कोहेई शिंजो पर शानदार डेब्यू जीत के बाद जेक पीकॉक रोमांचित – ‘मैं अपने सपने को जी रहा हूं’
जेक “द वन” पीकॉक ने 5 अप्रैल को ONE Friday Fights 58 में बेमिसाल प्रदर्शन किया।
कनाडाई-ब्रिटिश सनसनी ने थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक के लुम्पिनी बॉक्सिंग स्टेडियम में अपने बेंटमवेट मॉय थाई मुकाबले में कोहेई शिंजो पर सर्वसम्मत निर्णय से जीत हासिल करके दुनिया भर के फैंस को आश्चर्यचकित कर दिया।
इस साल की शुरुआत में Road to ONE: Canada टूर्नामेंट जीतने के बाद पीकॉक ने अपने प्रमोशनल डेब्यू में सबको रोमांचित करने का वादा किया था और पिछले शुक्रवार उन्होंने ऐसा ही कर दिखाया।
30 वर्षीय एथलीट ने ग्लोबल फैंस के साथ अपने सफल परिचय पर बात की:
“ONE Championship के लिए फाइट करना बेहद सम्मान की बात है। ये ज्यादातर लोगों का सपना है और मैं अपने सपने को जी रहा हूं। इसलिए मैं इस मंच पर आने और दुनिया की सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं के साथ अपने कौशल का प्रदर्शन करने के लिए बहुत आभारी हूं।
“(मेरा डेब्यू) हर राउंड में जोरदार रहा। और इसमें कोई शक नहीं कि मैं जीत के फैसले का हकदार था। मुझे वहां अच्छा महसूस हुआ, मैच में अपनी पकड़ बनाई और अपना समय लिया। मुझे फिनिश नहीं मिला। मैं हमेशा उसकी तलाश में था, लेकिन मेरे लिए अपने डेब्यू में पकड़ जमाना अच्छा था।”
पीकॉक ने अपने लगातार अटैक से दर्शकों से बेहद समर्थन पाया, अपने स्पिनिंग हमलों को ठोस बुनियादी सिद्धांतों के साथ मिलाया और ये सब इतना प्रभावशाली इसलिए था क्योंकि वो अपने दाहिने हाथ का आधा हिस्सा न होने के बावजूद प्रतिस्पर्धा करते हैं।
फिर भी, पीकॉक अपनी उपलब्धियों से संतुष्ट नहीं होंगे और अगले मैच इससे भी बेहतर प्रदर्शन की योजना बना रहे हैं:
“मैं सीधे अपना विश्लेषण करने जा रहा हूं। मेरे पास करने के लिए बहुत कुछ है। मैं हमेशा फाइट्स के बाद ऐसा करता हूं।
“चाहे मैं पहले राउंड में जीतूं या अंत में, सुधार की गुंजाइश हमेशा रहती है इसलिए मैं अपना सिर नीचे रखूंगा, सीधे जिम जाऊंगा और अगले कॉल के लिए तैयार रहूंगा।”
जेक पीकॉक: ‘मैं लोगों को प्रेरित करने जा रहा हूं और मैं सबका मनोरंजन करूंगा’
ONE Friday Fights 58 में अपनी जीत के बाद जेक पीकॉक कॉम्बैट स्पोर्ट्स की दुनिया में सबसे चर्चित नामों में से एक बन गए।
फैंस उन्हें दोबारा देखने के लिए उत्सुक हैं और साथी फाइटर्स ने 13-1 के प्रोफेशनल रिकॉर्ड के साथ इन उभरते सितारे के लिए अपनी प्रशंसा साझा की।
लेकिन मांग करने के बजाय “द वन” किसी भी प्रतिद्वंदी से मुकाबला करके अपने लक्ष्य तक पहुंचना चाहते हैं:
“मैंने कभी लोगों को नहीं ललकारा। जो भी मेरे सामने आया, मैंने कभी मुकाबले से इनकार नहीं किया। मैं हमेशा फाइट की तलाश में रहता हूं इसलिए आप मुझे कोई भी नाम भेजें, इसमें मेरी सहमति होगी।
“मैं खुद को चुनौती देना जारी रखना चाहता हूं। मैं सबसे बेहतरीन फाइटर्स से लड़ना चाहता हूं और मैं जो कुछ भी करता हूं, उसमें भगवान को महिमा देना चाहता हूं।”
दिव्यांग पीकॉक ने शिंजो पर अपनी जीत के बाद कई लोगों को प्रेरित किया है और वो दुनिया के सबसे बड़े मार्शल आर्ट्स संगठन में ऐसे ही आगे बढ़कर साबित करना चाहते हैं कि कड़ी मेहनत और समर्पण से आप सफलता हासिल कर सकते हैं, चाहे आप के सामने कितनी भी बाधा क्यों ना आए।
उन्होंने आगे कहा:
“मुझे उम्मीद है कि मैं जीवन के सभी क्षेत्रों के लोगों को प्रेरित करूंगा और उनका उत्साह बढ़ाऊंगा। मुझे लगता है कि मैं ऐसा कर रहा हूं और मैं इस मंच को पाने और लोगों के लिए एक अच्छा रोल मॉडल बनने के लिए बहुत आभारी हूं।
“मैं लोगों को प्रेरित करने जा रहा हूं और मैं सबका मनोरंजन करूंगा।”