वाकामत्सु ने कहा मेंटल कोच ने उन्हें शी के खिलाफ जीत दर्ज करने में मदद की – ‘मैं खुद पर काबू पा सका’
पूर्व ONE फ्लाइवेट MMA वर्ल्ड टाइटल चैलेंजर युया “लिटल पिरान्हा” वाकामत्सु ने बीते शुक्रवार ONE Fight Night 12: Superlek vs. Khalilov में शी वेई को पहले राउंड में स्टॉपेज से हराकर जीत की लय वापस पाई है।
28 वर्षीय एथलीट उससे पूर्व लगातार 2 हार झेल चुके थे और उनके ऊपर लुम्पिनी बॉक्सिंग स्टेडियम में अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव था। उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए चीनी एथलीट को ग्राउंड पर लाते हुए ग्राउंड स्ट्राइक्स लगाकर तकनीकी नॉकआउट से बड़ी जीत हासिल की।
वाकामत्सु #5 रैंक के कंटेंडर शी वेई को हराकर खुश हैं, लेकिन मानसिक दबाव को पीछे छोड़ने के कारण उन्हें ज्यादा खुशी मिल रही है।
उन्होंने जीत के बाद मीडिया से कहा:
“मैं इस फाइट को जीतकर बहुत खुश हूं, लेकिन खुद पर काबू पाने में सफल होना भी मेरे लिए खुशी का बड़ा कारण रहा।”
शी के खिलाफ मैच से पूर्व वाकामत्सु ने बताया था कि लगातार 2 हार झेलने से वो मानसिक रूप से कमजोर पड़े थे।
यहां तक कि उन्होंने ONE 163 में वू सुंग हूं के खिलाफ नॉकआउट से आई हार के बाद रिटायरमेंट के बारे में सोचना शुरू कर दिया था।
मगर मनोविज्ञानी की मदद से “लिटल पिरान्हा” अब अच्छा महसूस कर पा रहे हैं।
उन्होंने कहा:
“पिछले मैच के बाद मुझे एक मेंटल ट्रेनर का साथ मिला, जिससे मुझे पता चला कि मेरी तकनीक में कोई खराबी नहीं थी। मैं अपनी मानसिक स्थिति पर भी ध्यान दे रहा था, मैं कैसे सोचता हूं, मानसिक मजबूती और रणनीति पर भी फोकस कर रहा था। पिछले मैच की तुलना में मैंने ये बदलाव किए।”
जापानी नॉकआउट आर्टिस्ट अब अच्छा महसूस कर रहे हैं और फ्लाइवेट MMA वर्ल्ड टाइटल की ओर कदम बढ़ाने के लिए एक बार फिर तैयार हैं।
उन्होंने मौजूदा ONE फ्लाइवेट वर्ल्ड चैंपियन डिमिट्रियस “माइटी माउस” जॉनसन को अपना निशाना बनाया हुआ है, जिनके खिलाफ वाकामत्सु को 2019 में हार मिली थी।
वाकामत्सु ने अपने अगले प्रतिद्वंदी के सवाल का जवाब देते हुए कहा:
“मैं डिमिट्रियस जॉनसन से भिड़ना चाहता हूं क्योंकि मेरा मानना है कि मैं उन्हें हरा सकता हूं।”
शी के खिलाफ मैच से पहले वाकामत्सु ने ग्राउंड गेम में सुधार किया
ONE Fight Night 12 में हुआ मैच युया वाकामत्सु के लिए बहुत महत्वपूर्ण रहा इसलिए उन्होंने शी वेई पर जीत के लिए हर तरह की रणनीति तैयार की थी।
वो अपने हाथों में गज़ब की ताकत के कारण अच्छा नॉकआउट रेट कायम कर चुके हैं। उन्होंने स्टैंड-अप गेम में नॉकआउट की उम्मीद जताई थी, लेकिन इसके अलावा उन्होंने ग्राउंड गेम में भी बेहतर होने का दावा किया था। मैच में उन्होंने शानदार तरीके से अपने गेम प्लान पर अमल किया:
“मैंने इस फाइट के लिए कई प्लान बनाए थे, लेकिन मूवमेंट पर भी ध्यान दिया। मेरे राइट हैंड में गज़ब की ताकत है और इसके अलावा मैंने टेकडाउन का प्रयास करते हुए भी अपने विरोधी पर दबाव बनाने की कोशिश की, लेकिन शी वेई का टेकडाउन डिफेंस शानदार रहा।”
अपने प्रतिद्वंदी के अच्छे डिफेंस के बावजूद वाकामत्सु फाइट को ग्राउंड पर लाने में सफल रहे, जहां उन्होंने चीनी फाइटर को ग्राउंड-एंड-पाउंड स्ट्राइक्स के जरिए खूब क्षति पहुंचाई। अंततः रेफरी को केवल 2 मिनट बाद ही मैच को समाप्त घोषित करना पड़ा।
“लिटल पिरान्हा” ने तकनीकी नॉकआउट से मैच जीता, लेकिन उन्हें सबमिशन से जीत की उम्मीद थी, जो उनके MMA करियर की पहली सबमिशन जीत हो सकती थी:
“मैंने इस फाइट के लिए ग्रैपलिंग में अभ्यास किया था क्योंकि मैं रीयर-नेकेड चोक लगाकर फाइट को फिनिश करना चाहता था।”