टाय रुओटोलो ने कहा कि आंद्रे गल्वाओ ने BJJ के प्रति उनके जुनून को जगाया – ‘उन्होंने अच्छा वातावरण दिया’
टाय रुओटोलो अपने जुड़वा भाई केड रुओटोलो की तरह चैंपियन बनने की कगार पर हैं।
इस शनिवार, 4 नवंबर को 20 वर्षीय ब्राजीलियन जिउ-जित्सु (BJJ) सनसनी का सामना ONE Fight Night 16: Haggerty vs. Andrade के को-मेन इवेंट में पहले ONE वेल्टरवेट सबमिशन ग्रैपलिंग वर्ल्ड टाइटल के लिए मागोमेद अब्दुलकादिरोव से होगा।
थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक के लुम्पिनी बॉक्सिंग स्टेडियम में होने वाले इस ऐतिहासिक मैच में जीत हासिल कर रुओटोलो खुद को दुनिया के टॉप-फोर-पाउंड फाइटर्स की लिस्ट में शामिल कर सकते हैं।
कैलिफोर्निया निवासी एथलीट बड़े मैचों से अनजान नहीं हैं। बचपन से वो लगभग हर बड़े टूर्नामेंट को जीतते आए हैं और उन्होंने युवा दिनों से ही टॉप ग्रैपलर्स का सामना किया है।
करियर में ढेरों उपलब्धियां हासिल करने के बावजूद उनके करियर में एक ऐसा भी मौका आया, जब उनका इस खेल से ध्यान भटकने लगा था।
उन्होंने उस समय के बारे में बताया जब दोनों भाइयों ने BJJ को अलविदा कहने का मन बना लिया था:
“हम 11 या 12 साल की उम्र में (BJJ) छोड़ने के करीब आ गए थे। हम दिन में करीब चार बार ट्रेनिंग कर रहे थे। ये बहुत ही अधिक था। जहां हम ट्रेनिंग कर रहे थे, शायद ये उस जगह की वजह से था। हम वहां फिट नहीं हो पा रहे थे।
“मुझे याद है कि उस समय हम बच्चे थे और कहा, ‘ओके, अब हमारा जिउ-जित्सु से मन भर गया है’ और इसके प्रति हमारा प्यार खत्म होता जा रहा था।”
बहुत ही कड़ी ट्रेनिंग करने की वजह से खेल छोड़ने की कगार पर पहुंचे रुओटोलो के माता-पिता जानते थे कि उनके बच्चों को बदलाव की जरूरत है।
किस्मत से, उन्हें सैन डिएगो के Atos Jiu-Jitsu और दिग्गज हेड कोच आंद्रे गल्वाओ का साथ मिला और उन्होंने खुले दिल से दोनों भाइयों का स्वागत किया।
टाय ने बताया:
“हमने अपना जिम बदला और हमें आंद्रे गल्वाओ मिले। उन्होंने अच्छा वातावरण दिया और हमारे अंदर के जुनून को जगाया।”
जुड़वा भाइयों ने उसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा और BJJ में एक के बाद एक नए कीर्तिमान स्थापित किए।
2019 में 16 वर्षीय टाय प्रतिष्ठित ADCC वर्ल्ड चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में जगह बनाने वाले सबसे युवा ग्रैपलर बने। तीन साल बाद केड इसी टूर्नामेंट को जीतने वाले सबसे युवा स्टार बने, वहीं टाय ने सबसे युवा IBJJF ब्लैक बेल्ट वर्ल्ड चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया।
रुओटोलो ब्रदर्स सिर्फ ट्रेनिंग की बजाय बाकी चीजों को भी समय देते हैं ताकि वो उबाऊ ना हो:
“हम छोटे ब्रेक लेते हैं। हम एक महीने के लिए कोस्टा रिका जाते हैं, सर्फिंग करते हैं और बाकी चीजों के बारे में नहीं सोचते और फिर वापस आ जाते हैं। हम पहले से बेहतर और जोशीले होते हैं।”
टाय रुओटोलो का मानना है कि सीखने की महत्वाकांक्षा ही प्रेरणा देती है
टाय रुओटोलो के लिए महीने के लिए कोस्टा रिका जाने से ज्यादा जरूरी BJJ के प्रति जुनून जगाए रखना है।
ब्लैक बेल्ट एथलीट ने बताया कि वो हर ट्रेनिंग सेशन में कुछ नया सीखने की इच्छा से उतरते हैं:
“मैं मानता हूं कि सीखने की महत्वाकांक्षा होना बहुत जरूरी है। मैं अपनी टीम के कई साथियों को देखता हूं कि वो दिन में तीन बार ट्रेनिंग करते हैं और उनकी सीखने की इच्छा गायब हो चुकी है।
“तीसरे सेशन में उन्हें देखता हूं तो लगता है कि वो कुछ सीख नहीं रहे और नए आइडिया को भी गृहण नहीं कर रहे। मैं कोशिश करता हूं कि मानसिक रूप से नया सीखकर बेहतर बनने की कोशिश करूं।”
रुओटोलो भाइयों ने तीन साल की छोटी उम्र से BJJ की ट्रेनिंग शुरु कर दी थी और उनकी लगातार सीखने की इच्छाशक्ति की वजह से दोनों दुनिया के सबसे बेहतरीन ग्रैपलर्स में शामिल हुए हैं।
टाय ने इस बारे में कहा:
“हमने अपने पूरे करियर में यही मानसिकता रखी है। जैसा मैंने कहा कि कुछ मौके ऐसे आए, जब हम तालमेल नहीं बैठा पा रहे थे। उसके बाद अहसास हुआ कि हमें बैलेंस लाना होगा।
“और उसके बाद हम वो कर रहे हैं, जो हमें जिउ-जित्सु में करना चाहिए। हम हमेशा बैलेंस ढूंढने की कोशिश करते हैं।”