अकिमोटो के खिलाफ मिले वर्ल्ड टाइटल शॉट का पूरा फायदा उठाना चाहते हैं पेटटानोंग – ‘ये मेरे छाने का समय है’
शनिवार, 19 नवंबर को पेटटानोंग पेटफर्गस अपने कॉम्बैट करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि पाना चाहेंगे।
ONE 163 में थाई स्ट्राइकर ONE बेंटमवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड टाइटल के लिए हिरोकी अकिमोटो को चैलेंज करेंगे और शायद ये 37 वर्षीय एथलीट के पास चैंपियन बनने का आखिरी मौका हो।
पेटटानोंग पहले से कहीं अधिक प्रेरित महसूस कर रहे हैं और ONE में अपने सबसे बड़े सपने को पूरा करने के लिए तैयार हैं।
किकबॉक्सिंग और मॉय थाई में 357-56-1 का रिकॉर्ड कायम करने के बाद भी थाई स्ट्राइकर के अंदर ONE वर्ल्ड टाइटल जीतने के इस मौके को लेकर बहुत उत्साह है।
उन्होंने कहा:
“जब मुझे अकिमोटो के खिलाफ चैंपियनशिप मैच के बारे में पता चला तो मैं बहुत खुश था। सब जानते हैं कि ONE को जॉइन करने के बाद ये मेरा सबसे बड़ा लक्ष्य रहा है। अन्य सभी फाइटर्स की तरह मेरा सपना भी ONE वर्ल्ड चैंपियन बनने का है।
“मुझे चाहे ONE में शुरुआत में संघर्ष करना पड़ा हो, लेकिन मैं टॉप-5 में आने के लिए मेहनत करता रहा हूं। ऐसा करने में मुझे 2 साल लगे और ऐसा करने में मुझे उम्मीद से ज्यादा समय लगा, लेकिन आखिरकार मैंने खुद को इस मुकाम तक पहुंचा ही दिया। लेकिन, अब ये मेरे छाने का समय है।”
पेटटानोंग चाहे बहुत ताकतवर महसूस कर रहे हैं, लेकिन वो जानते हैं कि समय उनके साथ नहीं है।
वो 20 सालों से इस खेल से जुड़े रहे हैं और इस शनिवार अकिमोटो के खिलाफ हार के बाद शायद दोबारा इस खेल के टॉप पर ना पहुंच पाएं।
इसलिए उन्हें बेंटमवेट किंग के खिलाफ अगले मैच में जीत की सख्त जरूरत महसूस हो रही है।
उन्होंने कहा:
“मैं इस मौके का भरपूर फायदा उठाना चाहता हूं। ये शायद मेरे पास रिटायरमेंट से पहले चैंपियन बनने का आखिरी मौका हो। मैं 37 साल का हूं और मैं इस खेल में पैसे के लिए नहीं बल्कि जुनून के लिए आया था।
“मैंने पहले ही रिटायर होने का प्लान बना लिया था, लेकिन कैपिटन के खिलाफ हार ने मेरे अंदर जुनून पैदा कर दिया था इसलिए मैं बदला लेना चाहता था। मैं बेहतर तरीके से वापसी करना चाहता था। मैं साबित करना चाहता था कि मैं 37 साल की उम्र में भी अच्छा कर सकता हूं।
“जैसा कि मैंने कहा, मैं अपने जुनून के कारण फाइट करता हूं और अब मुझे ऐसा महसूस हो रहा है जैसे मैं अपने युवा प्रतिद्वंदी से भी कहीं अधिक ताकतवर हूं।”
सुपरबोन के साथ ट्रेनिंग कर रहे हैं पेटटानोंग
पेटटानोंग पेटफर्गस के लिए हिरोकी अकिमोटो को हराना आसान नहीं होगा, लेकिन थाई चैलेंजर इस खेल के सबसे बेस्ट एथलीट्स में से एक के साथ ट्रेनिंग कर रहे हैं।
पेटटानोंग थाईलैंड में अपने पुराने ट्रेनिंग पार्टनर और मौजूदा ONE फेदरवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन सुपरबोन सिंघा माविन के साथ ट्रेनिंग कर रहे हैं। उनके साथ ट्रेनिंग से पेटटानोंग का आत्मविश्वास भी बढ़ा है।
उन्होंने कहा:
“मैं नए स्पारिंग पार्टनर्स की तलाश में क्राबी प्रांत में आया था। यहां मुझे सुपरबोन के रूप में नया पार्टनर मिला, जिन्होंने मुझे नई तकनीक और गेम प्लान बनाने में भी मदद की।
“उन्होंने मुझे सलाह दी और गलतियों में सुधार करने में मदद की। मैं अगर अकेला अभ्यास कर रहा होता तो कभी अपनी गलतियों को नहीं जान पाता। उन्होंने अकिमोटो के मैच को देखकर मुझे उनके स्टाइल के बारे में बताया।”
पेटटानोंग जानते हैं कि उन्हें अकिमोटो को हराने के लिए बहुत कड़ी मेहनत करनी होगी, लेकिन इस चुनौती से उन्हें डर नहीं लग रहा।
अपनी स्किल्स, अनुभव के मिश्रण और सुपरबोन के साथ ट्रेनिंग करने के बाद मॉय थाई स्पेशलिस्ट का मानना है कि उनकी बेहतर तकनीक उन्हें अपने 30 वर्षीय विरोधी के खिलाफ बढ़त दिलाएगी।
पेटटानोंग ने कहा:
“जबरदस्त स्टैमिना अकिमोटो की ताकत है, वो बहुत ताकतवर एथलीट हैं। उनके पंच और किक्स दमदार होते हैं और कार्डियो भी बहुत अच्छा है। वो किकबॉक्सिंग के नियमों को बहुत अच्छे से समझते हैं, लेकिन मैं मानता हूं कि मेरी स्किल्स और तकनीक उनसे बेहतर है।
“एक अन्य पहलू ये भी है कि काफी लोग मानते हैं कि मैं हिरोकी की दमदार स्ट्राइक्स के प्रभाव को नहीं झेल पाऊंगा, लेकिन सच ये है कि मैं ऐसा कर सकता हूं। मैं उन लोगों से कहना चाहूंगा कि इस संबंध में चिंता करना बंद करें। मेरा शरीर सुपरबोन जैसा है और मैं उनकी दमदार स्ट्राइक्स के प्रभाव को झेल सकता हूं।”