पैतृक जीवन और फाइटिंग में कैसे तालमेल बैठाते हैं रीनियर डी रिडर – ‘मैं बहुत भाग्यशाली हूं’
ONE मिडलवेट वर्ल्ड चैंपियन रीनियर डी रिडर दुनिया के टॉप पाउंड-फोर-पाउंड मिक्स्ड मार्शल आर्टिस्ट्स में से एक हैं, लेकिन एक फाइटर होने से पहले उनकी प्राथमिकता उनका परिवार है।
“द डच नाइट” इस समय ONE Fight Night 10: Johnson vs. Moraes III में BJJ स्टार टाय रुओटोलो के साथ सबमिशन ग्रैपलिंग मैच की तैयारियों में जुटे हैं। वो अपने पिछले फाइट कैम्प्स की तरह इस बार भी अपने दोनों बच्चों के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताने की कोशिश कर रहे हैं।
6 मई को अपने मैच से पूर्व कुछ दिन 32 वर्षीय स्टार अमेरिका में बिता रहे होंगे, मगर वो इस समय अपनी 4 वर्षीय बेटी और 2 साल के बेटे के साथ समय बिता रहे हैं।
डी रिडर ने अपनी दिनचर्या को ऐसे ढाला हुआ है, जिससे वो ज्यादा समय अपने परिवार के साथ रह सकें। नीदरलैंड्स में उनका घर जिम के करीब है, जिसके वो मालिक भी हैं। इसलिए वो ज्यादातर समय घर के करीब रहते हैं।
उन्होंने ONEFC.com से कहा:
“मैं अपने फाइटिंग करियर और बिजनेस में मिली सफलता से खुश हूं। मैं अपने बच्चों के साथ काफी समय बिता पाता हूं और हर रोज अपनी बेटी को स्कूल छोड़ता हूं और लेकर भी आता हूं। मैं बेटे के साथ भी काफी समय बिता पाता हूं।
“मैं सच कहूं तो मेरी दिनचर्या में अच्छा तालमेल बना हुआ है। मैं काम, ट्रेनिंग और अन्य पहलुओं पर भी पूरा ध्यान लगा पाता हूं। मैं बाइक से जिम जाता हूं, जो केवल 5 मिनट की दूरी पर है। मैं काम के संबंध में हर एक चीज़ बाइक से करता हूं क्योंकि मेरा जिम बहुत पास है। मैं ज्यादातर अपने बच्चों के साथ खाना खा पाता हूं। मैं बहुत भाग्यशाली हूं।”
मौजूदा मिडलवेट MMA किंग को हमेशा व्यस्त रहना पसंद है और उनके बच्चे भी ऐसा ही करने लगे हैं।
कई घंटों तक टीवी देखने या टैबलेट या मोबाइल चलाने के बजाय डी रिडर कहते हैं कि उनके बच्चों को शारीरिक खेल खेलना पसंद है और वो भी अपने पिता की तरह ग्रैपलिंग के प्रति दिलचस्पी दिखा रहे हैं:
“हम बाहर खेलना बहुत पसंद करते हैं। जब उन्हें एक-दूसरे के साथ छोड़ दिया जाए तो वो खेलने लगते हैं। वो रेसलिंग करने लगते हैं और फाइट भी करते हैं। उन्हें ऐसा करते देखने पर मुझे खुशी मिलती है।”
उनकी शारीरिक बनावट और ट्रेनिंग सेंटर में बिताए गए समय के कारण डी रिडर भी अपने बच्चों को भविष्य में मार्शल आर्ट्स करते देखना चाहते हैं।
उन्होंने कहा:
“वो किसी ना किसी तरीके से जिम के इर्द गिर्द रहकर ही बड़े होंगे इसलिए वो मार्शल आर्ट्स की ट्रेनिंग जरूर करेंगे। मेरे बेटे को ये खेल बहुत पसंद है। वो हवा में पंच लगाता है। वो मैट पर आना चाहता है और इस खेल के प्रति बहुत दिलचस्पी दिखाता है।”
रीनियर डी रिडर के लिए परिवार सबसे पहले आता है
रीनियर डी रिडर को दुनिया के सबसे बेहतरीन मिक्स्ड मार्शल आर्टिस्ट्स में से एक माना जाता है और उनका प्रोफेशनल रिकॉर्ड 16-1 का है। वो अपने बच्चों के लिए भी प्रेरणा स्रोत बने हुए हैं।
वो सर्कल में हर बार जीत दर्ज करने की पूरी कोशिश करते हैं, लेकिन वो जानते हैं कि उनके बच्चों को जीत या हार से कोई मतलब नहीं है:
“उनका सिर गर्व से ऊंचा करने की चाह मुझे प्रोत्साहित करती है। मैं सच कहूं तो उन्हें जीत या हार से कोई फर्क नहीं पड़ता। वो खुश हैं कि उनके पिता उनके साथ है। वो केवल ये जानते हैं कि उनके पिता बहुत कड़ी ट्रेनिंग करते हैं।”
वो अब 30 की उम्र को पार कर चुके हैं और 2 बच्चों का पिता होने पर उन्हें अहसास होता है कि चैंपियनशिप बेल्ट्स जीतना ही उनके लिए सब कुछ नहीं है।
प्रतियोगिता में जीत-हार लगी रहेगी, लेकिन डी रिडर को अहसास होने लगा है कि परिवार उनके लिए सबसे ऊपर है।
उन्होंने कहा:
“मैंने हमेशा उपलब्धियों पर ज्यादा ध्यान दिया। मैं सच कहूं तो पिछले कुछ सालों में मेरे दिमाग में यही बात घूमती रहती थी, लेकिन समय बीतने के साथ मुझे अहसास हुआ कि बच्चों के साथ समय बिताना मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण विषय है। मैं उनके साथ रहना चाहता हूं और उनके साथ खेलना ही मेरे लिए सबसे अहम बात है।”
पिछले साल दिसंबर में डी रिडर को अपने प्रोफेशनल MMA करियर की पहली हार झेलनी पड़ी थी, जहां एनातोली मालिकिन उन्हें नॉकआउट से हराकर नए ONE लाइट हेवीवेट वर्ल्ड चैंपियन बने थे।
पिता बनने के बाद “द डच नाइट” ने जीवन को देखने का नजरिया बदला है इसलिए वो उस हार के सदमे से उबर सके हैं।
उनका मानना है कि जब आप परिवार को अपने जीवन का सबसे अहम हिस्सा मानने लगते हैं तो आपको किसी भी बाधा को पार करने में आसानी होती है:
“अगर मैच का परिणाम मेरे पक्ष में नहीं आया, मुझे चोट लगी तो मैं ठीक रहूंगा, लेकिन मेरे बच्चों को कुछ नहीं होना चाहिए। मैं अपने बारे में नहीं सोचता, मुझे कुछ हुआ तो मैं स्थिति से निपट सकता हूं।
“मैं फाइट में अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करता हूं। मैं अपना पूरा समय और एनर्जी ट्रेनिंग में लगाते हुए दूसरों से कड़ी मेहनत करूंगा। मैं अपनी पूरी ताकत लगा दूंगा और त्याग भी कर सकता हूं, लेकिन अंत में इस सबका कोई महत्व नहीं रह जाता। मेरे लिए परिणाम का ज्यादा महत्व नहीं होता।
“जब तक मेरे बच्चे स्वस्थ और खुश हैं, जब तक मैं उनके साथ समय बिता पा रहा हूं तब तक मैं भी अच्छा महसूस करूंगा।”