जेनेट टॉड का ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को मार्शल आर्ट्स से जोड़ने का लक्ष्य – ‘मैं कर सकती हूं तो आप भी कर सकते हैं’
मौजूदा ONE एटमवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन और ONE अंतरिम एटमवेट मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियन जेनेट टॉड सिर्फ एक मार्शल आर्ट्स सुपरस्टार ही नहीं बल्कि इससे कहीं बढ़कर हैं। वो ढेरों महिलाओं के लिए एक प्रेरणास्रोत भी हैं।
25 मार्च को ONE Fight Night 8 के को-मेन इवेंट में “JT” का सामना ONE एटमवेट मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियन एलिसिया हेलन रोड्रीगेज़ से बहुप्रतीक्षित वर्ल्ड टाइटल यूनिफिकेशन बाउट में होगा।
सिंगापुर इंडोर स्टेडियम में आयोजित होने वाले इवेंट की ये बाउट सभी तरह के कॉम्बैट स्पोर्ट्स की सबसे प्रतिभाशाली फीमेल फाइटर्स के बीच होगी। विशेष तौर पर ये मुकाबला ‘विमेंस हिस्ट्री मंथ’ के दौरान होगा।
टॉड जब भी मुकाबला करती हैं तो वो जानती हैं कि दुनियाभर की निगाहें उन पर हैं। “JT” ये भी जानती हैं कि वो विमेंस मार्शल आर्ट्स के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
पुरुषों के प्रभुत्व वाले कॉम्बैट स्पोर्ट्स की दुनिया में एक बेहतरीन महिला फाइटर के रूप में वो उम्मीद करती हैं कि उनकी सफलता अन्य महिलाओं को किकबॉक्सिंग और मॉय थाई में हाथ आजमाने के लिए प्रोत्साहित करती है।
कैलिफोर्निया की मूल निवासी ने ONEFC.com को बताया:
“मुझे उम्मीद है कि लोग देख सकते हैं कि मैं क्या करती और कहती हूं। मुझे देखकर महिलाएं कहती होंगी, मैं भी वो कर सकती हूं। मैं भी अगली चैंपियन बन सकती हूं और इस खेल को आगे बढ़ाने में मदद कर सकती हूं।
“क्योंकि पुरुषों के मुकाबले उतनी महिला फाइटर्स मुकाबले नहीं कर रही हैं। ऐसे में ONE Championship उनके लिए बेहतरीन मंच है, लेकिन मुझे उम्मीद है कि ONE Championship की तरह ही कुछ बड़े प्रोमोशंस इस स्पोर्ट को और विकसित करेंगे। मुझे उम्मीद है कि महिलाएं प्रतिस्पर्धा करने के लिए प्रेरित होंगी। अगर मैं कर सकती हूं तो आप भी कर सकते हैं।”
37 साल की नॉकआउट फाइटर अपने आप में एक मार्गदर्शक हैं, लेकिन वो भी अपने समय में कई शक्तिशाली अमेरिकी महिलाओं से प्रेरित थीं।
उन प्रेरणादायक महिलाओं में कई बार की मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियन मिरियम नाकामोटो और विमेंस मार्शल आर्ट्स की बेहतरीन फाइटर जीना कारानो भी शामिल हैं।
टॉड ने बतायाः
“महिलाओं का एक समूह है, जिसने मुझे आज ग्लोबल स्टेज तक पहुंचाने में मदद की है। मेरे लिए रास्ता बनाने के लिए मैं उनकी तहेदिल से शुक्रगुज़ार हूं।”
अब जब वो ONE द्वारा दिए गए बड़े ग्लोबल स्टेज पर मुकाबला कर रही हैं तो Boxing Works की प्रतिनिधि विमेंस किकबॉक्सिंग और मॉय थाई का विस्तार देखकर बहुत ज्यादा रोमांचित हैं।
हाल ही के प्रसारण समझौतों और मई में ONE का यूएस में पहला शो आने की घोषणा के साथ टॉड को लगता है कि ये चीजें लगातार इसकी लोकप्रियता को बढ़ाती जाएंगी।
2-स्पोर्ट क्वीन कहती हैंः
“मुझे लगता है कि ONE Championship द्वारा यूट्यूब और Amazon Prime पर मुकाबलों के प्रसारण से लोगों की इस स्पोर्ट के प्रति दिलचस्पी बढ़ाने में काफी मदद मिल रही है। मुझे भरोसा है कि लोग इसे देखने के बाद शायद बिल्कुल मेरे जैसे नहीं बन पाएं, लेकिन फिर भी वो इसे शुरू करना चाहेंगे। साथ ही वो ये भी देख सकते हैं कि ऐसा कैसे संभव होगा।
“हो सकता है कि वो इस खेल को बढ़ाने में अपना योगदान भी दें। इस वजह से मुझे लगता है कि ONE Championship इसे कई मंचों पर डालकर लोगों तक आसानी से पहुंचा रहा है, जहां हम सभी इन मुकाबलों को मुफ्त में देख सकते हैं।”
‘मैं असफलताओं से खुद को निराश नहीं होने देती’
जेनेट टॉड के लिए किकबॉक्सिंग और मॉय थाई केवल पैसा कमाने और अंतरराष्ट्रीय प्रसिद्धि हासिल करने से कहीं ज्यादा बढ़कर है।
वो इन खेलों को महिला सशक्तिकरण के प्रमुख हथियार के रूप में भी देखती हैं। दरअसल, प्रतिस्पर्धा के दौरान हर तरह की चुनौती, बाधा या हार के साथ “JT” ने ट्रेनिंग करनी जारी रखी और खुद में सुधार करना सीख लिया, जो मार्शल आर्ट्स का मूल सिद्धांत है।
उनके मुताबिक, रिंग और सर्कल में सीखे गए सबक उनके पूरे जीवन काम आते रहेंगेः
“मुझे लगता है कि मार्शल आर्ट्स ने मेरे लिए जो कुछ भी किया, उससे मुझे आत्मविश्वास ही मिला है। मैं उन चुनौतियों का सामना करने में सक्षम हो पाई हूं, जिन्हें मैं समझती थी कि नहीं कर सकती और अब मैंने उनसे पार पाने का रास्ता ढूंढ लिया है। ये चीजें मुझे सिर्फ मार्शल आर्ट्स में ही नहीं बल्कि काम के इतर और जीवन के हर मोड़ पर सबक देती रहेंगी।
“मैं असफलताओं से खुद को निराश नहीं होने देती हूं। मुझे इतना पता है कि फिर से कोशिश करनी है। उस चीज़ को करने का एक अलग तरीका खोजना है। इसने मुझे फिर से खड़े होने और कोशिश करने की हिम्मत दी। साथ ही मैं जो करने में सक्षम हूं, उसमें और भी बेहतर होने का विश्वास दिलाया। ये चीजें वास्तव में मेरे लिए बहुत फायदेमंद रहीं। इस वजह से मुझे उम्मीद है कि मार्शल आर्ट्स शुरू करने वालों को भी इस तरह का अनुभव जरूर प्राप्त होगा।”