वर्ल्ड चैंपियनशिप मैच से पहले सुपरलैक ने रोडटंग की कमजोरियां गिनवाईं – ‘वो मुझे डरा नहीं पाएंगे’
ONE फ्लाइवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन सुपरलैक कियातमू9 दुनिया के सबसे खतरनाक स्ट्राइकर्स में से एक की चुनौती से पीछे नहीं हटने वाले।
थाई सुपरस्टार इस समय अपने पहले टाइटल डिफेंस की तैयारियों में जुटे हैं क्योंकि उन्हें ONE Fight Night 8 में फ्लाइवेट मॉय थाई किंग रोडटंग जित्मुआंगनोन के खिलाफ अपने टाइटल को डिफेंड करना है।
दोनों एथलीट्स को दुनिया के टॉप पाउंड-फोर-पाउंड स्ट्राइकर्स में गिना जाता है इसलिए 25 मार्च को आने वाले इस मैच के लिए फैंस बहुत उत्साहित हैं।
Kiatmoo9 Gym के प्रतिनिधि ने ONE Fight Night 6 में हुए अपने पिछले मैच में डेनियल पुएर्तस को 5 राउंड तक चले मुकाबले में हराकर ONE फ्लाइवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड टाइटल जीता था और अपनी विनिंग स्ट्रीक को भी 4 मैचों तक पहुंचाया।
उसी कार्ड में रोडटंग ने किकबॉक्सिंग बाउट में जीत दर्ज करते हुए वर्ल्ड टाइटल शॉट हासिल किया था।
मगर “द आयरन मैन” की एक खतरनाक एथलीट की छवि के बावजूद सुपरलैक का ONE की स्ट्राइकिंग बाउट्स में अपराजित रिकॉर्ड उनके आत्मविश्वास को बढ़ा रहा है।
उन्होंने ONEFC.com से कहा:
“मैंने रोडटंग की फाइट्स की वीडियो देखी, जहां मुझे कमजोरियां नजर आईं। मैं अभी केवल यही बता सकता हूं कि मैंने उनके लिए एक सरप्राइज़ तैयार किया है।”
उन्होंने रोडटंग के खिलाफ बनाए प्लान को पूरी तरह उजागर नहीं किया, लेकिन “द किकिंग मशीन” का मानना है कि उनकी किक्स मैच में बड़ा अंतर पैदा कर सकती हैं।
27 वर्षीय चैंपियन के अनुसार उनके प्रतिद्वंदी केवल पावर और आक्रामक तरीके से अटैक पर ध्यान देते हैं, जिससे उनके मूव्स का अंदाजा लगाना मुश्किल काम नहीं है। वो इसी बात का फायदा उठाना चाहेंगे।
सुपरलैक ने कहा:
“मैं मानता हूं कि किकबॉक्सिंग में मेरी किक्स उनसे बेहतर हैं। मैं उनसे लंबा हूं और स्पीड के मामले में मेरी लेग मूवमेंट भी उनसे बेहतर है। हर एक फाइटर का स्टाइल अलग होता है। मैं देख पा रहा हूं कि रोडटंग किस तरीके से पंच और उसके बाद किक लगाएंगे। मैं उनके मूव्स का अंदाजा लगा सकता हूं। रोडटंग के पास ज्यादा पावर हो सकती है, लेकिन मेरी मूवमेंट तेज है। यही पहलू मुझे बढ़त दिला सकता है।”
डिफेंडिंग चैंपियन अपने प्रतिद्वंदी के आक्रामक स्टाइल से अच्छी तरह वाकिफ हैं और मानते हैं कि ये स्किल्स उनके सामने मुश्किलें पैदा कर सकती हैं।
उन्हें अपनी काउंटर स्ट्राइकिंग पर भी भरोसा है और रोडटंग की किसी भी स्ट्राइक से नहीं डरने वाले।
“द किकिंग मशीन” ने कहा:
“वो शायद इस बार कम आक्रामक और ज्यादा सावधान होकर फाइट कर सकते हैं। उनकी शायद रणनीति ये होगी कि मेरे शॉट्स लैंड ना हो पाएं, लेकिन मैं ये वादा करता हूं वो अपने किसी भी शॉट से मुझे डरा नहीं पाएंगे।”
सुपरलैक ने मॉय थाई में रोडटंग से रीमैच की इच्छा जताई
सुपरलैक कियातमू9 का मानना है कि इस ONE फ्लाइवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप मैच के बाद उनका रोडटंग जित्मुआंगनोन से दोबारा सामना हो सकता है।
वो 25 मार्च को अपने टाइटल को सफलतापूर्वक डिफेंड करने की उम्मीद कर रहे हैं और उसके बाद “द आयरन मैन” को ONE फ्लाइवेट मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियनशिप बेल्ट के लिए चैलेंज करना चाहते हैं।
सुपरलैक ने कहा:
“उनके खिलाफ जीत मेरे लिए गौरव की बात होगी। एक ऐसा एथलीट जिससे सब फाइट करना चाहते हैं, उसे हराना मेरे लिए सम्मान का विषय होगा। मैं अगर रोडटंग को हरा पाया तो उसके बाद उन्हें ONE फ्लाइवेट मॉय थाई वर्ल्ड टाइटल के लिए चैलेंज करना चाहूंगा।”
सुपरलैक के खिलाफ संभावित मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियनशिप मैच से पहले रोडटंग को ONE Fight Night 10 में एडगर तबारेस के खिलाफ अपनी बेल्ट को डिफेंड करना होगा।
मगर सुपरलैक अभी से रोडटंग के साथ रीमैच की उम्मीद करने लगे हैं, जिसमें वो 4-औंस के ग्लव्स पहन कर फाइट करेंगे।
वो मानते हैं कि Jitmuangnon Gym के एथलीट को मॉय थाई में इसलिए सफलता मिल पाई है क्योंकि उनके विरोधियों ने मॉय थाई के हर एक पहलू का फायदा नहीं उठाया है।
“द किकिंग मशीन” ने कहा:
“मॉय थाई के खेल में कई खतरनाक मूव्स लगते देखे जाते हैं और यही बात उन्हें हार से बचाती आई है। रोडटंग का स्टाइल आक्रामक है, वो लगातार अटैक करते रहते हैं और अपने विरोधियों के शॉट्स का प्रभाव झेल सकते हैं।
“मॉय थाई में आप पंच, किक, एल्बो और नी स्ट्राइक भी लगा सकते हैं, लेकिन विदेशी फाइटर्स ज्यादातर केवल पंच लगाने पर ध्यान देते हैं। रोडटंग के पंचों में पावर है और उनके पास कई अन्य मॉय थाई मूव्स भी हैं, इसी वजह से वो अपने प्रतिद्वंदियों पर हावी होते आए हैं।”
मॉय थाई मैच में आमने-सामने आने की स्थिति में सुपरलैक का कहना है कि वो इस खेल में शामिल हर एक मूव का इस्तेमाल करेंगे, लेकिन उन्हें अपना फोकस किकबॉक्सिंग से मॉय थाई में लाना होगा।
उन्होंने कहा:
“रोडटंग का मॉय थाई गेम पंच और किक्स पर निर्भर है। वो एल्बोज़ का ज्यादा उपयोग नहीं करते और ऐसा स्टाइल किकबॉक्सिंग में ज्यादा देखने को मिलता है इसलिए उन्हें ज्यादा बदलाव की जरूरत नहीं है। मगर मुझे मॉय थाई में जाने के लिए कई बदलाव करने होंगे। मैं अभी भी परेशान हूं कि मैं किकबॉक्सिंग में गलती से क्लिंच, एल्बो या नी का इस्तेमाल कर सकता हूं।”