कैसे माइकी मुसुमेची ने सामाजिक भय को दूर करने के लिए सीखी पुर्तगाली भाषा
ONE फ्लाइवेट सबमिशन ग्रैपलिंग वर्ल्ड चैंपियन माइकी मुसुमेची को भाषाओं का भी उतना ही ज्ञान है, जितना जिउ-जित्सु का।
6 मई को कोलोराडो में होने वाले ONE Fight Night 10: Johnson vs. Moraes III में BJJ ब्लैक बेल्ट होल्डर को यमन के एथलीट ओसामा अलमारवाई के खिलाफ अपने टाइटल को डिफेंड करना होगा और ये मुसुमेची की अभी तक की सबसे कठिन चुनौती साबित हो सकती है।
मुसुमेची अमेरिका में ONE के डेब्यू इवेंट के दौरान BJJ में 22 साल के अनुभव को साथ लेकर एंट्री लेंगे।
उन्होंने अपने करियर में अधिकांश समय ब्राजीलियाई कोच और एथलीट्स के साथ ट्रेनिंग की है इसलिए उन्हें अपनी मातृभाषा सीखने का भी प्रोत्साहन मिला था।
उन्होंने ONEFC.com से कहा:
“मैंने अपना जीवन ब्राजीलियाई लोगों के इर्द गिर्द बिताया है। मैं उनसे बात करने के लिए इस भाषा को सीखना चाहता था। उनके साथ काफी समय बिताने के बावजूद उनसे बात ना कर पाना बहुत खराब अनुभव होता था।”
ये स्पष्ट है कि मुसुमेची का दिमाग बहुत तेज है।
उन्होंने कोई क्लास जॉइन करने या लर्निंग एप डाउनलोड करने के बजाय गूगल ट्रांसलेट से पुर्तगाली सीखी है।
वो जिस तरह अनुशासित रहते और कड़ी मेहनत करते हुए 25 साल की उम्र तक 5 बार BJJ वर्ल्ड चैंपियन बने, उसी अनुशासन के साथ उन्होंने कुछ ही सालों में इस भाषा को अच्छी तरह सीख लिया था:
“मुझे इंस्टाग्राम पर ब्राजीलियाई लोग काफी मैसेज भेज रहे थे। मैं उन्हें जवाब देता, गूगल ट्रांसलेट का इस्तेमाल करता और इसी तरह बातों को पढ़ता रहा। समय बीतने के साथ मुझे इस भाषा से संबंधित चीज़ें याद रहने लगी थीं।
“मैंने इस भाषा को सीखा, लेकिन गूगल ट्रांसलेट के जरिए ऐसा करने में मुझे 3 साल लगे। अब मैं ब्राजीलियाई लोगों से बात कर पाता हूं और ऐसा करने में बहुत खुशी मिलती है। मैं उनसे लंबे समय तक बात कर पाता हूं और ऐसा लगता है जैसे उनसे बिना झिझक के बात कर सकता हूं। ये अच्छा अनुभव है। मैं उनसे बात कर पाता हूं और उनके साथ मज़ाक करना भी मस्ती भरा समय होता है।”
ONE फ्लाइवेट सबमिशन ग्रैपलिंग किंग केवल पुर्तगाली सीखने से संतुष्ट नहीं हैं।
मुसुमेची को घूमना बहुत पसंद है और उनके अंदर सीखने की चाह है। वो हमेशा नई चीज़ों को सीखते रहना चाहते हैं।
उन्होंने कहा:
“मैंने बढ़ती उम्र के साथ ज्यादा भाषाएं सीखने का प्लान बनाया है। मगर इस समय मेरा फोकस कहीं और है इसलिए एक बार में एक ही भाषा पर ध्यान दूंगा। जब ज्यादा समय मिलेगा, तब मैं अन्य भाषाओं पर ध्यान लगाऊंगा। मैं इसी फॉर्मेट के जरिए नई संस्कृतियों के बारे में सीखना जारी रखना चाहता हूं। मैं अपने जीवन में नए-नए प्रयोग करना चाहता हूं क्योंकि मेरे जीवन का सबसे बड़ा सिद्धांत खुद को बेहतर बनाना है।”
माइकी मुसुमेची ने सामाजिक भय से निजात पाने के लिए दूसरी संस्कृतियों के बारे में जाना
माइकी मुसुमेची के लिए नई भाषाएं सीखना केवल बात करने का एक जरिया नहीं है बल्कि वो इसे नए लोगों से बात करने में आने वाली बाधाओं को तोड़ने के एक जरिए के रूप में देखते हैं।
26 वर्षीय स्टार हमेशा सोशल एंजायटी (सामाजिक भय) की समस्या से जूझते रहे हैं। उनका मानना है कि नई संस्कृतियों के बारे में सीखने से उन्हें उन लोगों के साथ बात करने में आसानी होती है, जिनसे शायद वो जिंदगी भर बात नहीं कर पाते:
“मुझे नए लोगों के साथ जुड़ना पसंद है लेकिन मानता हूं कि लोगों से बातें नहीं कर पाता क्योंकि असहज महसूस करता हूं। मुझे याद है कि काफी समय पहले मुझे लोगों से बात करने में असहजता होती थी। अब मुझे अन्य संस्कृतियों के बारे में जानने और उन्हें अपनी संस्कृति से जोड़ने पर मुझे उन लोगों के साथ संपर्क साधने में आसानी हुई है। नए लोगों से बात करना जैसे मेरा शौक बन गया है।
“मुझे नई संस्कृतियों के बारे में जानना पसंद है और जैसे ही मैंने ऐसा करना शुरू किया तो ज्यादा लोगों से बात करने में आसानी हुई क्योंकि मैं अब उन्हें समझ पा रहा था। इसलिए मुझे ऐसा करने से नए लोगों और नए रहन-सहन के तरीकों के बारे में जानने में मदद मिली है।
मुसुमेची अमेरिका में पले-बढ़े हैं और उन्होंने जिउ-जित्सु फाइट्स का हिस्सा बनने के दौरान पूरी दुनिया घूमी है। वो अब सिंगापुर में रह रहे हैं।
सिंगापुर ने उन्हें दुनिया के अलग-अलग देशों से आने वाले लोगों से मिलवाया है और वो हर रोज नए लोगों से मिलते हैं।
उसी तरह ONE में कई खेलों के वर्ल्ड चैंपियंस फाइट करते हैं और इस दौरान मार्शल आर्ट्स को दुनिया में नई पहचान भी दिला रहे हैं। इससे उन्हें दुनिया के अन्य देशों से आने वाले फैंस और एथलीट्स से संपर्क साधने में आसानी हुई है।
“डार्थ रिगाटोनी” ने कहा:
“सब लोग एक समान होते हैं, लेकिन अलग-अलग संस्कृतियों से संबंध रखते हैं। इसलिए सामाजिक होने और सबको एकसाथ लाने के लिए हमें एक-दूसरे का सम्मान करने की आवश्यकता है।
“ONE Championship भी इसी सिद्धांत पर आगे बढ़ता है और सिंगापुर का भी मतलब यही है। सिंगापुर में दुनिया के अलग-अलग क्षेत्रों से आने वाले लोग एकसाथ रह रहे होते हैं और ये देश ऐसा करने में बहुत अच्छा है। मुझे लगता है कि ONE Championship में रहकर हम भी ऐसा ही कर रहे हैं। हम मार्शल आर्ट्स को पूरी दुनिया में पहचान दिला रहे हैं इसलिए इस मुहिम का हिस्सा बनना अच्छी बात है। ये मायने नहीं रखता कि आप किस देश या किस धर्म से संबंध रखते हैं, हम सभी मार्शल आर्ट्स से प्यार करते हैं और इसे एकसाथ इंजॉय करने में सक्षम हैं।”