वॉल्टर गोंसाल्वेस को MMA फाइट में सबक सिखाना चाहते हैं बनमा डुओजी – ‘मैं उन्हें अपनी ग्राउंड तकनीक से अवगत कराऊंगा’
बनमा डुओजी ने मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में एक नॉकआउट आर्टिस्ट के रूप में पहचान बनाई है, लेकिन वो जीत की राह में अपने अहंकार को बीच में नहीं लाना चाहेंगे।
15 जुलाई को ONE Fight Night 12 में “द प्रिंस” का सामना #3 रैंक के फ्लाइवेट मॉय थाई कंटेंडर वॉल्टर गोंसाल्वेस से होगा और ये दिखाने को बेताब हैं कि कई कॉम्बैट खेलों का मिश्रण किसी एक खेल से बेहतर होता है।
ये गोंसाल्वेस की पहली MMA फाइट होगी। हालांकि बनमा भी स्टैंड-अप फाइटिंग करना पसंद करते हैं, लेकिन वो जानते हैं कि स्टैंड-अप गेम में बने रहना उनके मॉय थाई स्टाइल वाले प्रतिद्वंदी को बढ़त दिला सकता है।
चीनी फाइटर बैंकॉक के लुम्पिनी स्टेडियम में होने वाले मैच में अपनी बढ़त सुनिश्चित करने के लिए कई स्किल्स के धनी होने का फायदा उठाना चाहेंगे।
उन्होंने ONEFC.com से कहा:
“मैंने वॉल्टर गोंसाल्वेस की वीडियो देखी हैं। उन्होंने कई वर्ल्ड-क्लास एथलीट्स का सामना किया है और उनका स्ट्राइकिंग गेम बहुत उच्च दर्जे का है। मगर मैं 6 सालों से MMA की ट्रेनिंग कर रहा हूं, खासतौर पर रेसलिंग और ग्राउंड गेम पर काम किया है। इस साल भी मैंने Tiger Muay Thai में अपनी रेसलिंग को बेहतर करने पर ध्यान दिया।
“उनका स्टैंड-अप गेम बहुत बेहतर है, लेकिन हम MMA में फाइट कर रहे होंगे और मैं उन्हें अपनी ग्राउंड स्किल्स से अवगत कराने वाला हूं। ये मेरे लिए अन्य मुकाबलों की तरह है। मैं उनसे लंबे समय से MMA में ट्रेनिंग कर रहा हूं और मेरी स्टैंड-अप स्किल्स भी उन्हें टक्कर दे सकती हैं।”
बनमा का MMA रिकॉर्ड 14-2 और फिनिशिंग रेट 100 प्रतिशत है। वहीं एक को छोड़कर उन्होंने अपनी सभी जीत स्ट्राइक्स के कारण आई हैं।
उन्होंने अधिकांश मौकों पर स्ट्राइक्स के मामले में अपने प्रतिद्वंदियों पर बढ़त बनाए रखी, लेकिन वो जानते हैं कि गोंसाल्वेस एक बेहतरीन मॉय थाई फाइटर हैं, जिनका रिकॉर्ड 66-8 का है। इसका मतलब उन्हें जीत की आसान राह भी मिल सकती है।
“द प्रिंस” ने कहा:
“मैं व्यक्तिगत तौर पर स्टैंड-अप गेम में रहना पसंद करता हूं, जिसे सब पसंद करते हैं, लेकिन मुझे अन्य स्किल्स में भी महारत हासिल है। मेरे कोच का कहना है कि मुझे एक संपन्न MMA एथलीट बनने के लिए ग्राउंड गेम पर भी फोकस करने की जरूरत है।
“वो शायद मेरे अभी तक के सबसे कठिन स्टैंड-अप प्रतिद्वंदी हो सकते हैं, लेकिन नियमों की बात करें तो इस बार फाइट MMA में हो रही होगी। मेरे पास स्टैंड-अप के अलावा ग्राउंड तकनीक भी है और उन्हीं का मिश्रण करते हुए बढ़त बनाने की कोशिश करूंगा।
“एक MMA और मॉय थाई एथलीट की भिड़ंत में शायद हर कोई बता सकता है कि कौन जीत सकता है।”
बनमा ONE में पहली जीत के लिए बेताब हैं – ‘मुझे इस फाइट में खुद को साबित करना है’
बनमा डुओजी का सामना अपने ONE डेब्यू में पूर्व ONE स्ट्रॉवेट MMA वर्ल्ड चैंपियन डेडामरोंग सोर अम्नोयसिरीचोक से हुआ था, जहां उन्हें 2 राउंड तक चले संघर्षपूर्ण मुकाबले में हार मिली थी।
वो अब ब्राजीलियाई स्ट्राइकिंग स्टार पर विजय प्राप्त कर ना केवल जीत की लय वापस प्राप्त करना चाहते हैं बल्कि खुद को बेस्ट एथलीट्स में से एक के रूप में भी स्थापित करना चाहते हैं।
“द प्रिंस” ने पहले मैच से सबक लेते हुए कहा है कि वो इस बार चतुराई से काम लेना चाहेंगे:
“मैंने पिछले मैच में अपना ONE डेब्यू किया था, जिसके लिए मैं बहुत उत्साहित था। मैं पहले राउंड में लापरवाह हो गया था। मैंने अपनी एनर्जी का सही तरीके से इस्तेमाल नहीं किया, जिसके कारण मेरी मुश्किलें बढ़ गई थीं।
“मैंने उसके बाद शारीरिक रूप से खुद को ताकतवर बनाया है। मैंने अपनी ग्राउंड स्किल्स में भी कमी महसूस की और इस क्षेत्र में भी सुधार करने की कोशिश की है।
“मैंने कभी ट्रेनिंग मिस नहीं की और उम्मीद करता हूं कि इस बार फैंस को अपनी ताकत से अवगत करा पाऊंगा। इसलिए इस फाइट में मुझे बहुत कुछ साबित करना है।”