युवा टाय रुओटोलो की नए ज़माने की स्किल्स का सामना करने को उत्साहित हैं गैरी टोनन
ONE Championship सर्कल में गैरी टोनन का कार्यकाल 20 मई को टाय रुओटोलो के खिलाफ सबमिशन ग्रैपलिंग मैच के साथ एक लंबा सफर तय करने के करीब है।
MMA में ONE फेदरवेट वर्ल्ड टाइटल के लिए चुनौती देने के बाद अमेरिकी स्टार अपनी जड़ों की ओर लौटने वाले हैं और ONE 157: Petchmorakot vs. Vienot के मेन कार्ड में 19 वर्षीय प्रतिभाशाली BJJ एथलीट का संगठन में स्वागत करेंगे।
“द लॉयन किलर” ग्रैपलिंग वर्ल्ड में एक ताकतवर नाम हैं, जिन्होंने इस स्पोर्ट का विकास करके इसे और बुलंदियों पर पहुंचाने में मदद की है।
उन्होंने 2017 में शिन्या एओकी के खिलाफ ONE की पहली सबमिशन ग्रैपलिंग बाउट में हिस्सा लिया था। अब वो बेहद खुश हैं क्योंकि प्रोमोशन ने उन प्रतियोगिताओं को फिर से जोड़ दिया है।
टोनन ने कहा:
“सच्चाई ये है कि मैं अपने पूरे करियर में ग्रैपलिंग ही करता आ रहा हूं। मैं ये ऐसा शेखी बघारने या ऐसा कुछ करने के लिए नहीं कह रहा हूं। मुझे नहीं पता कि ये कैसे हो गया। मैंने जब प्रोफेशनल ग्रैपलिंग शुरू की तो ये वास्तव में कुछ नहीं था। ये तो अब शुरू हुआ है। मुझे लगता है कि जिस तरह का मैंने काम किया है और जिस तरह के मुकाबले किए है, मैंने इसे पहचान दिलाने में मदद की है। यही नहीं, ONE के साथ मेरे अनुभव ने इसे और आगे बढ़ाया है।
“एओकी के खिलाफ हुए उस मैच को कई साल हो चुके हैं, लेकिन उस तरह मैंने दरवाज़े पर कदम रखते हुए इसकी शुरुआत कर दी थी। मुझे बहुत खुशी है कि अब ONE आखिरकार इसे लागू कर रहा है और इसे अपने इवेंट्स का बड़ा हिस्सा बना रहा है। ये एक रोमांचक चीज है और ये हमारे खेल के स्तर को ऊपर ही उठा रही है।”
Prime Video के साथ 5 साल की प्रसारण डील की ONE की हालिया घोषणा के बाद टोनन को पता है कि खेल को और अधिक लोगों के सामने लाने और हाई-प्रोफाइल मैचों को एक साथ रखकर सबमिशन ग्रैपलिंग को बढ़ाने के और अधिक मौके मिलेंगे।
हालांकि, उनका ये भी मानना है कि प्रशंसकों का दिल जीतने की जिम्मेदारी उनके साथी एथलीट्स पर होगी और उन्हें ये साबित करना होगा कि ग्राउंड बेस्ड मुकाबले MMA, मॉय थाई और किकबॉक्सिंग के रोमांच से मेल खा सकते हैं।
“द लॉयन किलर” ने कहा:
“ये दो चीजों के अंतर्गत आने वाला हैः (ONE की) महत्वाकांक्षा कि वो ग्रैपलिंग के साथ क्या करना चाहते हैं और ग्रैपलिंग क्या कर सकती है।
“ये एथलीट्स के नज़रिए से देखा जाए तो हमारे ऊपर बहुत ज्यादा दबाव पड़ने वाला है, जो असलियत में इसे एक बड़ा शो बनाने के लिए मुकाबले कर रहे हैं। अगर वो आते हैं, मुकाबले करते हैं और ये रोमांचक नहीं हो पाते हैं तो आखिर में ये खत्म हो जाएगा। इसे सुनिश्चित और बरकरार रखने के लिए हम एथलीट्स के ऊपर ये निर्भर करता है कि इस मौके को हम बनाए रखें।”
टाय रुओटोलो के खिलाफ कठिन मैच की उम्मीद कर रहे हैं गैरी टोनन
गैरी टोनन के लिए एक्शन से भरी हुई बाउट्स का प्रदर्शन करना अब उनका स्टैंडर्ड बन गया है। ऐसे में इन दोनों एथलीट्स का ग्रैपलिंग स्टाइल भले ही अलग हो, लेकिन टाय रुओटोलो काफी कुछ उन्हीं के जैसे हैं।
19 साल के कैलिफोर्नियाई एथलीट के पास गज़ब की ताकत, दिग्गजों जैसा अनुभव और अपने करियर में सबसे बड़े शो पर प्रदर्शन करने का प्रोत्साहन है। वो पहले ही कई सारे जाने-माने इवेंट्स में खिताबों पर कब्जा कर चुके हैं और साल 2019 में ADCC सेमीफाइनल तक जाने वाले सबसे युवा एथलीट बन चुके हैं।
इन चीजों को ध्यान में रखते हुए सिंगापुर इंडोर स्टेडियम में इस उभरते हुए सितारे के साथ मुकाबला करने के लिए टोनन इंतजार नहीं कर पा रहे हैं।
“मुझे लगता है कि वो और उनके भाई बहुत अच्छे हैं। मैं इस मुकाबले को एक कठिन चुनौती के रूप में देखता हूं और सच में ऐसा मानता हूं कि टाय और केड (ONE 157 में जिनका सामना शिन्या एओकी से होगा) सबसे ऊंचे स्तर पर हैं या सबसे ऊंचे स्तर की ओर बढ़ रहे हैं। ऐसे में इन दोनों का भविष्य बहुत उज्ज्वल है।
“मुझे लगता है कि वो दोनों अपने डिविजन के सबसे तगड़े एथलीट हैं। ऐसे में ये मेरे लिए बहुत ही दिलचस्प मौका है कि नई पीढ़ी के मजबूत ग्रैपलर्स के साथ मैं मुकाबला करने जा रहा हूं।”
इसके अलावा, “द लॉयन किलर” ये भी देखना चाहते हैं कि दो पीढ़ियों का ये मुकाबला कैसा रहने वाला है।
30 साल के एथलीट जब अपने शिखर पर थे तो उन्होंने खुद को तेजी से रैंक्स में आगे बढ़ाया था, अब उनसे 11 साल छोटे रुओटोलो भी उसी स्तर पर हैं।
जिस तरह से टोनन अपने विरोधियों से एक कदम आगे रहते थे, उसी तरह से टोनन को भी पता है कि ये उभरते सितारे भी ग्रैपलिंग की नई जानकारियों से लैस हैं। साथ ही युवा एथलीट्स के पास जीत की प्रबल इच्छा और भूख भी गजब की है।
उन्होंने बताया:
“टाय और केड, जिउ-जित्सु में जो भी कर रहे हैं, वो उसमें सबसे तेज-तर्रार हैं। ये एथलीट तब से ये कर रहे हैं, जब वो बहुत छोटे थे और उस उम्र में चीजों को आदत में शामिल करना थोड़ा ज्यादा आसान होता है। मुझे लगता है कि ये एथलीट जिउ-जित्सु के उस स्तर को अच्छी तरह से ग्रहण कर चुके हैं और आज के जिउ-जित्सु की क्वालिटी में माहिर हो चुके हैं। ऐसे में ये वो चीज है, जो मेरी पीढ़ी के दूसरे प्रतिद्वंदियों के पास बिल्कुल भी नहीं है।
“इन चीजों के चलते ये मुकाबला काफी मुश्किल और बेहद अलग हो जाता है। दरअसल, मैं किसी ऐसे से मुकाबला करने जा रहा हूं, जिनका जिउ-जित्सु नए जमाने का है। वहीं, मेरी पीढ़ी का जिउ-जित्सु कुछ और है और एक अलग ही स्तर पर था।”