रोडटंग ने ONE 172 में टकेरु को पहले राउंड में नॉकआउट करने पर बात की – ‘मैं खुद हैरान था’

रोडटंग “द आयरन मैन” जित्मुआंगनोन ने टकेरु “नेचुरल बोर्न क्रशर” सेगावा को 80 सेकंड में हराकर हाल ही के इतिहास की सबसे बड़ी किकबॉक्सिंग फाइट का शानदार तरीके से अंत किया।
23 मार्च को जापान के साइटामा सुपर एरीना में ONE 172 का आयोजन किया गया, जिसे सालों के इंतजार के बाद बनी फ्लाइवेट किकबॉक्सिंग सुपरफाइट ने हेडलाइन किया।
बेहतरीन एब्स और आत्मविश्वास से भरे रोडटंग अपने करियर की सबसे शानदार कंडीशनिंग में नजर आ रहे थे।
पूर्व ONE फ्लाइवेट मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियन ने मैच की पहली घंटी बजते ही निडर होकर आगे बढ़ना शुरु किया और मौका मिलते ही जापानी दिग्गज पर अटैक किया। उनका एक ऐसा ही लेफ्ट हुक टकेरु को लगा, जिसके बाद वो मैट पर गिरे और रेफरी के काउंट का जवाब समय से नहीं दे पाए।
इस हाइलाइट-रील नॉकआउट ने जापानी फैंस के अलावा रोडटंग को भी चौंका दिया था।
उसके बाद 27 वर्षीय एथलीट ने बताया कि उन्होंने लेफ्ट हुक के इर्द-गिर्द ही अपना गेम प्लान तैयार किया था, लेकिन उन्हें अंदाजा नहीं था कि फिनिश इतनी जल्दी आ जाएगा:
“मैंने उम्मीद नहीं की थी कि नॉकआउट पहले राउंड में आ जाएगा, लेकिन हमने इसके लिए कड़ी मेहनत की थी ताकि टकेरु को फिनिश किया जा सके।
“हमने इस फाइट के लिए थाईलैंड में मेहनत की थी। मैंने टकेरु की सभी कमजोरियों को पढ़ा था और उनके खिलाफ ओपनिंग ढूंढ़ने पर काम किया था। मैंने उस लेफ्ट हुक की ट्रेनिंग की थी। मुझे ऐसा लगा कि मैंने अपना काम किया, लेकिन इतनी जल्दी फिनिश की उम्मीद नहीं थी।”
ONE 172 की इस अहम फाइट से हफ्तों और महीनों पहले रोडटंग और टकेरु के बीच तनाव बढ़ता जा रहा था।
फाइट से पहले एक दूसरे पर टीका-टिप्पणी करने के बाद “द आयरन मैन” के मन में अपने विरोधी के लिए सिर्फ सम्मान है:
“टकेरु के ONE Championship को जॉइन करने के बाद से मैं उनकी फाइट्स देख रहा हूं। मैं जानता हूं कि वो एक K-1 चैंपियन हैं और सर्वश्रेष्ठ में से एक हैं। टकेरु कभी हार नहीं मानते और मुझे लगा था कि फाइट लंबी चलेगी।”
आखिर में रोडटंग ऐसा कर पाए जिसकी शायद ही किसी ने कल्पना की होगी क्योंकि टकेरु को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ पाउंड-फोर-पाउंड किकबॉक्सरों में से एक माना जाता है।
“नेचुरल बोर्न क्रशर” की साख को देखते हुए रोडटंग ने प्लानिंग की थी कि वो पहले दो राउंड में अपने प्रतिद्वंदी को अच्छे से परखेंगे और फिर मैच के खात्मे के लिए जाएंगे।
थाई मेगास्टार के ताबड़तोड़ लेफ्ट हुक ने उन्हें भी हैरानी में डाल दिया था:
“मैं पहले दो राउंड में टकेरु के खिलाफ बॉक्सिंग करना चाहता था और देखना चाहता था कि कौन खड़ा रहता है। लेकिन ये शानदार है। मुझे नहीं पता था कि मेरे हाथों में उन्हें नॉकआउट करने की ताकत है। मैं खुद हैरान था।”
रोडटंग ने माना कि वजन मिस करना अब पुरानी बात है
टकेरु को ONE 172 में यादगार तरीके से हराने के अलावा रोडटंग जित्मुआंगनोन ने अपने विरोधियों को शांत करने में भी सफलता पाई।
अपनी पिछली दो फाइट्स में तय वजन बनाए नहीं रख पाने की वजह से फैंस “द आयरन मैन” के अनुशासन पर सवाल उठाने लगे थे। इनमें से एक मैच के वे-इन के दौरान उन्हें अपना खिताब भी गंवाना पड़ा था।
रोडटंग ने इस बारे में कहा:
“ऐसा महसूस होता है कि मैं किसी बुरे सपने से उठा हूं। पिछली दो फाइट्स में मैंने वजन मिस किया और मैं अपनी मॉय थाई बेल्ट गंवा बैठा। मुझे आलोचनाओं का सामना करना पड़ा।
“मैंने अपनी बेल्ट सिर्फ इसलिए गंवाई कि मैं तय वजन नहीं रख पाया। इसने मुझे जगा सा दिया था। इसने मुझे कड़ी मेहनत के लिए मजबूर किया। मुझे कड़ी मेहनत करनी थी और कुछ भी कर अपनी बेल्ट वापस पानी है।”
यकीनन, रोडटंग की मेहनत का फल साफ नजर आ रहा था क्योंकि वो टकेरु के खिलाफ फाइट से पहले बेहतरीन स्थिति में दिख रहे थे।
थाई मेगास्टार ने कहा कि उन्होंने न्यूट्रिशनिस्ट के साथ मिलकर अपनी कंडीशनिंग पर बहुत काम किया है और वो एक बार फिर फ्लाइवेट डिविजन पर दबदबा बनाने के रास्ते पर हैं:
“मुझे लगा था कि ये एक बुरा सपना है, लेकिन नतीजे ने दिखाया है कि मुझे दोबारा सफलता मिली है। मैं हर दिन ट्रेनिंग से पहले खुद को कहा था कि मैं पहले कितना कामयाब और मशहूर था और अब मैं समर्पित हूं।
“मैंने ब्रेक नहीं लिया। मैं हर दिन ट्रेनिंग की और मैं न्यूट्रिशनिस्ट पीटर का नाम सुझाने के लिए चाट्री (सिटयोटोंग) का धन्यवाद करता हूं, जिन्होंने मेरे कंडीशनिंग में बहुत मदद की। अब ये मुझे एक नया संसार नजर आने लगा है।”