डेट्रिट साथियान मॉय थाई डेब्यू मुकाबले में चैंपियनशिप बेल्ट को लेकर हैं उत्साहित
डेट्रिट साथियान मॉय थाई के पास इस शुक्रवार, 7 फरवरी को उभरते हुए सितारे बनने के साथ मार्शल आर्ट्स के इतिहास में से एक सबसे आश्चर्यजनक परिणाम देने का एक सुनहरा मौका होगा।
29 वर्षीय एथलीट पहले ONE फेदरवेट मॉय थाई वर्ल्ड टाइटल के लिए इंडोनेशिया के जकार्ता में होने वाले ONE: WARRIOR’S CODE में पेटमोराकोट पेटयिंडी एकेडमी का सामना करेंगे। इसकी खास बात ये है कि डेट्रिट ने महज 8 दिनों के नोटिस में ही बाउट करने का फैसला किया है।
भले ही डेट्रिट के विरोधी को फुल ट्रेनिंग कैंप का भरपूर लाभ मिला हो लेकिन ONE Super Series में डेब्यू करने वाले एथलीट को आगे कदम बढ़ाने में जरा सी भी हिचक नहीं है।
उन्होंने कहा, “मैनेजर ने जिस वक्त बताया कि ONE Championship ने मुझे वर्ल्ड चैंपियनशिप बाउट ऑफर की है, उस वक्त मुझे ऐसा लगा कि जैसे मेरी बहुत बड़ी लॉटरी लग गई हो।”
“मेरी नजर में दुनियाभर के मार्शल आर्ट्स के सबसे बड़े इवेंट ONE Championship में आयोजित किए जाते हैं और हर कोई इसका हिस्सा बनने के लिए बेताब रहता है।
“मैनेजर ने मुझे गुरुवार रात (30 जनवरी) को इस बारे में जानकारी दी। ईमानदारी से कहूं तो एक्साइटमेंट की वजह से उस रात मैं सो नहीं पाया। शुक्रवार को मैंने सामान्य रूप से ट्रेनिंग लेनी शुरू कर दी लेकिन उसका स्तर मैंने कठिन कर दिया था। आमतौर पर हम रविवार को ट्रेनिंग नहीं करते हैं लेकिन मैच के लिए कम समय होने की वजह से एक दिन भी मैंने नहीं गंवाया।”
“मैंने जकार्ता के होटल में ट्रेनिंग करने की योजना बनाई। हमारे पास इतने कम वक्त में एक फुल ट्रेनिंग कैंप नहीं हो सकता लेकिन हमें उतना ही करना होगा, जितना हम कर सकते हैं। भले ही ये बाउट के लिए एक फुल ट्रेनिंग कैंप ना हो लेकिन मुझे खुद पर 100 प्रतिशत भरोसा है कि मैं इसमें भी खुद को तैयार कर लूंगा।”
इस महत्वपूर्ण बाउट के लिए डेट्रिट के पास बहुत ज्यादा वक्त नहीं है लेकिन उनका कहना है कि 17 जनवरी को हुए उनके पिछले मैच से बेहतर स्थिति में हैं। इस मैच के बाद से उन्होंने वापस फिर से जिम में ट्रेनिंग लेनी शुरू कर दी थी।
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उनके पास उच्च स्तर के अनुभव के साथ इतिहास बनाने का एक मौका है। वो “आठ अंगों की कला” में भी माहिर होने के लिए पहचाने जाते हैं।
इसन में खोन केन प्रांत के अमफोर ग्रानुआन के मूल निवासी Popteeratam कैंप की एक खोज थे, जिसका स्वामित्व सबसे बड़े मॉय थाई एथलीट समार्ट पायाकरून के पास था। इनके बैनर तले उन्होंने WPMF वर्ल्ड टाइटल जीतने के लिए इस स्पोर्ट के एक और आइकन एथलीट सिंगमनी कौसाम्रित को हराया था।
बाद में वो Sathian Muay Thai जिम चले गए, जहां उन्होंने IMC मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियनशिप सहित कुछ अन्य प्रमुख बेल्टों को हासिल करना जारी रखा। वहां उन्होंने हार्ड हिटिंग के साथ तकनीकी स्टाइल से 139-44-2 का ओवरऑल रिकॉर्ड हासिल किया।
डेट्रिट को अपने पंचों पर बहुत विश्वास है लेकिन वो अपने विरोधी को इंडोनेशिया की राजधानी में मिलने से पहले ये भी सलाह देते हैं कि उन्हें उनके किक्स और एल्बो से भी खास सावधान रहना चाहिए।
उन्होंने कहा, “मैं अपने विरोधी से तनिक भी नहीं डरता हूं। मैं अपने प्रतिद्वंदी की तुलना में कम ट्रेनिंग लेने को लेकर भी जरा सा चिंतित नहीं हूं, जिन्होंने महीनों तक ट्रेनिंग ली है। मुझे पता है कि मेरे पास क्या खूबियां हैं।”
“मैंने अपने प्रतिद्वंदी के आखिरी के कुछ मैचों को देखा और उनके बारे में रिसर्च की कि उनके पास क्या खूबियां हैं। वो एक नी फाइटर हैं लेकिन आमतौर पर इस तरह की शैली का फायदा मेरे जैसे मुक्केबाज एथलीट के खिलाफ वो नहीं उठा पाएंगे। ऐसे में उनके पास अपने घुटनों का इस्तेमाल करने का मौका नहीं होगा।”
हालांकि, डेट्रिट इस बात से इत्तेफाक रखते हैं कि पेटमोराकोट के पास कुछ ऐसी अन्य तकनीकें और कौशल हैं, जो उन्हें नुकसान पहुंचा सकते हैं। The Home Of Martial Arts में उनके पिछले कुछ मुकाबले देखने के बाद ये साफ हो जाता है लेकिन वो फिर भी उनकी चुनौती लेने को पूरी तरह से तैयार हैं।
उन्हें ONE Super Series एथलीटों के द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले 4 औंस के मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स दस्तानों को पहनकर बाउट करने में भी कोई समस्या नहीं है।
वो कहते हैं, “पेटमोराकोट के पास एल्बो का बहुत बेहतरीन प्रहार है, जो कि कम दूरी पर बहुत कारगर साबित होता है। फिर भी इससे पहले वो करीब आएं, मेरे पास कुछ अच्छे टीप्स और किक हैं, जो उन्हें रोक सकते हैं।”
“वैसे, उनके पास ONE का दो साल का अनुभव है लेकिन मैं इस मैच में साबित कर दूंगा कि इस बाउट को जीतने के लिए दो साल ही नहीं बल्कि एक हफ्ता भी मेरे लिए काफी है।
“मैंने छोटे दस्ताने में कई बार बार मैच किए हैं। मेरे लिए ये कोई नई बात नहीं है। मैं वास्तव में इन दस्तानों से प्यार करता हूं। इसमें आपके पंच ज्यादा शक्तिशाली होते हैं। इस बाउट में मुझे अलर्ट रहना होगा और अपनी सुरक्षा करनी होगी क्योंकि छोटे दस्ताने का मतलब कम सुरक्षा होता है। मैं इससे पहले पंच से नॉक आउट नहीं हुआ हूं और ना ही छोटे दस्तानों में पंचों का प्रहार झेला है। मुझे पता है कि मैं इन प्रहारों को भी सह सकता हूं।”
इसके अलावा डेट्रिट का मानना है कि पेटमोराकोट उन्हें उनकी सीमा तक ले जाएंगे और जकार्ता के इस्तोरा सेनयन में मेन इवेंट के मैच को रोमांचक बना देंगे।
“मुझे लगता है कि ये बाउट काफी लंबी नहीं चलेगी। मैं भविष्यवाणी करता हूं कि ये बाउट नॉकआउट से खत्म होगी।”
“हम ये सुनिश्चित करने के लिए एक बेहतरीन बाउट करेंगे क्योंकि हम दोनों ही बेल्ट हासिल करने के लिए सर्कल में उतर रहे हैं। उन्होंने ये मौका पाने के लिए दो साल तक इतंजार किया है। मुझे अपने डेब्यू में वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए बहुत ही कम समय के नोटिस में तैयारी करने का मौका मिला है। मुझे ये भी नहीं पता कि अब कब दोबारा मौका मिलेगा।”
“हम दोनों को बेल्ट की जरूरत है। मैं कह सकता हूं कि मैं इस बेल्ट के लिए रिंग में आखिरी वक्त तक बाउट करता रहूंगा।”
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जकार्ता | 7 फरवरी | ONE: WARRIOR’S CODE | टिकेट्स: यहां क्लिक करें
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