एकातेरिना वंडरीएवा को रीमैच में हराकर आलोचकों का मुंह बंद करना चाहती हैं सुपरगर्ल – ‘इस बार परिणाम स्पष्ट तरीके से आना चाहिए’
एना “सुपरगर्ल” जारूनसाक को ONE Championship में 2-0 का रिकॉर्ड कायम करने के बाद खुश होना चाहिए था, लेकिन असल स्थिति ऐसी नहीं है।
पिछले साल जनवरी में 19 वर्षीय स्टार को एकातेरिना “बार्बी” वंडरीएवा के खिलाफ विभाजित निर्णय से जीत मिली थी, लेकिन परिणाम को लेकर उनकी आलोचना की गई। मगर अब ONE Fight Night 6: Superbon vs. Allazov में वो अपने आलोचकों का मुंह बंद करना चाहती हैं।
“सुपरगर्ल” की उम्र उस समय केवल 18 साल थी। उनका कहना है कि सोशल मीडिया पर अपनी आलोचना देखकर वो रो पड़ी थीं, लेकिन इससे उन्होंने सबक सीखा। इसलिए वो अब शनिवार, 14 जनवरी को बैंकॉक के इम्पैक्ट एरीना में शानदार प्रदर्शन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
इस स्ट्रॉवेट मॉय थाई मैच से पहले उन्होंने कहा:
“लोगों के खराब कमेंट्स पढ़कर मुझे बहुत बुरा महसूस हुआ। विदेशी लोगों के अधिकतर कमेंट अच्छे थे, लेकिन थाई लोगों की बातों से मैं आहत हुई। मैं ऐसी स्थिति में कभी नहीं रही और आलोचनाओं को झेल पाना मेरे लिए संभव नहीं था।
“मैं किसी बच्चे की तरह रो रही थी और मैच को भी दोबारा नहीं देखा। मैंने खुद को कमरे में बंद किया और अपनी बहन से कहा कि मेरे फोन को बंद कर दें, जिससे मैं सोशल मीडिया पर आ रहे कमेंट्स को ना पढ़ पाऊं। इससे मुझे समझ आया कि आलोचनाओं के कारण मूवी स्टार्स और आर्टिस्ट्स डिप्रेशन में क्यों चले जाते हैं।
“मैं स्थिति को समझते हुए आगे बढ़ने की कोशिश कर रही हूं। मैं जानती हूं कि हम लोगों की जुबान पर कंट्रोल नहीं कर सकते, लेकिन अब इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। इससे मैंने अपने जीवन में बहुत बड़ा सबक सीखा है। मैंने केवल उन कमेंट्स पर ध्यान देना सीख लिया है, जिन्हें पढ़कर मुझे खुद में सुधार करने की प्रेरणा मिलेगी।”
गिरे हुए आत्मविश्वास के कारण वो अपनी जीत को सेलिब्रेट भी नहीं कर पाईं, लेकिन “सुपरगर्ल” अब बेहतर महसूस कर रही हैं और अपने आलोचकों को करारा जवाब देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
थाई स्टार अपने होमक्राउड के सामने अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहती हैं। अपने देशवासियों के सामने बड़ी जीत दर्ज करना उनके लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ जाएगा।
“सुपरगर्ल” केवल ये साबित नहीं करना चाहती कि वो जीत की हकदार थीं बल्कि वो साफ तरीके से जीत दर्ज कर उस खराब अनुभव को पीछे छोड़कर आगे बढ़ना चाहती हैं।
उन्होंने कहा:
“पिछले मैच में मुझे अपनी विरोधी से कोई दिक्कत नहीं थी, मुझे ‘बार्बी’ से कोई द्वेष नहीं है। इस बार परिणाम स्पष्ट तरीके से आना चाहिए, जिससे आलोचनाओं के लिए कोई जगह ही ना बचे। मुझे जीत मिले या हार, लेकिन परिणाम स्पष्ट तरीके से आना चाहिए।
“मैं इस बार अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए प्रतिबद्ध हूं और जीत के लिए पूरी ताकत लगाने वाली हूं।”
ONE वर्ल्ड चैंपियन पेटटानोंग से प्रेरणा लेती हैं सुपरगर्ल
कुछ समय Marrok Force में ट्रेनिंग करने के बाद एना “सुपरगर्ल” जारूनसाक अब वापस बैंकॉक आकर फैमिली जिम में अपने पिता की निगरानी में ट्रेनिंग कर रही हैं, लेकिन वो एक अन्य एथलीट से प्रेरणा ले रही हैं।
Jaroonsak Muay Thai जिम की स्टार ने ONE बेंटमवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन पेटटानोंग पेटफर्गस के साथ ट्रेनिंग की, जिन्हें 400 से भी ज्यादा मैचों का अनुभव प्राप्त है। उन्होंने युवा स्टार को एक बहुत अच्छी सलाह दी है।
उन्होंने बताया:
“पेटटानोंग ने अगले मैच के लिए मुझे ट्रेनिंग करने में मदद की, मैं उन्हें अपने बड़े भाई के रूप में देखती हूं। उन्होंने मुझे वेट ट्रेनिंग, अभ्यास करने, डाइट प्लान के बारे में भी बताया। असल में पहले मैं अपनी डाइट को लेकर ज्यादा गंभीर नहीं थी।
“मैं पेटटानोंग का धन्यवाद करती हूं क्योंकि मैं जान गई हूं कि अपने शरीर का ख्याल रखना कितना महत्वपूर्ण है। इससे पहले मैं नहीं जानती थी कि वे प्रोटीन किसलिए खाया जाता है। मैं जब ट्रेनिंग सेशन खत्म करती तो अक्सर मुझे मसल्स में दर्द महसूस होता और शरीर के थक जाने के कारण दिमाग सही तरीके से काम नहीं कर पाता था। मगर अब मैं ताकतवर महसूस कर रही हूं और खुद को एक अलग लेवल पर ले जाने के लिए तैयार हूं।”
अब “सुपरगर्ल” के पिता उन्हें फाइट की रणनीतियों के बारे में सिखा रहे हैं, वहीं बेंटमवेट किकबॉक्सिंग किंग उनकी स्ट्रेंथ और कंडीशनिंग पर ध्यान दे रहे हैं। थाई स्टार मानती हैं कि ONE Fight Night 6 में लोगों को उनका एक नया रूप देखने को मिलने वाला है।
उन्होंने कहा:
“पेटटानोंग द्वारा वेट ट्रेनिंग और अपने पिता द्वारा मिली मॉय थाई तकनीकों की जानकारी का मैं आभार व्यक्त करती हूं। ऐसा लग रहा है जैसे मैं एक नए रूप में आ गई हूं।”