गुरदर्शन मंगत ने जीवन के मुश्किल दिनों और उनसे मिली प्रेरणा को याद किया
जिंदगी इम्तिहान लेती है…दशकों पहले आए मशहूर गाने की ये लाइन हर किसी के जीवन की कठिनाइयों, मुश्किल दिनों, अधूरे सपनों और उनसे मिली आगे की प्रेरणा के बारे में बताती है। भारत के टॉप मिक्स्ड मार्शल आर्टिस्ट गुरदर्शन “सेंट लॉयन” मंगत ने भी बचपन से लेकर जवानी तक एक नहीं बल्कि अनेक चुनौतियों को सामना किया।
मंगत आज जिस मुकाम पर पहुंचे हैं, उन्होंने उसके लिए दिन-रात एक कर कड़ी मेहनत की, परिवार से दूर रहे और अनगिनत त्याग किए। उन्होंने 2011 में खुद के द्वारा उठाए गए एक बड़े कदम के बारे में विस्तार से इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर कर जानकारी दी।
“सेंट लॉयन” ने इंस्टाग्राम पर वीडियो पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, “मैंने 3 सितबर, 2011 को अपना बैग उठाया और आंखों में सपना लेकर देश के दूसरे हिस्सा में चला गया। उस दौरान मेरे पास पिछली फाइट से आए पैसे ही थे। मैं जानता था कि जिंदगी में कुछ बड़ा हासिल करने के लिए मुझे मुसीबतों का सामना करना ही पड़ेगा। उस दौरान मैंने जिम के अंदर और बाहर अपने जीवन का सबसे मुश्किल दौर देखा और इसी ने मुझे आज काबिल बनाया।”
“मुझे लगा था कि मैं तनाव और एंग्जायटी जैसी निजी समस्याओं से पहले छुटकारा पा चुका हूं लेकिन वो फिर से मेरी जिंदगी में आ गईं। मैं उन दिनों परिवार से दूर था और जानता था कि हर मुसीबत से खुद ही निकलना पड़ेगा।
“मैं एक बार के खाने को छह हिस्सों में बांट देता था क्योंकि मैं उस समय घर का सामान लाने में असमर्थ था। जब भी मैं अब खाना खाता हूं तो खुद को उन दिनों की याद दिलाता हूं। उन्हीं दिनों ने मुझे जमीन से जुड़ा रखा और वही आपका प्रेरित करते हैं क्योंकि आप दोबारा ऐसे दिन नहीं देखना चाहते। गुजरे समय का शुक्रिया। मैंने उस समय जो पाठ सीखे, वो मुझे आज अच्छा बना रहे हैं।”
बचपन के दिनों से ही मंगत शारीरिक और मानसिक समस्याओं से जूझ रहे थे। उनमें आत्मविश्वास की भारी कमी थी लेकिन मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स अपनाने की वजह से उनकी जिंदगी बदली और आज वो ग्लोबल स्टेज पर भारत और भारतीय लोगों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
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