होल्ज़कन दोबारा वर्ल्ड टाइटल मैच हासिल करना चाहते हैं: ‘मैं अभी भी #1 कंटेंडर हूं’
करीब एक साल तक कोई मैच ना मिलने के बाद नीकी “द नेचुरल” होल्ज़कन सिंगापुर में इलियट “द ड्रैगन” कॉम्पटन के खिलाफ लंबे समय की कसर एक ही मैच में पूरी कर देना चाहते हैं।
साथी एथलीट्स की तरह डच किकबॉक्सिंग सुपरस्टार को भी COVID-19 के कारण कोई मैच नहीं मिल पाया था। लेकिन अब वो काफी अच्छा महसूस कर रहे हैं और शुक्रवार, 11 दिसंबर को ONE: BIG BANG II के मैच से पहले उनका आत्मविश्वास बढ़ा हुआ है।
होल्ज़कन ने कहा, “आखिरकार मुझे मैच मिल ही गया। इस महामारी के समय में मैच मिलना जैसे किसी सपने के पूरे होने जैसा है। इलियट के खिलाफ मैच के लिए मैंने कड़ी ट्रेनिंग की है और मैंने खुद में बहुत सुधार किया है।”
लंबे समय से कोई मैच ना मिलने का होल्ज़कन के प्रदर्शन पर प्रभाव नहीं पड़ेगा। अपने पिछले दोनों मैचों में उन्होंने ONE लाइटवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन रेगिअन “द इम्मोर्टल” इरसल को 5-5 राउंड्स तक कड़ी टक्कर दी थी।
हार झेलने के बाद भी होल्ज़कन का मानना है कि वो अपने हमवतन एथलीट को हरा सकते हैं। इरसल के खिलाफ हार ने उनके आत्मविश्वास को कमजोर करने के बजाय बढ़ाया है।
होल्ज़कन ने कहा, “मेरा आत्मविश्वास बढ़ा हुआ है। मुझे इस खेल से लगाव है और ONE वर्ल्ड चैंपियन बनना ही मेरा सबसे बड़ा लक्ष्य है।”
“दूसरे मैच में मेरा मनोबल गिरा हुआ था। मैं मैच पर पूरा ध्यान लगा पाने में असमर्थ था, यही मेरी हार का कारण बना। अगर भविष्य में मुझे इरसल को हराना है तो इस समस्या से निजात पाना होगा।
“मुझे 147 मैचों का अनुभव है, मैं जानता हूं कि मुझसे भी गलतियां हो सकती हैं, जीत या हार भी मिल सकती है लेकिन मैं मानसिक तौर पर बहुत मजबूत हूं। शायद 1,2 या 3 मैचों में जीत के बाद मुझे दोबारा चैंपियनशिप मैच मिल सकता है।
“मेरी उम्र 36 साल है और अभी भी #1 रैंक का कंटेंडर हूं। मैं जिम में बहुत अच्छा महसूस करता हूं। जब मैं मानसिक रूप से मजबूत और किसी चीज पर अपना पूरा ध्यान लगा पाता हूं तो किसी भी एथलीट को हराने का सामर्थ्य रखता हूं, मैं अभी भी चैंपियन बनने को लेकर प्रतिबद्ध हूं।”
होल्ज़कन को चैंपियन बनने की ओर पहला कदम सावधानी से आगे बढ़ाना होगा क्योंकि उनका सामना कॉम्पटन से होगा, जिन्हें हराना आसान नहीं है।
कॉम्पटन डिविजन के #5 रैंक के कंटेंडर हैं और उनका रिकॉर्ड 46-13 का है। कॉम्पटन का स्टाइल सबसे अलग है इसलिए उनके खिलाफ मैच के लिए तैयारी करना भी बहुत कठिन काम है।
“द नेचुरल” ऑस्ट्रेलियाई एथलीट के स्किल सेट का सम्मान करते हैं, लेकिन उनका मानना है कि किकबॉक्सिंग में वो अपने प्रतिद्वंदी से बेहतर हैं।
होल्ज़कन ने कहा, “इलियट बहुत अनुभवी एथलीट हैं। काफी संख्या में मॉय थाई मैचों में भाग ले चुके हैं इसलिए उनके सबसे बड़े हथियार क्लिंच और एल्बोज़ ही होंगी। इसके अलावा अच्छे जैब्स, लो किक्स और अनोखे मूव्स भी लगाते हैं।”
“मेरा मानना है कि मैं उनसे अच्छा बॉक्सर हूं और यही चीज मुझे इलियट के खिलाफ जीत दिला सकती है। साथ ही मुझे लगता है कि मैं उनसे ताकतवर हूं और मेरा डिफेंस भी अच्छा है।”
होल्ज़कन ने खुद को पूर्ण रूप से तैयार किया है। पिछले 2 मैचों में हार के बाद 4 बार के किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन तीसरी बार टाइटल शॉट प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
बढ़े हुए आत्मविश्वास के साथ डच एथलीट कॉम्पटन पर तब तक प्रहार करेंगे जब तक वो हार नहीं मान लेते।
होल्ज़कन ने आगे कहा, “मैं अभी भी #1 रैंक का कंटेंडर हूं। मेरा लक्ष्य लगातार मैचों में जीत दर्ज कर वर्ल्ड टाइटल शॉट प्राप्त करना है।”
“मैच की शुरुआत से ही मैं उनपर दबाव बनाने का प्रयास करूंगा, उन्हें बैकफुट पर धकेलकर पहले राउंड में दमदार शॉट्स लगाऊंगा।
“मुझे अपने दमदार बॉडी शॉट्स के लिए ही जाना जाता है इसलिए मुझे नॉकआउट से भी जीत मिल सकती है।”
ये भी पढ़ें: वर्ल्ड चैंपियनशिप के करीब पहुंचने के लिए हैगर्टी को नाइटो के खिलाफ यादगार जीत की जरूरत