अपने खतरनाक मॉय थाई गेम से बनमा को अवगत कराना चाहते हैं डेडामरोंग
ONE: BATTLEGROUND III में डेडामरोंग सोर अम्नोयसिरीचोक एक बार फिर ONE स्ट्रॉवेट वर्ल्ड टाइटल मैच हासिल करना चाहेंगे और अपनी इस जीत से युवा फाइटर्स को प्रोत्साहित भी करना चाहेंगे।
शुक्रवार, 27 अगस्त को पूर्व स्ट्रॉवेट किंग का सामना “द प्रिंस” बनमा डुओजी से होगा। एक तरफ वो अपनी विरासत को आगे बढ़ाना चाहेंगे, साथ ही डेडामरोंग ये भी जानते हैं कि चीनी एथलीट भी वर्ल्ड चैंपियन बनने की चाह के साथ आगे बढ़ रहे हैं।
उन्होंने कहा, “उभरते हुए स्टार्स हम अनुभवी फाइटर्स की मदद से टॉप पर पहुंचने की कोशिश करते हैं। मैं बनमा से कहना चाहता हूं कि ऐसा करना उनके लिए आसान नहीं होगा। कड़ी ट्रेनिंग करो और मुझे कम आंकने की भूल मत करना।”
42 वर्षीय थाई एथलीट को ONE Championship में 17 MMA फाइट्स का अनुभव है, वो मानते हैं कि बढ़ती उम्र से उन्हें बनमा के खिलाफ मैच में कोई नुकसान नहीं होगा। चीनी एथलीट का अभी तक का रिकॉर्ड 13-1 का है और फिनिशिंग रेट 100 प्रतिशत है।
2016 के बाद युवा एथलीट ने 13 मैचों को फिनिश किया है, जिनमें से 12 जीत तकनीकी नॉकआउट या नॉकआउट से आई हैं, लेकिन डेडामरोंग भी स्ट्राइकिंग करना अच्छे से जानते हैं। वो पूर्व मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियन रहे हैं, थाईलैंड के टॉप लेवल सर्किट में 350 से अधिक मैचों का अनुभव हासिल है इसलिए उन्हें अंदाजा है कि बनमा क्या करने की कोशिश कर सकते हैं।
डेडामरोंग ने कहा, “वो एक अच्छे स्टैंड-अप फाइटर हैं और उनके अपरकट्स बहुत खतरनाक होते हैं। उनकी स्ट्राइकिंग और कॉम्बिनेशंस बहुत खतरनाक हैं, वहीं मैं भी इससे पहले अपरकट से नॉकआउट हो चुका हूं। इसलिए मुझे उनके खिलाफ सावधान रहना होगा।”
“उनका ग्राउंड गेम कुछ खास अच्छा नहीं है। मगर बनमा अभी युवा हैं और मैं मानता हूं कि वो फाइट को ग्राउंड पर ले जाने की कोशिश कर सकते हैं। इसलिए मुझे ग्राउंड गेम में भी कड़ी ट्रेनिंग की जरूरत है।”
सिंगापुर स्थित Evolve में डेडामरोंग को एलीट लेवल के ग्रैपलर्स का साथ मिल रहा है, जिनमें से एलेक्स “लिटल रॉक” सिल्वा भी एक हैं, जिन्होंने इसी महीने ONE: BATTLEGROUND II में अपने BJJ गेम की बदौलत मियाओ ली ताओ पर सर्वसम्मत निंर्णय से जीत हासिल की थी।
डेडामरोंग एक स्ट्राइकर हैं, लेकिन वर्ल्ड-क्लास ग्रैपलर्स का साथ मिलने से उनका भी ग्राउंड गेम के प्रति आत्मविश्वास बढ़ा है।
उन्होंने कहा, “मैं किसी भी पोजिशन में फाइट करने के लिए तैयार हूं। अगर वो स्टैंड-अप गेम में रहना चाहते हैं तो मैं स्टैंड-अप गेम में रहकर फाइट करूंगा। लेकिन अगर मुझे मौका मिला तो मैं उन्हें टेकडाउन करने में भी देर नहीं लगाऊंगा।”
“मैं उनके करीब रहकर एल्बो और नी स्ट्राइक्स ज्यादा लगाना चाहता हूं। मॉय थाई में ये मेरे सबसे खतरनाक मूव्स हैं। मैं उनकी स्ट्राइक्स के लिए तैयार रहूंगा और जब भी मौका मिला उन्हें टेकडाउन जरूर करूंगा।”
अपने रिकॉर्ड को देखते हुए बनमा स्टैंड-अप गेम में बने रहने की रणनीति अपना सकते हैं और डेडामरोंग को हराकर अपनी 13वीं नॉकआउट जीत हासिल कर सकते हैं। अगर ऐसा हुआ तो भी पूर्व स्ट्राइकिंग वर्ल्ड चैंपियन को स्टैंड-अप गेम में रहने में कोई समस्या नहीं है।
डेडामरोंग ने कहा, “मेरा डिफेंस, मेरे मूव्स, स्टैंड-अप फाइटिंग और मॉय थाई से मैंने जो भी सीखा है, उसपर मुझे पूरा भरोसा है। मैं उन्हें हरा सकता हूं। इसलिए अगर मुझे मौका मिला तो मैं अपने मॉय थाई मूव्स की मदद से जल्द से जल्द बाउट को फिनिश करना चाहूंगा।”
अगर थाई लैजेंड अपने युवा विरोधी को हरा पाए तो अगले मैच में उन्हें टॉप-5 स्ट्रॉवेट फाइटर्स के खिलाफ मैच मिल सकता है।
लेकिन वो ज्यादा आगे के बारे में नहीं सोचना चाहते। पहले उन्हें चीनी एथलीट को ये दिखाना होगा कि वो भी कई शानदार नॉकआउट जीत हासिल कर चुके हैं और अभी उनका सामना अनुभवी फाइटर्स से होना बाकी है।
डेडामरोंग ने कहा, “बनमा, अगर तुमने स्टैंड-अप गेम में रहने की रणनीति अपनाई तो तुम्हें मेरे मॉय थाई गेम का प्रभाव झेलना पड़ेगा, तुम्हें पता चलेगा कि मेरे मूव्स कितने खतरनाक हो सकते हैं। मुझे इस मुकाबले का बेसब्री से इंतज़ार है।”
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