काना ONE डेब्यू में अनीसा मेक्सेन के खिलाफ छाप छोड़ने को तैयार – ‘विश्वास है कि उन्हें फिनिश कर सकती हूं’
काना “क्रशर क्वीन” मोरिमोटो एक किकबॉक्सिंग दिग्गज के खिलाफ अपना बहुप्रतीक्षित डेब्यू करेंगी और वो तैयारियों को लेकर कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं।
20 दिसंबर को एशिया प्राइमटाइम पर आने वाले ONE Friday Fights 92: Sitthichai vs. Shadow के एटमवेट किकबॉक्सिंग मैच में 32 वर्षीय नॉकआउट आर्टिस्ट का सामना फ्रेंच-अल्जीरियाई लैजेंड अनीसा “C18” मेक्सेन से होगा।
तीन राउंड का ये जोरदार मुकाबला थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक के लुम्पिनी स्टेडियम में होगा।
काना अपना प्रमोशनल डेब्यू करने जा रही हैं, लेकिन उनका कहना है कि इस अहम मैच के लिए मेक्सेन पर ज्यादा दबाव होगा। अपने ऐतिहासिक करियर के बाद “C18” लगातार दो वर्ल्ड टाइटल मैचों में हार के बाद वापस आ रही हैं।
इस बात को ध्यान में रखते हुए काना ने कहा:
“मेरा सामना सर्वश्रेष्ठ अनीसा से होगा। मैं इस बात को ध्यान में रखकर ट्रेनिंग कर रही हूं। वो अपने करियर में जिस मोड पर हैं, उनके लिए दबाव वाली स्थिति है। मुझे लगता है कि वो जीतने के लिए उतावली होंगी।”
“क्रशर क्वीन” की बात करें तो वो चार बार की K-1 चैंपियन हैं, जिन्हें अपने पंचों और किक्स की जबरदस्त ताकत के लिए जाना जाता है।
वो अभी थाईलैंड के Superbon Training Camp में तैयारी कर रही हैं। उन्होंने मेक्सेन के स्टाइल को करीब से पढ़ा है और उनका मानना है कि उन्होंने जीत का एक गेम प्लान तैयार कर लिया है:
“मुझे अनीसा के खिलाफ मैच के लिए जीत की राह साफ नजर आने लगी है। वो चीजें ट्रेनिंग में बेहतर होती जा रही हैं तो मुझे तैयारियों को लेकर अच्छा महसूस हो रहा है।”
हमेशा की तरह काना एक फिनिश की तलाश में होंगी।
अपनी पिछली चार फाइट्स में हाइलाइट-रील नॉकआउट हासिल करने वालीं जापानी सुपरस्टार को भरोसा है कि वो पिछले नौ साल में मेक्सेन को फिनिश करने वाली पहली महिला बन जाएंगी।
उन्होंने बताया:
“मैंने ऐसे हथियार तैयार किए हैं, जो पंचों या किक्स से उन्हें गिरा सकते हैं। अगर ये सही से लैंड हुए तो मुझे विश्वास है कि उन्हें फिनिश कर सकती हूं। हालांकि, बहुत सारी ऐसी चीजें हैं जिनका पता फाइट तक नहीं चलेगा। मैं पूरी तरह से तैयार हूं।”
काना थाई ट्रेनरों से ले रही हैं जरूरी मदद
करियर के बहुत बड़े मौके और गंभीर चुनौती को मद्देनजर रखते हुए काना मोरिमोटो ने बैंकॉक के Superbon Training Camp में नए कोचों और पार्टनरों को साथ अपनाया है।
वो अभी भी जापानी ट्रेनरों के साथ काम कर रही हैं, लेकिन उनका कहना है कि थाई टीम ने उनके पहले से बेहतर किकबॉक्सिंग गेम में अतिरिक्त सुधार किया है:
“मेरी कॉर्नर टीम में हमेशा की तरह जापानी टीम और थाई ट्रेनर्स होंगे। हम अपनी स्पारिंग की स्थिति और मूवमेंट की बातों को साझा कर रहे हैं। रणनीति में पहले की तरह कोई बदलाव नहीं आया है, मगर थाई ट्रेनरों से ज्ञान बढ़ा है।”
“क्रशर क्वीन” का कहना है कि थाई ट्रेनर ONE के ग्लोबल किकबॉक्सिंग नियमों और जजों के फैसला सुनाने के तरीके को लेकर तैयार किया है।
उन्होंने समझाया:
“थाई ट्रेनर्स ONE को लेकर स्पेशलिस्ट हैं और वो ONE की फाइट्स देखने के आदी हैं और उसके नियमों को समझते हैं। तो ये एक सकारात्मक पहलू था।”