कैसे मायसा बास्तोस ब्राजील से निकलकर ग्लोबल स्टेज तक आईं – ‘मैं उदाहरण और प्रेरणा बनना चाहती हूं’
नौ बार की IBJJF वर्ल्ड चैंपियन मायसा बास्तोस के पास सिर्फ एक ही गोल्ड बेल्ट नहीं है – ONE वर्ल्ड टाइटल।
3 अगस्त को होने वाले ONE Fight Night 24: Brooks vs. Balart में 26 वर्षीय ब्लैक बेल्ट अमेरिकी सुपस्टार डेनियल केली को उनकी ONE विमेंस एटमवेट सबमिशन ग्रैपलिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए चैलेंज करेंगी।
थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक के लुम्पिनी स्टेडियम में दुनिया की दो सबसे प्रतिभाशाली सबमिशन हंटर एथलीट्स आमने-सामने होंगी और ब्राजीलियन जिउ-जित्सु जगत उत्साहित होगा।
इससे पहले कि वो खिताबी मैच के लिए उतरें, आइए बास्तोस के अब तक के सफर पर एक नजर डालते हैं।
ब्राजीलियन जिउ-जित्सु में खुद को पाया
ब्राजील के तटीय शहर मरीका में पलीं-बढ़ीं बास्तोस बहुत सरल स्वभाव की थीं। उनकी बचपन की यादें बहुत खास हैं, जो कि ग्रैपलिंग आर्ट्स में समय बिताने से भरी हुई हैं।
बास्तोस ने onefc.com को बताया:
“मैं बहुत शर्मीली थी। इस वजह से मैं ज्यादा दोस्त नहीं बना पाई। मुझे अलग खेलों की प्रैक्टिस करना पसंद था। मैंने सर्फिंग की, जब छोटी थी तो जूडो और जिउ-जित्सु शुरु किया, इसमें मैंने खुद को पाया। मुझे बीच पर जाना बहुत पसंद था।”
ब्राजीलियाई स्टार ने लगातार समर्थन के लिए अपने माता-पिता को क्रेडिट दिया।
उन्होंने कहा:
“उन्होंने मेरा हर चीज में साथ दिया और जब मैं छोटी थी तो मुझे ट्रेनिंग के लिए लेकर जाते थे। मेरे माता-पिता ने हमेशा मेरा साथ दिया। उन्होंने ही मुझे खेलों से रूबरू करवाया। अगर मैं आज यहां हूं तो उनकी वजह से।”
शुरुआत से ही बड़े लक्ष्य
जब पहली बार बास्तोस ने BJJ की क्लास ली तो उन्हें पता था कि उनका भविष्य खेलों में है। इस बात में कोई संदेह नहीं था। उन्हें खेल से बहुत लगाव था और खुद को उसमें पूरी तरह से झोंक दिया।
ब्राजीलियाई एथलीट ने कहा:
“कनेक्शन शुरु से था। जब मैं पहली बार मैट पर गई तो तभी पसंद आ गया था और मैं हर दिन इसे करना चाहती थी। मैं एक ब्लैक बेल्ट और वर्ल्ड चैंपियन बनना चाहती थी।”
माता-पिता की मदद के कारण बास्तोस घंटों तक ट्रेनिंग करतीं और मौका मिलने पर प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया। उन्होंने हर रंग के बेल्ट वर्ग में सब खिताब जीते और खुद को खेल की सबसे प्रतिभाशाली एथलीट्स में से एक बना लिया।
बास्तोस ने बताया:
“शुरुआत से ही मैं बहुत ट्रेनिंग करती थी। मैंने बहुत ज्यादा समय जिम और प्रतियोगिता में बिताया। मैंने बचपन से सिर्फ जिउ-जित्सु को जिया है। ब्राजील में वीकेंड पर बहुत सारे जिउ-जित्सु प्रतियोगिता होती थी। एक वीकेंड मैंने एक ही दिन में दो प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया।”
महान लोगों से मिली प्रेरणा
साल 2018 में ब्लैक बेल्ट मिलने के बाद बास्तोस ने कई सारे IBJJF वर्ल्ड, यूरोपियन और पैन-अमेरिकन टाइटल जीत खुद को खेल के सबसे हल्के भार वर्ग की सर्वश्रेष्ठ एथलीट्स में से एक बनाया।
बास्तोस ने अपने प्रेरणा स्त्रोत के बारे में बताया:
“जिउ-जित्सु में मेरी प्रेरणा मियाओ ब्रदर्स रहे। जब मैं छोटी थी तो यूट्यूब पर उनकी फाइट्स देखती थी। मैंने बैरिमबोलो (मूव) लगाते हुए उनकी हाइलाइट देखी और तब से ये मेरी फेवरेट पोजिशन बन गई। मैं मानती हूं कि बैरिमबोलो जिउ-जित्सु की सबसे खूबसूरत पोजिशंस में से एक है।”
आज शायद उनके पास पूरे जिउ-जित्सु में सबसे शानदार बैरिमबोलो है।
हालांकि, उनके पिटारे में सिर्फ एक ही हथियार नहीं हैं। वो कैलिफोर्निया में Art of Jiu-Jitsu में गुई और राफा मेंडेस की निगरानी में अपनी स्किल्स को लगातार धार दे रही हैं।
ब्राजीलियाई स्टार ने बताया:
“जब मैं छोटी थी तो जिउ-जित्सु में मियाओ ब्रदर्स मेरे रोल मॉडल और प्रेरणा थे। अब मैं अपनी शिक्षकों मेंडेस ब्रदर्स को फॉलो करती हूं, जिन्होंने प्रतियोगियों और शिक्षकों के रूप में बहुत कामयाबी हासिल की।”
अपने सपनों को कर रही हैं पूरा
BJJ में शीर्ष स्तर पर कामयाबी हासिल करने के बाद भी बास्तोस खुले विचार रखते हुए वाइट बेल्ट वाली मानसिकता अपनाती हैं।
उन्होंने कहा:
“जो भी लोग मेरे करियर का हिस्सा रहे हैं, मैं उनका सर्वश्रेष्ठ अपनाने की कोशिश करती हूं। मैं शर्मीली और शांत हूं, लेकिन लोगों के सर्वश्रेष्ठ को अपनाती हूं, फिर चाहे वो कड़ी मेहनत, निरंतरता या और कुछ हो।”
खेल की एक होनहार स्टूडेंट बास्तोस का मानना है कि उन्हें अब तक कि जो सबसे अच्छी सलाह मिली है, वो ये कि अपने जुनून को फॉलो करती रहो।
ONE Fight Night 24 में केली का सामना करते हुए वो ऐसा ही करना जारी रखेंगी।
ब्राजीलियाई स्टार ने कहा:
“मुझे सबसे अच्छी सलाह ये मिली कि जो चीज मुझे खुशी दे, वो करो और अपने सपने के पीछे भागो और मैं बचपन से यही करती आ रही हूं। मैं एक एथलीट के तौर पर आने वाली पीढ़ियों के लिए उदाहरण और प्रेरणा बनना चाहती हूं।”