दागेस्तान के अगले वर्ल्ड चैंपियन बनना चाहते हैं शामिल गासानोव – ‘मैं हमेशा से बेस्ट बनना चाहता था’
रूसी फाइटर शामिल गासानोव ONE के फेदरवेट MMA डिविजन में तहलका मचाने के लिए तैयार हैं।
25 फरवरी को ONE Fight Night 7: Lineker vs. Andrade II में अपराजित ग्रैपलिंग स्पेशलिस्ट का सामना पूर्व 2-डिविजन ONE वर्ल्ड चैंपियन मार्टिन गुयेन से होगा।
गासानोव ने ONE Fight Night 3 में अपने प्रोमोशनल डेब्यू में दक्षिण कोरियाई नॉकआउट आर्टिस्ट किम जे वूंग को हराया था। उस पहले राउंड में आई सबमिशन जीत ने उन्हें फेदरवेट डिविजन की रैंकिंग्स के टॉप-5 में जगह दिलाई थी।
27 वर्षीय स्टार अब गुयेन के खिलाफ बड़े मैच की तैयारी कर रहे हैं और उससे पहले फैंस भी “द कोबरा” के बारे में ज्यादा जानकारी जरूर पाना चाहेंगे।
‘आप गांव में छुप नहीं सकते’
गासानोव रूस के दागेस्तान क्षेत्र के पहाड़ी इलाकों में पले-बढ़े, लेकिन आपको बता दें कि दागेस्तान ने कॉम्बैट खेलों को कई महान एथलीट दिए हैं।
अपने पिता के नक्शेकदम पर चलते हुए उन्होंने बहुत छोटी उम्र में रेसलिंग सीखनी शुरू की, जो उन्हें बाद में बहुत फायदा दिलाने वाली थी।
उन्होंने बताया:
“मेरे गांव में बॉक्सिंग और फ्रीस्टाइल रेसलिंग की सुविधाएं भी हैं, लेकिन उस समय वहां बॉक्सिंग अपने शुरुआती दौर में थी जिसे सीखना बहुत बड़ी बात होती थी। मेरे पिता रेसलिंग बैकग्राउंड से थे इसलिए वो इसी खेल को अधिक तवज्जो देते थे। मैं अधिकांश मौकों पर हार जाता था। इसके बावजूद मुझे रेसलिंग पसंद थी, लेकिन मैं हमेशा से बेस्ट बनना चाहता था, जिससे जीत हासिल कर सकूं। मुझे इस खेल में बेहतर होने के लिए बहुत कड़ी मेहनत करनी पड़ती थी।”
उनका एक छोटे से गांव में रहना भी उन्हें सफलता दिलाने वाला था क्योंकि वहां का वातावरण उन्हें प्रतियोगिता के लिए तैयार कर रहा था।
उन्होंने बताया:
“अगर आप गांव में ट्रेनिंग कर रहे हैं तो आप किसी से छुप नहीं सकते। अगर आपने शाम 5 बजे का सेशन मिस किया तो सबको उसकी जानकारी होगी। ये सिद्धांतों पर अमल करने का विषय है क्योंकि मैं बीमार भी होता तो भी कोई मुझसे ये नहीं पूछता कि मैंने ट्रेनिंग सेशन को मिस क्यों किया।”
स्कूल और खेल में चुनाव करना पड़ा
अपनी युवावस्था में गासानोव ने एक एथलीट और विद्यार्थी के रूप में भी बहुत अच्छा किया।
वो 17 साल की उम्र में चिकित्सा संबंधित पढ़ाई करने के लिए रोस्तोव-ऑन-डॉन नाम के शहर में आ गए, लेकिन कुछ समय बाद ही उन्होंने दोबारा खेलों में एंट्री ली। इस बार उनकी सबमिशन ग्रैपलिंग और ब्राजीलियन जिउ-जित्सु में दिलचस्पी बढ़ी।
उन्हें पढ़ाई और मार्शल आर्ट्स में से किसी एक को चुनना था। उन्होंने अंत में फाइटिंग करियर का चुनाव किया और उसके बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा:
“मैंने रोस्तोव में स्थित मेडिकल कॉलेज में दाखिला लिया और वहीं रहने लगा। वहां मुझे ग्रैपलिंग और BJJ के बारे में पता चला और उसके बाद MMA के प्रति मेरा लगाव बढ़ने लगा था।
“उस समय मुझे एक कठिन फैसला लेना पड़ा क्योंकि मुझे पढ़ाई और फाइटिंग में से किसी एक को चुनना था। मैंने अपने पिता और भाई से बात की और फैसला लिया कि मैं पार्ट-टाइम स्टडी तभी कर पाऊंगा, जब मैं स्पोर्ट्स में सफलता प्राप्त करूं। इसलिए मैंने चिकित्सा को छोड़कर अर्थशास्त्र की पढ़ाई शुरू की क्योंकि आप चिकित्सा के क्षेत्र में पार्ट-टाइम पढ़ाई कर आगे नहीं बढ़ सकते।”
‘हमें भी एक चैंपियन की जरूरत है’
उन्होंने आगे चलकर पढ़ाई पूरी तरह छोड़कर MMA करियर पर फोकस किया और 18 साल की उम्र में पहली प्रोफेशनल फाइट की।
उस पुराने दौर को याद कर गासानोव को अहसास है कि वो अपने गांव का प्रतिनिधित्व कर गौरवान्वित महसूस कर रहे थे।
वो दिखाना चाहते थे कि एक छोटे से गांव से आने वाला रेसलर भी दागेस्तान के अन्य MMA सुपरस्टार्स की तरह दुनिया भर में पहचान हासिल कर सकता है।
उन्होंने कहा:
“हमारे गांव में ऐसा कोई एथलीट नहीं था, जिसने ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल की हों। यहां कोई वर्ल्ड चैंपियन नहीं था, लेकिन दागेस्तान के अन्य गांवों से कई वर्ल्ड चैंपियंस निकल कर आए। मेरे दिमाग में विचार आया कि हमें भी एक चैंपियन की जरूरत है। क्या हम उनकी बराबरी नहीं कर सकते?”
दागेस्तानी एथलीट को MMA में आने के तुरंत बाद सफलता मिलनी शुरू हुई, जहां उन्होंने अपने पहले 6 मैचों में पहले राउंड में स्टॉपेज से जीत दर्ज की। ये स्पष्ट दिखाई दे रहा था कि उनके पास वर्ल्ड-क्लास स्किल्स हैं।
उन्हें रीजनल लेवल पर ज्यादा दिक्कतें नहीं हुई और ये जीत उन्हें कड़ी मेहनत की वजह से मिली थीं।
गासानोव ने बताया कि वो जिम में सोते थे और सुख-सुविधाएं उनसे कोसों दूर खड़ी थीं:
“हम जिम में सोया करते थे, जहां हमारे लिए एक अलग कमरा बनाया गया था। जिम के अंदर कोई खिड़की या हीटर जैसी कोई व्यवस्था नहीं थी। हमें कभी-कभी सर्दी में ट्रेनिंग करनी होती थी और हमारे कमरे में कोहरा छाया होता था। वहां का तापमान सर्दियों में कभी-कभी -5 डिग्री सेल्सियस होता था।”
सपना पूरा हुआ
“द कोबरा” कुछ ही दिनों में #4 रैंक के फेदरवेट कंटेंडर और पूर्व वर्ल्ड चैंपियन मार्टिन गुयेन का सामना करेंगे। इस एक जीत से रूसी एथलीट टांग काई के खिलाफ वर्ल्ड चैंपियनशिप मैच पाने के बहुत करीब पहुंच सकते हैं।
गासानोव के ONE Championship में आने के तुरंत बाद अच्छे प्रदर्शन ने उन्हें फेदरवेट डिविजन के टॉप-5 में जगह दिलाई, जो उनके लिए किसी सपने के सच होने जैसा है।
वो ONE में साथी रूसी एथलीट्स को सफलता प्राप्त करते देखने के बाद दुनिया के सबसे बड़े मार्शल आर्ट्स प्रोमोशन में फाइट करना चाहते थे:
“मैंने ONE को जॉइन करने का सपने बहुत सालों पहले देखा था। मैंने यहां टिमोफी नास्तुकिन और सायिद दागी अर्सलानअलीएव की फाइट देखी। उसे देखने के बाद मैंने अन्य ONE के शोज़ ज्यादा देखने शुरू किए। वहीं मरात गफूरोव और विटाली बिगडैश को चैंपियन बनते देखने के बाद मेरे अंदर भी यहां आने का जुनून पैदा हुआ था।”
गासानोव जिन एथलीट्स को एक फैन के तौर पर देखा करते थे, वो अब उन्हीं से प्रेरणा लेकर 25 फरवरी को अपने 13-0 के रिकॉर्ड को दांव पर लगाएंगे।
हालांकि वो अपने अपराजित रिकॉर्ड पर गर्व महसूस करते हैं और गुयेन को हराकर इसे बरकरार रखना चाहते हैं, लेकिन अपने रिकॉर्ड को लेकर उन्हें ज्यादा चिंता नहीं है।
उन्होंने कहा:
“मैं अपने रिकॉर्ड के बारे में ज्यादा नहीं सोचता। मैं फाइट में अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करता हूं। मैं कभी अपने अपराजित रिकॉर्ड को कायम रखने के लिए कठिन चुनौतियों से पीछे नहीं हटा हूं।”