फ्लाइवेट मॉय थाई ग्रां प्री जीतने को बेताब सवास माइकल बोले – ‘मैं जी-जान लगाने के लिए तैयार हूं’
सवास माइकल आने वाली ONE फ्लाइवेट मॉय थाई वर्ल्ड ग्रां प्री में छुपा रुस्तम माने जाने को बिल्कुल भी बुरा नहीं मानेंगे बल्कि वो इस मौके के जरिए दुनिया भर में अपने फैंस को प्रभावित करना चाह रहे हैं।
20 मई को साइप्रस के एथलीट का सामना अमीर नासेरी से ONE 157: Petchmorakot vs. Vienot में टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में होगा। इस जीत के साथ वो प्रतिष्ठित सिल्वर बेल्ट के और करीब आ जाएंगे और ये दिखा सकेंगे कि दुनिया के सबसे शानदार ऑल स्ट्राइकिंग टूर्नामेंट में मुकाबला करने के वो हकदार हैं।
23 साल के यूरोपियन एथलीट पहले ही अपनी छाप मॉय थाई में छोड़ चुके हैं, जिसमें उन्होंने WBC मॉय थाई लाइटवेट और WMC मॉय थाई 130-पाउंड वर्ल्ड टाइटल दोनों पर कब्जा जमाया था।
ऐसी उपलब्धियां हासिल करने के बावजूद माइकल खुद को ONE Super Series में बेस्ट स्ट्राइकर साबित नहीं कर पाए हैं। इस वजह से जब अगले सप्ताह वो आठ एथलीट्स वाली ग्रां प्री में शामिल होंगे तो ये उनके लिए किसी प्रोत्साहन बल की तरह काम करेगा।
“द बेबी फेस किलर” ने कहा:
“मुझे (छुपा रुस्तम बना रहना) अच्छा लगता है। ये मुझे हर रोज प्रोत्साहन देता है। मैं बाकी लोगों की तुलना में बहुत ज्यादा मेहनत कर रहा हूं। मुझे चमक-दमक से दूर रहना पसंद आता है और इसकी ज्यादा फिक्र नहीं करता हूं।
“मुझे प्रेशर महसूस करना अच्छा लगता है। इसी के चलते मुझे बेहतर प्रदर्शन करने में मदद मिलती है। सच कहूं तो मैं इस बारे में ज्यादा नहीं सोचता हूं। मेरा ज्यादातर ध्यान इस पर लगा रहता है कि मुझे पिछले दिनों से बेहतर करना है।”
ONE 157 में जब माइकल का सामना टूर्नामेंट में गजब के एथलीट नासेरी से होगा तो वो तत्काल कोई बड़ा कारनामा करके दिखा पाएंगे।
ईरानी-मलेशियाई स्ट्राइकर मौजूदा समय में थाइलैंड के Tiger Muay Thai जिम में ट्रेनिंग कर रहे हैं, जिसमें थाइलैंड के वेस्टर्न क्लिंच मास्टर जोनी बैट्स और #4 रैंक के ONE बेंटमवेट MMA कंटेंडर फ़ैब्रिसियो “वंडर बॉय” एंड्राडे के साथ ट्रेनिंग कर रहे हैं। वो एक Omnoi Stadium चैंपियन भी हैं और उन्होंने दिग्गज साइन्चाई के विरुद्ध मुकाबला किया है।
लेकिन खतरनाक ONE Championship न्यूकमर को हराना उनके लिए आसान नहीं होगा। “द बेबी फेस किलर” का मानना है कि नासेरी का आक्रामक स्टाइल उनकी हार का कारण बनने वाला है।
माइकल ने कहा:
“कई बार वो बिना सोचे-समझे आक्रमण कर देते हैं, जो कि बहुत ही बुरी आदत है। ऐसे में जब आपको बुरी आदत लग जाती है तो वो आसानी से नहीं जाती है इसलिए मैं इस बुरी आदत का फायदा उठाने वाला हूं और मैं उनसे सीधे तौर पर मुकाबला करने वाला हूं।”
ऐसे में साइप्रस के फाइटर की बात करें तो वो नासेरी पर अपनी हाई लेवल की पंचिंग पावर और फुटवर्क से निशाना साधेंगे।
अपने इस टैलेंट का प्रदर्शन करने के अलावा माइकल इस बात को भी सुनिश्चित करेंगे कि जब दानों एथलीट क्वार्टर फाइनल मुकाबले में आमने-सामने हों तो दर्शकों को कुछ खास देखने को मिले।
उन्होंने कहा:
“मैं इस टूर्नामेंट को जीतने के लिए मरने को भी तैयार हूं और जब 20 मई को केज में ताला लगेगा तो वो पल आ चुका होगा, जिसके लिए मैंने अपनी पूरी जिंदगी तैयारी की है। मैं केज में अपनी जी-जान लगाने को तैयार हूं और वादा करता हूं कि निराश नहीं करूंगा।”
जीवन भर के बलिदानों ने माइकल को इस मुकाबले के लिए किया है तैयार
अगर उनकी मां ने उनके लिए बलिदान ना किया होता तो सवास माइकल आज इस मुकाम पर ना पहुंच पाते। उन्होंने जब से इन चीजों की शुरुआत की है, तब से वो उनकी सबसे बड़ी समर्थक रही हैं। उनके विदेशों में होने वाले मुकाबलों की फीस देने के लिए मां को कई सारी नौकरियां करनी पड़ती थीं।
ONE फ्लाइवेट मॉय थाई वर्ल्ड ग्रां प्री जीतने व साथ ही 50,000 यूएस डॉलर के परफॉर्मेंस बनोस के चलते, वो अपनी नंबर-1 फैन को उनकी मेहनत का थोड़ा फल वापस कर पाएंगे।
इसके साथ ही सिल्वर बेल्ट जीतकर वो अपने खुद के बलिदानों का फल भी हासिल कर पाएंगे।
“द बेबी फेस किलर” ने कहा:
“मैंने अपना करियर तब शुरू किया था, जब मैं 6 साल का था। अब मैं 23 साल का हो चुका हूं और शिखर तक पहुंचना ही हमेशा से मेरा लक्ष्य रहा है। मैं जब 10 साल का था, मैं स्कूल से पहले अंधेरे में दौड़ रहा था। सुबह के 5 बजे मैं अपने हेडफोन लगा लेता था और खुद को एक बड़े मुकाबले में शामिल होने की कल्पना करता था।
“अब जाकर मुझे वरदान जैसा लग रहा है। मैं कई साल से अंधेरे में काम कर रहा हूं और इसके लिए तैयार हूं इसलिए अब मैं अपने प्रदर्शन से छाप छोड़ने के लिए तैयार हूं।”
माइकल भले ही सिंगापुर इंडोर स्टेडियम की चकाचौंध में प्रदर्शन करने के लिए तैयार हों, लेकिन उनके साथ ही दूसरे सात प्रतिद्वंदी भी इसके लिए तैयार हैं, जिसमें नासेरी भी शामिल हैं।
इन सबके बावजूद साइप्रस के स्ट्राइकर का मानना है कि वो किसी भी दूसरे एथलीट से ज्यादा इस ग्रां प्री को जीतना चाहते हैं। ऐसे में वो क्वार्टर फाइनल में बेहतर एथलीट बनने पर ध्यान देंगे और अगर विजयी बनकर उभरे तो वो इस मानसिकता को अगले राउंड में भी जारी रखेंगे।
उनको उम्मीद है कि उनका एटिट्यू्ड उन्हें आगे बढ़ने, उनके प्रोफेशनल करियर में सबसे बड़े पलों को हासिल करने और खुद को साबित करने में मदद करने वाला है क्योंकि अगली पीढ़ी के एथलीट्स के लिए कुछ भी असंभव नहीं है।
“द बेबी फेस किलर” ने कहा:
“ये सबसे बड़ा टूर्नामेंट है, जिसका मैं हिस्सा भी बना हूं। ONE में जीतना किसी सपने के सच होने जैसा है। WBC टाइटल को हम एक उपलब्धि मान सकते है, जो कि अन्य खिताब की तरह है। मॉय थाई ग्रां प्री जीतने के बाद मुझे दुनिया भर में इस वेट क्लास का सबसे बेहतरीन स्ट्राइकर माना जाने लगेगा।
“मुझे अपने युवा दिनों की तुलना में और युवा साथियों को, जो मेरे साथ ट्रेनिंग करते हैं, उन्हें ये साबित करना है कि हम ये जीत हासिल कर सकते हैं। यहां मेरा मुकाबला मुझसे ही है और मेरे दिल में एक सपना पल रहा है। मैं इस प्रतियोगिता को जीतने के लिए मरने को तैयार हूं क्योंकि ये मेरी लिए बहुत बड़ी बात होगी।”