युया वाकामत्सु की एड्रियानो मोरेस को नॉकआउट करने की योजना – ‘मैं उनके सिर को निशाना बनाऊंगा’
युया वाकामत्सु ने अपने एक प्रतिद्वंदी को उनकी पहचान से ज्यादा बेहतर समझने की गलती की है।
हालांकि, #2 रैंक के कंटेंडर ने इस बात पर जोर दिया कि जब वो शनिवार, 26 मार्च को ONE X: ग्रैंड फिनाले में ONE फ्लाइवेट वर्ल्ड टाइटल के लिए एड्रियानो मोरेस को चुनौती देंगे, तब ऐसा नहीं होगा।
जापानी नॉकआउट एथलीट ने इस बार कहा कि वो अपने सामने खड़े विरोधी से नहीं डरेंगे। यही नहीं, वो जब सिंगापुर इंडोर स्टेडियम के सर्कल में कदम रखेंगे तो एक धमाकेदार प्रदर्शन करने की योजना उनके पास होगी।
लगातार 5 मुकाबलों में जीत का सिलसिला जारी रखते हुए वाकामत्सु के पास जोश से भरा हुआ नया आत्मविश्वास है, जो उन्हें ये यकीन दिलाता है कि वो फ्लाइवेट MMA डिविजन के लिए एक नए युग की शुरुआत कर सकते हैं।
उन्होंने ONE Championship को बताया:
“मैं सच में मोरेस का सम्मान और उनकी सराहना करता हूं, लेकिन अब नई पीढ़ी के आगे बढ़ने का समय आ चुका है। मैं उनके सिर को निशाना बनाने वाला हूं। मैं अपना पूरा जोर लगा देने वाला हूं और ये चाहता हूं कि वो भी अपना पूरा जोर लगा दें। मैं एक गजब का मुकाबला चाहता हूं।
“आत्मविश्वास को आप अपने रवैये में आधे बदलाव और आधे सच्चे आत्मविश्वास के तौर पर समझ सकते हैं। ये सच है कि मुझे कुछ शंकाएं हैं। हालांकि, मुझे लगता है कि मैं इस मुकाबले में अपने जीवन के काम की प्रगति को दिखा सकता हूं, ताकि ये पता चल सके कि मैं सही रस्ते पर हूं या नहीं। अगर मैं सही रास्ते पर नहीं हूं तो मुकाबला हार जाऊंगा, लेकिन मुझे सच में लगता है कि मैं वर्ल्ड चैंपियन बनने वाला हूं।”
एड्रियानो मोरेस को लेकर चीजें हावी होने से बचने के लिए “लिटल पिरान्हा” साल 2019 में डिमिट्रियस जॉनसन के साथ अपने मुकाबले के बारे में सोचते हैं, जब ONE: A NEW ERA में अमेरिकी दिग्गज एथलीट ने ग्लोबल स्टेज पर अपना डेब्यू किया था।
वाकामत्सु को लगता है कि उन्होंने 12 बार के MMA वर्ल्ड चैंपियन को बहुत ज्यादा ही श्रेय दे दिया था और जल्द ही हिम्मत हार गए थे। इसका नतीजा ये हुआ कि जब मुकाबला चल रहा था तो वो पूरी तरह से अपनी लय नहीं पकड़ सके थे।
जापानी एथलीट ने उसे याद करते हुए बताया:
“डीजे के साथ मेरा मुकाबला इस बात का सच्चा सबूत है। मैंने उनके बारे में जरूरत से ज्यादा अनुमान लगा लिया था इसलिए जब मुकाबला शुरू हुआ तो मुझे लगा कि मैं ये कर सकता हूं।
“इस बात से ज्यादा फर्क नहीं पड़ता कि आपने अपने विरोधी के बारे में कितनी रिसर्च की है, जब तक फाइट के दिन आपका सामना उनसे न हो जाए और इसी को लेकर मैं चिंतित था। डीजे से हारने की वजह ये थी कि मैं बहुत ज्यादा चिंतित था (कि पता नहीं वो क्या करने वाले हैं)। हालांकि, वो काफी अच्छा अनुभव रहा।”
आक्रामक तरीके से नॉकआउट करना ही है युया वाकामत्सु की योजना
एड्रियानो मोरेस के खिलाफ होने वाली ONE फ्लाइवेट वर्ल्ड चैंपियनशिप बाउट से पहले युया वाकामत्सु खुद विश्वास से भरे हुए हैं। हालांकि, उन्हें ये पता है कि अंतत: मुकाबले में चीजें उन गुरों और स्किल्स पर आकर टिक जाएंगी, जिसकी उन्होंने मुकाबले के लिए तैयारी की है।
27 साल के एथलीट इस बात को मानते हैं कि “मिकीन्यो” कई कारणों से इस डिविजन में दबदबे वाले एथलीट रहे हैं, लेकिन इसके साथ ही उन्हें कई ऐसी खामियां भी दिखाई देती हैं, जिनका फायदा वो ONE X में उठा सकते हैं।
वाकामत्सु कहते हैं:
“उनके जखीरे में जो चीजें शामिल हैं, वो ग्राउंड गेम और ग्रैपलिंग हैं, लेकिन उनका सबसे मजबूत हथियार ये है कि उन्होंने कई बार अपने (वर्ल्ड) टाइटल को डिफेंड किया है। मुझे नहीं लगता है कि मैं ये सोच भी सकता हूं कि एक एथलीट को लगातार चैंपियन के रूप में अपना दबदबा कायम रखने के लिए किस तरह की मानसिकता की जरूरत होती है।
“मैं ये कहना चाहता हूं कि उनकी सबसे बड़ी कमजोरी वार सहने की आदत है। यही वो चीज है, जिस पर मैं निशाना साधने वाला हूं। मुझे लगता है कि मेरी स्ट्राइक काफी खतरनाक हैं।”
वाकामत्सु के मुक्कों में बाजी पलट देने वाली ताकत है। इसका मतलब ये हुआ कि मोरेस कई सारे वार सहे बिना, उनसे नहीं बच पाएंगे और चैलेंजर को लगता है कि जीत का यही सही तरीका साबित होगा।
ब्राजील के सुपरस्टार पर हावी होकर उनको बाहर करने के लक्ष्य के साथ वो लगातार अपनी गजब की स्ट्राइकिंग और मजबूत इच्छा शक्ति के मेल से “मिकीन्यो” पर तेज गति से दबाव बनाना चाहेंगे।
“मेरी ताकत मेरा युवा होना, मेरी स्ट्राइकिंग, मेरी शक्ति और समुराई योद्धा की भावना है। मेरी योजना आक्रामक रहने की है, ताकि मेरा पक्ष भारी बना रहे और उनको हार स्वीकार करनी पड़े।
“मेरे लिए आदर्श स्थिति वो होगी, जिसमें मैं उनका जबड़ा तोड़ दूंगा, जिससे वो बेसुध हो जाएंगे और जितना जल्दी हो सके, मैं उन्हें नॉकआउट करके जीत हासिल कर लूंगा।”
ये सब सुनने में बहुत शानदार लगता है। ऐसे में 26 मार्च को वाकामत्सु वर्ल्ड चैंपियन की छवि को खुद पर हावी नहीं होने देने का प्रयास करेंगे।