ब्राजीलियन जिउ-जित्सु मार्शल आर्ट्स की सबसे रोमांचक एथलीट्स में से एक अमेंडा आलेक्विन से मिलिए
ब्राजीलियन जिउ-जित्सु ब्लैक बेल्ट होल्डर अमेंडा “टबी” आलेक्विन जन्म से ही एक फाइटर रही हैं।
15 जुलाई को ONE Fight Night 12 में 28 साल की एथलीट अपने रोमांचक और आक्रामक स्टाइल के साथ ONE Championship में आगाज करेंगी। उनका सामना एक महत्वपूर्ण स्ट्रॉवेट सबमिशन ग्रैपलिंग बाउट में टैमी मुसुमेची से होगा।
ये मुकाबला थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक के मशहूर लुम्पिनी बॉक्सिंग स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा। ऐसे में “टबी” के लिए ये मौका वर्ल्ड-क्लास ब्राजीलियन जिउ-जित्सु गेम को बेहतर बनाने में की गई उनकी 14 साल की मेहनत को भी दर्शाएगा।
आइए इक्वाडोर-अमेरिकी एथलीट के दुनिया के सबसे बड़े मार्शल आर्ट्स संगठन तक के सफर के बारे में जानते हैं।
फाइट करते हुए बड़े होने की बहुत सी यादें ताजा
इक्वाडोरियन माता-पिता की बेटी आलेक्विन न्यूयॉर्क के ब्रुकलिन में पली-बढ़ी हैं। वहां वो, उनकी दो बड़ी बहनें और एक छोटा भाई अपने घर से जुड़ी परिवार की शराब की दुकान पर काम करते थे।
उनके दिलो-दिमाग में बचपन की यादें आज भी ताजा हैं। उन्होंने कम उम्र में ही कड़ी मेहनत करने का सबक सीख लिया थाः
“मैं जिस पल अपने पैरों पर खड़े होकर या जमीन पर घिसटकर चल रही थी, मैं काम कर रही थी। हम सबका अपने काम के प्रति दृष्टिकोण बहुत सकारात्मक था। सब बहुत मेहनतकश हैं।”
परिवार के व्यवसाय में अपनी भूमिका निभाने के अतिरिक्त “टबी” उस परवरिश को भी याद करती हैं, जिसमें उनके और बाकी भाई-बहनों के बीच ढेर सारे झगड़े, रेसलिंग मैच और जोरदार शारीरिक प्रतिस्पर्धा हुआ करती थी।
सारे बच्चे न्यूयॉर्क शहर के छोटे से अपार्टमेंट में एक साथ रहा करते थे और उन्हें अपनी ऊर्जा खर्च करने के लिए बाहर जाकर खेलने की जरूरत थी।
आलेक्विन ने बतायाः
“हम सब एक बेड वाले कमरे में रहा करते थे और हमारे बीच बहुत लड़ाइयां हुआ करती थीं।”
इसी वजह से, BJJ की बारीकियां सीखने से पहले ही आलेक्विन ने फाइट करनी सीख ली थी।
उनके पिता पुराने जमाने के खयालात वाले थे और सीधे व सपाट ढंग से बच्चों के बीच झगड़े निपटाते थे। वो उन्हें बॉक्सिंग ग्लव्स पहना देते थे और जब तक मामला नहीं खत्म हो जाता था, तब तक बराबरी से मुकाबला करने के लिए कहते थे।
और जब वो अपने भाई-बहनों से नहीं लड़ रही थीं, तब भी आलेक्विन ने पिता से स्ट्राइकिंग की कला सीख ली थी। वो अक्सर परिवार की शराब की दुकान के बीच में अचानक बॉक्सिंग की ट्रेनिंग लिया करती थीं:
“बॉक्सिंग उन पहली चीजों में से एक है, जो मैंने की थी। ऐसा नहीं है कि इसके लिए मैं किसी एकेडमी या जिम गई थी। सच में, ये सब स्टोर के बीचोंबीच होता था, जहां ग्राहक आते थे और हमें फाइट करने के लिए बाहर निकलते हुए देखते थे।
“मेरे पिता वहां बैठ जाते और कहते थे, ‘ठीक है, जो कुछ भी तुम्हारे पास है, वो मुझे दे दो’। उसके बाद वो हमारे पंच को रोकते थे और हम चारों उन पर बारी-बारी से हमला करते थे। इस वजह से बड़े होते हुए मेरे पास फाइट करने की बहुत सी यादें हैं।”
BJJ से लगाव
वो जब बड़ी हुईं तो “टबी” का परिवार फ्लोरिडा में आकर बस गया, जहां उन्होंने एक और बिजनेस शुरू किया। उस बिजनेस के ठीक पीछे एक बिल्कुल नया मार्शल आर्ट्स और फिटनेस जिम था।
आलेक्विन के भाई ब्राजीलियन जिउ-जित्सु में हाथ आजमाने वाला घर के पहले सदस्य थे। वो जब पहली क्लास लेने के बाद घर आए और अपनी बड़ी बहन पर किमुरा लॉक लगाया तो “टबी” ने हर हाल में उस पैंतरे को जानने की उत्सुकता महसूस की।
अगले दिन अपनी पहली नो-गी BJJ क्लास में उन्होंने उसे आजमाया। उस दौरान युवा इक्वाडोरियन-अमेरिकी एथलीट का असली स्वभाव निखरकर सामने आया। उनके पिता बेटी की फाइट को लेकर भयभीत थे और उन्होंने जब “टबी” को आक्रामक अंदाज में मुकाबला करते देखा तो उन्हें ‘वाइल्ड पिग’ की संज्ञा दे डाली।
और फिर “टबी” को पता चल गया था कि उन्हें करियर में क्या करना है:
“मेरे भाई-बहनों का रेसलिंग इतिहास होने की वजह से मैं खुद को हर जगह आजमा रही थी। अंत में मुझे ऐसी जगह भेजा गया, जहां बेहद कठिन ट्रेनिंग थी, लेकिन मैंने वहां भी खुद को साबित कर दिया। मेरे पिता भी वहां थे इसलिए मुझे फाइट करता देख वो घबरा गए थे। फिर मैंने उनसे कहा भी, ‘कोई नहीं, मैं पूरी तरह से ठीक हूं।’
“इस तरह वो मेरी पहली क्लास थी और फिर उसके बाद मैं उसकी आदी हो गई थी।”
उसके ठीक 3 महीने बाद ही आलेक्विन ने ग्रैपलिंग में अभूतपूर्व क्षमता दिखाने के लिए अपने पहले BJJ टूर्नामेंट में प्रवेश किया।
हालांकि, 15 साल की उम्र में वो किशोर वर्ग में पुरुषों के खिलाफ मुकाबला कर रही थीं। बमुश्किल 5 फीट लंबी और 165 पाउंड (वजनी शरीर के कारण उन्हें “टबी” उपनाम मिला) वजनी एथलीट ने अपने पहले मुकाबले में खुद को 170 पाउंड वाले लड़के के सामने खड़ा पाया।
मामूली स्कोर के अंतर से हारने के बावजूद आलेक्विन ने खुद पर पराजय हावी नहीं होने दी और अपने खेल को जारी रखने के लिए वो खुद को प्रोत्साहित करती रहीं:
“वो सच में मजेदार था। मैं उस लड़के से 2 अंक से हार गई थी क्योंकि मैं इतनी फुर्तीली थी कि थोड़े बहुत बदलाव करने में सक्षम रही थी। मैं अपने लचीलेपन की वजह से कुछ खास पोजिशंस से बाहर निकलने में कामयाब रही थी।
“याद है कि मैंने मैच के बाद फाइट को फिर से देखा था। मुझे अपनी फाइट फिर से देखनी पसंद थी क्योंकि मैं बहुत आक्रामक थी। मैं देखना चाहती थी कि मेरा कार्डियो सही था। मुझे ऐसा करना पसंद है।”
पति से मिला भरपूर समर्थन
“टबी” को सिर्फ मुकाबला करना ही नहीं बल्कि उसमें सफल होना भी पसंद था।
जिउ-जित्सु शुरू करने के 3 साल बाद उन्होंने ब्लू बेल्ट के रूप में IBJJF पैन अमेरिकन चैंपियनशिप में गोल्ड जीता। उन्होंने सभी बड़े टूर्नामेंट रंगीन बेल्टों में जीतने जारी रखे और खुद को दुनिया की सबसे प्रतिभाशाली और उभरती हुए एथलीट में से एक के रूप में मजबूती से स्थापित किया।
2016 में युवा ग्रैपलिंग सनसनी को ब्लैक बेल्ट में प्रमोट किया गया और उन्होंने तुरंत IBJJF नो-गी वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड जीत लिया। इससे इतिहास में उनका नाम दर्ज हो गया और सबसे बेहतर एथलीट्स में से एक के रूप में उनकी स्थिति और मजबूत हो गई।
उसके बाद से वो दिग्गज एथलीट्स में से एक बनी रहीं और BJJ के सबसे रोमांचक सबमिशन हंटर्स में से एक के रूप में अपनी प्रतिष्ठा हासिल कर ली।
पूरे करियर के दौरान उनके पति प्रोफेशनल MMA और BJJ फाइटर एरिक आलेक्विन अपनी पत्नी के समर्थन में खड़े रहे। जब अमेंडा को उनकी सबसे ज्यादा जरूरत थी, तब उन्हें हौसला देने और प्रोत्साहित करने के लिए वो हमेशा मौजूद रहे।
उन्होंने एरिक के बारे में कहाः
“वो हमेशा मुझ पर भरोसा करने वालों में से एक हैं। कई बार ऐसा होता है कि आप जीत जीते हैं और खुद पर गुरूर करने लगते हैं। ऐसे में उन्होंने एक अच्छे साथी के रूप में मुझे अपनी जमीन याद दिलाते हुए कहा कि काम यहीं खत्म नहीं हो जाता है। तुम तब तक नहीं रुक सकतीं, जब तक सारी चीजें पा ना लो।
“इस तरह उन्होंने मुझे हमेशा प्रेरित किया और तैयार रखा, ताकि मैं बिना रुके आगे बढ़ सकूं। कई ऐसे मौके आए, जब मुझे खुद पर भरोसा नहीं हुआ और तब हमेशा की तरह उन्होंने मुझसे कहा, ‘तुम महान हो। तुम महान बन रहने की हकदार हो। तुम सच में कमाल हो’।”
‘मैं हमेशा फिनिश की तलाश में रहती हूं’
पहले से ही BJJ वर्ल्ड चैंपियन आलेक्विन अब ONE Championship में नए तरह के शिखर पर पहुंचने के लिए तैयार हैं।
उन्होंने संगठन में जगह पाने के लिए अपने लंबे करियर में बहुत कुछ हासिल किया है तो उन्होंने जरूर अति-आक्रामकता, ग्रैपलिंग में जोखिम लेने के स्टाइल से ONE अधिकारियों का भी ध्यान अपनी ओर खींचा होगा।
“टबी” ने जिउ-जित्सु के प्रति अपने दृष्टिकोण की व्याख्या इस प्रकार की:
“मुझे लगता है कि मैं बहुत ही रोमांचक ग्रैपलर हूं। मैं हमेशा फिनिश की तलाश में रहती हूं। जिन्होंने भी मेरे पिछले मैच देखे हैं, वो ये जानते होंगे कि आप मुझे कभी भागते हुए नहीं देखोगे। मैं हमेशा अपने प्रतिद्वंदी के पास जाती हूं और जो कुछ दांव-पेच मेरे पास हैं, उन्हें आजमाने की कोशिश करती हूं। आप उम्मीद कर सकते हैं कि मैं कभी पीछे नहीं हटूंगी। यही मेरे बारे में सोचने वाली बात है।”
असलियत में, उन्होंने कम उम्र में जो दृढ़ता सीखी है, फिर चाहे वो न्यूयॉर्क अपार्टमेंट में अपने भाई-बहनों के साथ रेसलिंग करनी हो या फैमिली बिजनेस में पिता का हाथ बटाना हो, अपने कभी ना हार मानने वाले स्टाइल की वजह से वो हमेशा सितारे की तरह चमकती नजर आई हैं।
ऐसे में, आलेक्विन को बड़ी खुशी होगी अगर वो 15 जुलाई को अपने मुकाबले में प्रतिद्वंदी टैमी मुसुमेची के खिलाफ इसी तरह का जज्बा दिखा सकें।
उन्होंने आगे कहाः
“एक बात जो मुझे उनके बारे में पसंद है, वो ये कि टैमी हमेशा कोई ना कोई पैंतरा चलती रहती हैं। वो वहां स्कोर करने नहीं आ रहीं। वो वहां फिनिश करने आएंगी और मैंने भी यही सीखा है।
“आप किसी को भी मेरे सामने खड़ा कर दें, मैं भी यही करूंगी। मैंने हमेशा यही किया है। मुझे लगता है कि निश्चित रूप से ये एक अच्छी बाउट होगी।”