और ONE फ्लाइवेट वर्ल्ड चैंपियन एड्रियानो “मिकीन्यो” मोरेस के खिलाफ हार भी मिली।
अब अख्मेतोव को हराकर वो दोबारा वर्ल्ड टाइटल शॉट हासिल करना चाहते हैं।
26 वर्षीय वुशु स्पेशलिस्ट मानते हैं कि “द कज़ाख” को हराना आसान नहीं है और वो अपने विरोधी की अलग-अलग तरह की खतरनाक स्किल्स से अच्छी तरह वाकिफ हैं।
अख्मेतोव बेहतरीन रेसलर हैं, जो अपने देश में 3 बार ग्रीको-रोमन नेशनल रेसलिंग चैंपियन रहे हैं और 2010 में मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में कदम रखा। अब उनका MMA रिकॉर्ड 27-2 है और एक बार ONE फ्लाइवेट वर्ल्ड चैंपियन भी रहे हैं।
दुर्भाग्यवश, कमर में आई चोट के कारण Arlan MMA Pro Team और Tiger Muay Thai टीम के स्टार का मोमेंटम बिगड़ गया था। लेकिन लगातार 3 जीत दर्ज करते हुए शानदार लय वापस प्राप्त कर चुके हैं। इस दौरान उन्होंने अपने सुधरे हुए स्टैंड-अप गेम की बदौलत मैकलेरन और “होली बीस्ट” डे ह्वान किम को भी हराया है।
अख्मेतोव के पंच ताकतवर होते हैं, लेकिन किंगड को अपनी स्ट्राइकिंग पर भी पूरा भरोसा है। उनका कहना है कि “द कज़ाख” की स्ट्राइकिंग करने की रणनीति उन्हीं पर भारी पड़ सकती है।
किंगड ने कहा, “मैंने गौर किया है कि उनकी स्ट्राइकिंग बेहतर हो रही है। मैंने उनकी पिछली फाइट को देखा, जिसमें उनके स्टैंड-अप गेम ने मुझे काफी प्रभावित किया।”
“उन्होंने मेरे साथ स्ट्राइकिंग करने की बात कही, जिससे मेरा उत्साह और भी बढ़ गया है। मुझे उम्मीद है कि उन्हें मेरी खतरनाक स्ट्राइक्स के प्रभाव का अंदाजा होगा।
“अगर उन्होंने स्ट्राइकिंग करने की कोशिश की तो ये रणनीति उन्हीं पर भारी पड़ने वाली है। मैं स्ट्राइकिंग ही करना चाहता हूं और मुझे उम्मीद है कि उन्होंने सोच समझकर ही मेरे साथ स्ट्राइकिंग करने का प्लान तैयार किया होगा।”
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“द किंग” का मानना है कि स्टैंड-अप गेम के अलावा उनकी अन्य स्किल्स भी अख्मेतोव के लिए मुश्किल खड़ी कर सकती हैं।
किंगड ने कहा, “मैं इस मौके का लंबे समय से इंतज़ार कर रहा था और मैंने हर क्षेत्र में खुद को उनसे बेहतर बनाने की कोशिश की है। मैं हर तरीके से फाइट करने के लिए तैयार हूं, फिर वो चाहे स्ट्राइकिंग हो या ग्राउंड फाइटिंग। मेरे पास उनके लिए कई तरीके के मूव्स मौजूद हैं।”
“मैं उन लोगों की तरह नहीं हूं जो कहते हैं कि, ‘मैं उसे हरा दूंगा।’ आपके विरोधी भी बहुत कड़ी मेहनत कर रहे होते हैं, लेकिन मैं इतना जरूर कहूंगा कि मुझे अख्मेतोव का कोई डर नहीं है।
“मैं जानता हूं कि मेरे पास ऐसे कई मूव्स हैं, जिनसे मैं उनपर बढ़त बना सकता हूं। मुझे खुद पर भरोसा है और मैंने इस फाइट के लिए बहुत कड़ी ट्रेनिंग की है।”
17 दिसंबर को अख्मेतोव को हराने के बाद किंगड को मोरेस के खिलाफ रीमैच मिलने की उम्मीद है। ऐसा नहीं भी हुआ तो भी वो हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार रहेंगे।
उन्होंने कहा, “मैं किसी का भी सामना करने को तैयार हूं। मुझे हर फाइट से ज्यादा अनुभव हासिल करना है। अगर मुझे अख्मेतोव पर जीत मिली तो मुझे एड्रियानो के खिलाफ मैच मिलने की उम्मीद होगी। ऐसा ना होने की स्थिति में मैं हर चुनौती के लिए तैयार रहूंगा।”
किंगड को “मिकीन्यो” के खिलाफ रीमैच का भी काफी समय से इंतज़ार है। दोबारा टाइटल शॉट मिलने पर किंगड का कहना है कि इस बार वो पहले से बेहतर फाइटर के रूप में सर्कल में उतरेंगे।
फिलीपीनो एथलीट ने कहा, “मेरे पास अब ज्यादा तरह के मूव्स हैं। मोरेस के खिलाफ हार के बाद मैंने खुद में बहुत सुधार किया है और हर रोज अपनी कमजोरियों को दूर करने की कोशिश कर रहा हूं।”
“मेरे टीम मेंबर्स ने भी मुझे बेहतर फाइटर बनने में मदद की है।”
मगर अपने पुराने प्रतिद्वंदी से भिड़ने से पहले “द किंग” को ONE: WINTER WARRIORS II में अख्मेतोव की चुनौती से पार पाना होगा क्योंकि उन्हीं की तरह अख्मेतोव भी मोरेस के खिलाफ वर्ल्ड चैंपियनशिप मैच प्राप्त करना चाहते हैं।
वर्ल्ड चैंपियन बनने से पहले अख्मेतोव का रिकॉर्ड 22-0 का था, जिनपर Team Lakay के स्टार काफी समय से नजर बनाए हुए हैं।
किंगड ने कहा, “अख्मेतोव के ONE फ्लाइवेट वर्ल्ड चैंपियन बनने के बाद से ही मैंने इस फाइट के लिए तैयारी शुरू कर दी थी। मैं जानता था कि एक ना एक दिन हमारा आमना-सामना जरूर होगा।”
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